क्या होता है टेबल टॉप रनवे, आखिर यहां क्यों रहता है विमान दुर्घटना होने का डर
Youthtrend News Desk : बीती रात केरल के कोझिकोड में एक दर्दनाक विमान हादसा हो गया जिसमें 20 से ज्यादा यात्रियों की मौत हो गई जबकि 100 से ज्यादा विमान यात्री घायल हो गए, विमान के पायलट की भी इस हादसे में जान चली गई हैं, बताया जा रहा हैं ये विमान दुबई से भारतीय प्रवासियों को लेकर लौट रहा था। इस विमान में चालक दल को मिलाकर 190 यात्री सवार थे, विमान हादसे में घायल यात्रियों का इलाज कोझिकोड और मल्लपुरम के अलग-अलग अस्पतालों में चल रहा हैं। नागरिक उड्डयन निदेशालय के मुताबिक जिस समय हादसा हुआ उस समय कोझिकोड में भारी वर्षा हो रहीं थी, इसके अलावा वर्षा की वजह से विजिबिलिटी भी बहुत कम थी, खबरों के अनुसार विमान रनवे पर लैंड कर चुका था लेकिन रनवे पर फिसलन की वजह से विमान रनवे से आगे निकल कर दीवार तोड़ते हुए खाई में जा गिरा। जानकर इस घटना के पीछे टेबलटॉप रनवे को इसकी वजह मान रहें हैं, आखिर क्या होता हैं टेबलटॉप रनवे।
क्या होता हैं Table Top Runway?
टेबलटॉप रनवे सामान्य रनवे की तरह नहीं होते हैं, इस तरह के रनवे अधिकतर समय पहाड़ी या पठारी जगहों पर बने होते हैं, जब पहाड़ों पर समतल जगह नहीं होती तो ऐसी जगह पर टेबलटॉप रनवे बना दिया जाता हैं, इस तरह के रनवे के आसपास बहुत ही कम जगह होती हैं ज्यादातर टेबलटॉप रनवे के एकतरफ या दोनों तरफ खाई होती हैं जो बहुत गहरी होती हैं। आसान शब्दों में अगर समझा जाए तो जिस प्रकार हमारें घर में टेबल होती हैं उसी प्रकार टेबलटॉप रनवे भी कुछ-कुछ ऐसे ही होते हैं यहां विमान को लैंड करने के लिए बहुत ही कम जगह मिलती हैं।
क्यों खतरनाक होते हैं Table Top Runway
टेबलटॉप रनवे सीमित जगह में बने होते हैं विमान को सीमित जगह में ही लैंड करना होता हैं, अगर विमान का चालक समय पर विमान के ब्रेक नहीं लगा पाता हैं तो विमान टेबलटॉप रनवे को पार करके खाई में गिर सकता हैं ठीक ऐसा ही हुआ कोझिकोड विमान हादसे में। यहां समझने की जरूरत ये हैं कि अगर समतल जगह पर विमान पर समय से ब्रेक नहीं लगते हैं तो विमान रनवे को पार कर जाएगा पर उसके दुर्घटनाग्रस्त होने के अवसर कम होते हैं लेकिन टेबलटॉप रनवे पर ऐसा होने से विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के अवसर बढ़ जाते हैं।
क्या हुआ कोझिकोड विमान हादसे के दौरान
बीते शुक्रवार को कोझिकोड में हुए एक हादसे में खाई से गिरने के बाद विमान दो टुकड़ों में बंट गया था एक बात सबसे अच्छी रही की विमान खाई में गिरने के बाद उसमें आग नहीं लगी वरना और भी बड़ा हादसा हो सकता था। कोझिकोड में दुबई से लौट रहें विमान के पायलट ने विमान को रनवे पर तो लैंड करा दिया था पर भारी बारिश के कारण रनवे पर बहुत ज्यादा फिसलन थी जिसके कारण उसने विमान से नियंत्रण खो दिया और वो दुर्घटनाग्रस्त हो गया।