Video/Photo वायरल होने पर क्या करना चाहिए, जानें Delete प्रोसेस
Delete Process Of Viral Photo and Video : सोशल साइटों पर फेक आईडी बनाकर लड़कियों-महिलाओं के अश्लील Video Viral करने के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। अभी ताजा मामला मोहाली स्थित चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी (Chandigarh University) में लड़कियों के कथित आपत्तिजनक वीडियो के लीक होने का सामने आया है। जहां स्मार्टफोन, सोशल मीडिया और इंटरनेट के दौर में लोगों की जिंदगी तकनीक की वजह सरल हुई है, वहीं दूसरी ओर इसके कारण अपराध को भी बल मिला है। आज हम आपको बताएंगे कि अगर किसी का इंटीमेट या प्राइवेट Video लीक या वायरल कर दिया गया हो या इस तरह की स्थिति में कोई फंसता है और किसी कारणवश उसका Photo-Video वायरल हो जाता है, तब उसे हटाने के लिए क्या जरुरी कार्रवाई करनी चाहिए।
वायरल फोटो और वीडियो की बात करें तो आजकल कई लोगों ने इसे ब्लैकमेलिंग का जरिया बना लिया है। वे आपत्तिजनक और अंतरंग अवस्था वाले पीड़ितों के फोटो और Video सार्वजनिक करने के नाम पर लोगों पर दबाव बनाते हैं और उनसे मोटी रकम ऐंठ लेते हैं। इस परिस्थिति में आपको इन बातों का पता होना बहुत जरूरी है।
किन मामलों में कर सकते है शिकायत
- व्यक्तिगत आपत्तिजनक Video वायरल होने की दशा में।
- व्यक्तिगत विवादित बयान और बातचीत करने पर।
- सोशल साइट पर फेक आईडी बनाकर वीडियो वायरल करने पर।
- सोशल मीडिया साइट पर आपत्तिजनक फोटो और वीडियो वायरल होने पर।
- एफबी और यू ट्यूब पर चलने वाले आपत्तिजनक वीडियो पर।
इस तरह से कर सकते है कम्प्लेन
- आप सबसे पहले उस वायरल Photo-Video कासबूत के तौर पर स्क्रीनशॉट और लिंक रख लें।
- फिर उसका मेन सोर्स पता लगाते रहें कि वह किस जगह से वायरल हुआ। अगर यह न भी पता चल पाए तो कोई दिक्कत नहीं है।
- साइबर सेल को अपने साथ हुआ पूरा मामला बताएं और ये सारी चीजें सबूत के तौर पर दें।
- आप थाने में, ऑनलाइन (फेसबुक या टि्वटर पर) या फिर साइबर क्राइम सेल की साइट पर जाकर शिकायत दे सकते हैं।
कैसे होगा एक्शन और क्या है प्रोसेस
- यूपी पुलिस और उच्च अधिकारियों के ईमेल, हेल्पलाइन नंबर या अन्य ग्रुप के माध्यमस से शिकायतकर्ता अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है।
- ऑनलाइन कम्प्लेन दर्ज कराने के बाद पीड़ित साइबर सेल से संपर्क कर वीडियो का लिंक या यूआरएल उपलब्ध कराने के साथ शिकायत से संबंधित कंटेंट टीम को उपलब्ध करा सकती है।
- साइबर सेल टीम उस वीडियो का परीक्षण करने के बाद उसकी जांच करती है कि वीडियो कहां से जारी हुआ या जनरेट होने वाले नंबर के खिलाफ लीगल एक्शन लेती है।
- टीम एफबी और यू ट्यूब के सर्वर को मेल के जरिए संबंधित वीडियो को ब्लाक करने की जानकारी देती है।
- सोशल मीडिया साइट से वीडियो ब्लाक करने की कंफर्मेंशन मेल आने के बाद उसे ब्लॉक कर दिया जाता है।
क्या वायरल होने के बाद हर जगह से हट जाता है Video?
दरअसल, फोटो और वीडियो एक बार वायरल हो जाने पर उसे हर जगह से हटाना बेहद मुश्किल होता है। आप यूट्यूब, फेसबुक, जीमेल और इंस्टाग्राम आदि से उसे रिपोर्ट कर के हटवा सकते हैं। साथ ही ब्लॉक और डिलीट कराने की भी प्रक्रिया होती है, मगर वॉट्सऐप पर इस तरह की कोई व्यवस्था नहीं है। चूंकि, वॉट्सऐप का मदर सर्वर भारत के बाहर है इसलिए इस पर वायरल होने वाली सामग्री हटवाना बेहद कठिन है। साथ ही जिस सर्वर पर वॉट्सऐप पर नेटवर्क काम करता है, उस यह पता लगाना बेहद मुश्किल होता है कि कंटेंट कहां-कहां वायरल हुआ है।
कैसे बच सकते हैं आप?
- सबसे पहले और बुनियादी चीज है कि आप अनजान लोगों की फ्रेंड रिक्वेस्ट को न एक्सेप्ट करें।
- साथ ही अज्ञात नंबर्स से आने वाले वीडियो न स्वीकार करें।
- कभी भी कैमरे, कॉल या फिर सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म्स पर अपने न्यूड (नग्न) तस्वीर-वीडियो न साझा करें।
- अगर आपके साथ इस तरह का क्राइम या घटना होती है, तब पुलिस के साइबर क्राइम सेल को इस बारे में सूचित करें।
- साथ ही सोशल मीडिया पर उस यूजर या वैसे अकाउंट्स को रिपोर्ट करने का ऑप्शन भी मिलता है।
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