VaranasiInspirational StoriesNari

काशी की बेटी की बनाई मेहंदी सात समंदर पार खिला रही रंग, न्यूयार्क तक से आ रहे ऑर्डर

Varanasi Desk | वर्तमान समय में महिलाएं हर क्षेत्र में पुरुषों को पछाड़कर आगे निकल रही है। ऐसे में हाउस वाइफस भी आत्मनिर्भर बनने के लिए नए- नए बिजनेस कर रही है और देश विदेश में नाम कमा रही है। ऐसी ही कुछ काम वाराणसी की बेटी शुभी ने किया है। जिसके लिए उसकी चर्चा साथ समंदर पार में भी हो रही है। शुभी अग्रवाल काशी के भदैनी इलाके की रहने वाली है। शुभी अपनी बीकॉम की पढ़ाई दिल्ली से पूरी करने के बाद अपने वापस आई और यहां आने के बाद उन्होंने अपने पिता के शिल्पकारी के बिजनेस को आगे बढ़ाने में मदद करने लगी। पर शुभी के मन में कुछ नया करने की चाह थी। अपनी इसी चाहत को पूरा करने के लिए शुभी ने मेंहदी का बिजनेस शुरू किया।

काशी की मेंहदी का रंग अब सात समंदर पार भी चढ़ रहा

काशी की बेटी

शुभी ने अपने बिजनेस की शुरुआत घर पर लगे मेंहदी के पेड़ से की। उन्होंने इन पत्तों के पाउडर का पैकेट बनाकर काशी घूमने आए अपने कुछ मित्रों को दिया। शुभी के विदेशी मित्र महिलाओं को ये मेहंदी जंच गयी और उन्होंने इसकी मार्केटिंग शुरू कर दी। सबसे पहले शुभी को मेहंदी का आर्डर नॉर्वे से मिला। इसके बाद शुभी ने काम को आगे बढ़ाने और अपने जैसी अन्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए इस बिजनेस को बड़े पैमाने पर करने की शुरुआत की।

चेन बनाकर महिलाओं को बनाया आत्मनिर्भर

इस प्लान की शुरुआत शुभी ने गांव की महिलाओं से की और फिर शहर में मेहंदी के पाउडर की पैकिंग शुरू कर दी। इस पूरे प्रक्रिया के जरिए शुभी ने महिलाओं का एक चेन बनाया और उन्हें इसकी प्रशिक्षण दिया फिर जब माल तैयार हुआ तो शुभी ने पिता के लकड़ी के खिलौने के विदेशी व्यपारियों को इसका सैम्पल भेजना शुरू किया। जिसके बाद अब शुभी की मेहंदी नॉर्वे के साथ साथ अमेरिका और न्यूयॉर्क भी जाने लगा है। शुभी ने कुछ ही महीने में अब तक 5000 हजार पैकेट विदेशों में एक्सपोर्ट कर चुके हैं।