Cyclone Yaas को किसने दिया ये नाम, क्या है इसका सही उच्चारण और मतलब, जानें सब कुछ
News Desk | अभी हम Tauktae तूफान से सही से उबर भी नहीं पाए हैं कि एक और तूफान आने वाले दिनों में भारतीय तट से टकराने वाला हैं, हम जिस चक्रवात की बात कर रहे हैं उसे ‘यास’ नाम दिया गया हैं। जहां Tauktae चक्रवात ने देश के पश्चिमी और दक्षिणी राज्यों को अपनी चपेट में लिया था तो वही आने वाला यास चक्रवात (Cyclone Yaas) देश के पूर्वी छोर पर बसे ओडिशा और पश्चिम बंगाल से टकराएगा।
कहा जा रहा हैं कि बीते 22 मई को पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना था जिसकी वजह से ये चक्रवात अब तेजी से 26 मई को ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तट से टकराने वाला हैं। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार 25 मई से बंगाल के बहुत से इलाकों में हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती हैं जबकि अन्य क्षेत्रों में भारी बारिश होने की संभावना है।
Taukte के बाद आ रहा Super Cyclone Yash, 23 से 25 मई के बीच सुंदरबन से टकरा सकता है
मौसम विभाग के अनुसार गंगा नदी के क्षेत्रों में वर्षा धीरे-धीरे होने के बाद तेजी हासिल कर सकती हैं, यहां तक कि मौसम विभाग ने समुद्र में भी काफी ज्यादा गड़बड़ी होने की आशंका जताई हैं। इससे पहले भी भारत बहुत से तूफान और चक्रवात झेल चुका हैं जिनमें Fani, Amphan, Vayu, Nisarga इत्यादि। आपके मन मे भी ये सवाल अक्सर आता होगा कि आखिरकार इन तूफानों के नाम ऐसे अजीब से कैसे होते हैं और इनका नाम कौन रखता हैं। आज के इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं कि इस तूफान को Yaas नाम किस देश ने दिया हैं और इसका क्या मतलब होता हैं।
Cyclone Yaas: इस चक्रवात को किसने दिया नाम
दरअसल हर तूफान को अलग-अलग देशों को नाम दिया जाता हैं और उसके लिए पहले से ही प्रक्रिया बनाई गई हैं तो उसके अनुसार निम्न-दवाब क्षेत्र से उत्पन्न हुआ तूफान चक्रवात का रूप धारण करता हैं तो उसे ओमान के द्वारा Yaas नाम दिया जाएगा।
Cyclone Yaas क्या है मतलब और सही उच्चारण
कई बार हम तूफान या चक्रवात को उनके गलत नाम से पुकारने लगते हैं Yaas चक्रवात को कुछ लोग Yass बोलते हैं तो कुछ लोग Yash परंतु इसके सही उच्चारण होता हैं Yaas। इस शब्द की उत्पत्ति पर्शियन भाषा से हुई मानी जाती हैं और अंग्रेजी भाषा में इस शब्द का मतलब जैस्मीन होता हैं।
कैसे रखे जाते हैं तूफानों के नाम
अक्सर उष्णकटिबंधीय चक्रवात एक सप्ताह या उससे अधिक समय के लिए रह सकते हैं, इसीलिए एक समय पर एक से ज्यादा चक्रवात या तूफान आ सकते हैं। मौसम का पूर्वानुमान लगाने वाले विशेषज्ञ किसी भी दुविधा को दूर करने के लिए हर चक्रवात को अलग नाम देते हैं। उष्णकटिबंधीय चक्रवातों को क्षेत्रीय स्तर के नियमों के अनुसार नाम दिया जाता हैं जबकि अटलांटिक महासागर, हिन्द महासागर और दक्षिण प्रशांत महासागर में आने वाले चक्रवातों को पुरुष और महिलाओं के नाम के आधार पर वर्णमाला क्रम में नाम दिया जाता हैं।
एक लेख के अनुसार वर्ष 2000 में उत्तरी हिंद महासागर के अंतर्गत आने वाले देशों ने इन चक्रवाती तूफानों को नाम देने के लिए एक नई प्रणाली बनाई थी, इसके लिए हर देश ने वर्णमाला क्रम में चक्रवात का नाम रखा हुआ हैं। इस तरह से चक्रवातों का नाम रखने से लोगों को उनके बारे में चेतावनी देने में आसानी होने लगी और उन तूफानों के बारें में याद रखना भी आसान होने लगा।