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Gyanvapi Case : विश्व वैदिक सनातन संघ के प्रमुख जितेन्द्र सिंह बिसेन को वाराणसी पुलिस ने भेजी नोटिस, मांगा स्पष्टीकरण

Varanasi : ज्ञानवापी (Gyanvapi Case) से जुड़े मामले की पावर आफ अटार्नी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) को सौंपने की घोषणा के मामले में कमिश्नरेट पुलिस वाराणसी ने विश्व वैदिक सनातन संघ प्रमुख जितेंद्र सिंह बिसेन को नोटिस भेजा है। पुलिस ने बिसेन से तीन दिनों के अंदर जवाब मांगा गया है। वहीं जवाब न देने पर उनके खिलाफ विधिक कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।

Gyanvapi Case : वाराणसी पुलिस ने तीन दिनों के भीतर मांगा जवाब

चौक थाना प्रभारी ने की जितेंद्र सिंह बिसेन को सोमवार को एक नोटिस भेजा है, इसमें उनसे पूछा गया है कि किस आधार पर यह खबर प्रकाशित की गई है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विश्व वैदिक संनातन संघ की ओर से दायर किए गए मुकदमें में पक्षकार बनाएं जाएंगे। पुलिस ने पत्र प्राप्त होने के तीन दिनों के अंदर उनसे जवाब मांगा है। जवाब न देने पर दंडात्मक कार्रवाई करने की चेतावनी दी है।

बता दें कि विश्व वैदिक सनातन संघ (Vedic Sanatan Sangh) के प्रमुख जितेंद्र सिंह बिसेन ने कुछ दिन पहले ज्ञानवापी मामले (Gyanvapi Case) से जुड़े मुकदमे, जिनमें संघ के लोग मुख्य पक्षकार हैं, उनकी पावर आफ अटार्नी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपने की घोषणा की थी। जिसमें बताया था कि इसके लिए कानूनी प्रक्रिया चल रही है और 15 नवंबर तक इन्हें सीएम को सौंप दिया जाएगा। पुलिस ने इसे आपत्तिजनक मानते हुए संघ प्रमुख से जवाब-तलब किया है।

जानें क्या है ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी विवाद?

5 अगस्त, 2021 को कुछ महिलाओं ने वाराणसी की लोकल कोर्ट में एक याचिका लगाई थी, जिसमें उन्होंने ज्ञानवापी मस्जिद परिसर (Gyanvapi Case) में स्थित श्रृंगार गौरी मंदिर समेत कई विग्रहों में पूजा करने की अनुमति देने और सर्वे कराने की मांग की थी। इसी याचिका पर कोर्ट ने यहां सर्वे करने की अनुमति दी थी। सर्वे के बाद हिंदू पक्ष ने दावा किया था कि मस्जिद के तहखाने में शिवलिंग मौजूद है, जबकि मुस्लिम पक्ष ने इसे फव्वारा बताया था।

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