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Baba ka Dhaba: भारी नुकसान के बाद बंद हुआ बाबा का नया रेस्टोरेंट, वापस लौटे अपने पुराने काम पर

Baba ka Dhaba | देश में पिछले साल कोरोना की वजह से लगे लॉकडाउन में बहुत से लोगों के सामने अपनी जीविका चलाने की समस्या पैदा हो गई थी, लेकिन कहा जाता है कि अगर कोई सोशल मीडिया की नजरों में आ जाता है तो उसे लोकप्रिय होने में ज्यादा समय नहीं लगता, ठीक उसी तरह अपने ‘Baba ka Dhaba’ के नाम से मशहूर हुए कांता प्रसाद भी पिछले साल काफी चर्चा में थे। जब एक यूटूबर ने उनकी वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड की थी जिसमे कांता प्रसाद रोते हुए दिखाई दे रहे थे और कह रहे थे कि उनके ढाबे पर कमाई बिल्कुल कम हो चुकी है।

इस वीडियो के इंटरनेट पर वायरल होते ही बाबा का ढाबा (Baba ka Dhaba) के मालिक की किस्मत बदल गई थी, और फिर उनके ढाबे पर लोगों की भीड़ जुटने लगी। इसके अलावा बहुत से लोगों ने उनकी आर्थिक मदद भी की जिससे उनकी आर्थिक परिस्थिति में काफी सुधार आया था।

Baba ka Dhaba : खोल लिया था अपना रेस्टोरेंट

Baba ka Dhaba

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जब पिछले साल कांता प्रसाद को लोगों से काफी आर्थिक सहायता मिली तो उन्होंने अपने बाबा के ढाबे को बंद करके मालवीय नगर में ही अपना एक रेस्टोरेंट खोल लिया था, अपने इस नए रेस्टोरेंट में बाबा कांता प्रसाद ने एक वेटर और एक कुक को भी रखा था। इसके अलावा बाबा ने अपने रेस्टोरेंट की सुरक्षा के लिहाज से सीसीटीवी कैमरे भी यहां लगवाए थे, रेस्टोरेंट चालू होने के कुछ समय तक तो बाबा का रेस्टोरेंट अच्छे से चल रहा था लेकिन कुछ समय बाद ही बाबा को अपने इस रेस्टोरेंट को बंद करना पड़ा।

क्यों बंद करना पड़ा रेस्टोरेंट

जब बाबा का ढाबा (Baba ka Dhaba) के मालिक कांता प्रसाद ने मालवीय नगर में अपना नया रेस्टोरेंट खोला था तो उन्हें खुद भी ये उम्मीद नहीं थी कि उन्हें अपने इस रेस्टोरेंट को जल्द ही बंद करना पड़ेगा। बाबा कांता प्रसाद को अपने रेस्टोरेंट को इसी वर्ष फरवरी में भारी नुकसान के चलते बंद करना पड़ा, बताया जा रहा है कि रेस्टोरेंट को खोलते समय बाबा ने तकरीबन 5 लाख रुपये खर्च किये थे, इसके अलावा उनके रेस्टोरेंट का मासिक खर्च 1 लाख रुपये थे लेकिन उनकी कमाई 40,000 तक ही हो पा रही थी।

रेस्टोरेंट के मासिक खर्चों में 35000 रेस्टोरेंट का किराया, 36000 रुपये रेस्टोरेंट के कर्मचारियों का वेतन, 15 हजार रुपये राशन और इसके अलावा पानी और बिजली का भी खर्चा था। शुरू में तो रेस्टोरेंट में ग्राहकों की अच्छी खासी भीड़ देखी जा रही थी लेकिन धीरे-धीरे रेस्टोरेंट में ग्राहकों की भीड़ कम होती गई जिसकी वजह से रेस्टोरेंट का खर्च बढ़ने लगा और आखिरकार कांता प्रसाद को अपना रेस्टोरेंट बंद करना पड़ा।

वापिस अपने Baba Ka Dhaba पर लौटे बाबा

बाबा का ढाबा

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रेस्टोरेंट बंद होने के बाद कांता प्रसाद एक बार फिर से अपने पुराने बाबा का ढाबा पर लौट आये है, पिछले वर्ष जब बाबा का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था तो उनके ढाबे की बिक्री में लगभग 10 गुना तक बढ़ोतरी हो गई थी और यहां तक कि लोग लाइन में खड़े हो कर वहां खाना खाने के लिए तैयार रहते थे। अब उसी ढाबे की कमाई और ग्राहकों में काफी कमी आ चुकी है, बाबा का ढाबा पर अब बहुत ही कम ग्राहक आने लगे है जिससे उनकी कमाई पर गहरा असर पड़ा है।

कांता प्रसाद के अनुसार दिल्ली में लगे लॉकडाउन से पहले उनकी रोज की कमाई लगभग 3500 हो जाती थी लेकिन अब ये केवल 1000 रुपये तक ही सिमट गई है जिसकी वजह से अब उनके सामने अपना घर चलाने की समस्या पैदा हो गई है और लॉकडाउन के चलते लगभग 17 दिनों तक ढाबे को बंद भी रखना पड़ा था। बाबा का ढाबा (Baba ka Dhaba) के मालिक को एक बार फिर उम्मीद है कि पिछले साल की तरह इस वर्ष भी उनके ढाबे पर ग्राहकों की भीड़ जुटने लगेगी।