What Is Pegasus Spyware? Phone Hacking? Explained In Detail | पेगासस स्पाईवेयर क्या है, कैसे होती है हैकिंग, जानें सबकुछ
समाचार चैनल हो या अखबार या फिर सोशल मीडिया, पिछले कुछ दिनों से एक शब्द काफी चर्चा में चल रहा है Pegasus Spyware, एक ऐसा सॉफ्टवेयर जिसके बारे में बताया जा रहा है कि इसकी मदद से मौजूदा सरकार विराधियों और विपक्ष की जासूसी कर रही थी। हालाँकि इस बात में कितनी सच्चाई है इसपर अभी कोई निर्णय नहीं आया है और हम इस बारे में कोई बात करने भी नहीं जा रहे, इस सॉफ्टवेर को एक इजराइली टेक फर्म ने बनाया है, जिसका इस्तेमाल सरकारों द्वारा किया जाता है और हाल में ही फोन टैपिंग मामलों के सामने आने से एक बार फिर Pegasus Spyware की बात की जाने लगी हैं।
असल कुछ सालों पहले विश्व की सबसे बड़ी चैटिंग एप्लीकेशन WhatsApp ने खुद इस बात को कबूल किया था कि उसके कुछ यूजर्स के डेटा को Pegasus Spyware के द्वारा हैक कर लिया गया है। जिन लोगों को उस समय शिकार बनाया गया था उसमें से ज्यादातर पत्रकार और एक्टिविस्ट लोग थे। आइये जानते हैं कि आखिरकार ये Pegasus Spyware क्या बला है, ये किस तरह काम करता है, ये कितना खतरनाक हो सकता है और अगर आप इसके शिकार हो गए है तो किस तरह इससे बच सकते है।
क्या है Pegasus Spyware ?
Pegasus Spyware को इजराइली टेक फर्म NSO ने विकसित किया है, इस सॉफ्टवेयर के बारे में सबसे पहले जानकारी 2016 में मिली थी जब अरब देश के एक एक्टिविस्ट को एक संदिग्ध संदेश प्राप्त हुआ था। इस सॉफ्टवेयर को बनाने के पीछे मुख्य उद्देश्य सरकारों द्वारा आतंकवाद और देश विरोधी ताकतों को रोकने के लिए इस्तेमाल करना था।
क्यों चर्चा में आ रहा है Pegasus Spyware
दरअसल इस सॉफ्टवेयर का निर्माण तो सरकारों के लिए किया गया था ताकि वो देश विरोधी ताकतों को रोक सके लेकिन अभी हाल में ही ये जानकारी निकल कर सामने आ रही रहे है कि आतंकवाद और देश विरोधी ताकतों के अलावा सरकार द्वारा Pegasus Spyware का इस्तेमाल और भी लोगों पर किया गया है। इसे बनाने वाली इजराइली कंपनी NSO ये दांवा करती है कि उसने इस Pegasus Spyware का निर्माण केवल सरकारों के इस्तेमाल के लिए किया है और अगर इसका आगे दुरुपयोग होता है तो इसके लिए उनकी कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।
अब ये दांवा भी किया जा रहा है कि सरकार ने Pegasus Spyware के द्वारा अलग-अलग लोगों पर निगरानी रखनी शुरू कर दी है और उनकी हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। ये सॉफ्टवेयर इतना ज्यादा खतरनाक है कि जिस भी व्यक्ति के फोन में ये काम कर रहा होता है उसे इस बात की बिल्कुल भी भनक नहीं लगती है।
हर सॉफ्टवेयर में होते है Bug
भारत में इस दिन से लाइव हो सकता है 5G Network, सेकंडों में डाउनलोड होगी जीबी की फाइल
किसी भी सॉफ्टवेयर में दो तरह के Bug होते है पहले वो जिनसे यूजर एक्सपीरियंस खराब होता है जैसेकि फोन के कैमरा का काम नहीं करना, फोन चार्जिंग में दिक्कत आना इत्यादि। ऐसी सभी समस्याओं के लिए हम सर्विस सेंटर जाकर उसे ठीक करवा लेते है। दूसरे तरह के Bug होते है जो फोन की सिक्योरिटी को प्रभावित करते है और अगर सही समय पर इनको नहीं पकड़ा जाए तो बहुत ज्यादा नुकसान हो सकता है।
इसी वजह से बड़ी-बड़ी कंपनियां जैसे Apple, Facebook इत्यादि बड़े-बड़े हैकर्स को उन Bugs के बारे में बताने के लिए पैसे देते है ताकि वो कंपनी को उन Bugs के बारे में जानकरी दे सके। NSO ऐसे हैकर्स के द्वारा उन Bugs की जानकारी देने के लिए उन्हें दूसरी कंपनियों के मुकाबले ज्यादा पैसे देती है और वो जानकारी खुद रख लेती है।
Zero Day Attack
कई बार बहुत सी सॉफ्टवेयर कंपनियों को खुद उनके सॉफ्टवेयर में मौजूद bugs के बारे में जानकारी नहीं होती है लेकिन उनके यूज़र्स को इस बारे में पता होता है। इसलिए जब यूज़र्स कंपनी को उस bugs के बारे में बताते है तो कंपनी के पास उस पर प्रतिक्रिया देने के लिए बिल्कुल भी समय नहीं होता है और इसी को Zero Day Attack कहा जाता है। Pegasus Spyware कंपनियों की इसी खामी का फायदा उठाता है।
क्यों खतरनाक है Pegasus Spyware
पहले के समय में किसी पर नजर रखने के लिए घर में कैमरे और माइक छिपा कर लगा दिए जाते थे, इसके अलावा किसी के फोन में सॉफ्टवेयर इंस्टाल करने के लिए उस व्यक्ति से किसी बहाने से फोन लेकर उसमे सॉफ्टवेयर इंस्टाल कर दिया गया। इसके बाद एक समय आया जब ईमेल के द्वारा आपको एक लिंक आया और आपने उस पर क्लिक किया तो उसके बाद आप हैकर की चपेट में आ जाते है।
इन सबसे ज्यादा खतरनाक है Pegasus Spyware क्योंकि इसे किसी के फोन में इंस्टाल करने के लिए ना तो आपको उस यूजर से किसी लिंक पर क्लिक करवाना है और ना ही उसके फोन में जाकर कोई सॉफ्टवेयर इंस्टाल करना है। ये एक ऐसा खतरनाक सॉफ्टवेयर है जिसको मात्र एक मिस्ड कॉल, एक व्हाट्सएप कॉल या एक नार्मल मैसेज से भी उस फोन को हैक किया जा सकता है और ऐसे में यूजर के पास कोई भी विकल्प नहीं होता कि वो उससे बच सके।
अगर हो गए तो Pegasus Spyware के शिकार
अगर कोई Pegasus Spyware का शिकार बन गया है तो उसके बाद उस व्यक्ति के फोन का अधिकार हैकर के पास पहुंच जाता है। जिस प्रकार आप अपने फोन का इस्तेमाल करते है उसी प्रकार हैकर भी आपके फोन का इस्तेमाल कर सकते है बल्कि आपसे कही ज्यादा इस्तेमाल कर सकते है। वो आपके फोन में तस्वीरें, वीडियो, कॉन्टेक्ट्स, व्हाट्सएप मैसेज, ईमेल, कॉल लॉग्स का इस्तेमाल कर सकते है। माइक के द्वारा आपकी बात सुन सकते है, कैमरे के द्वारा आपको देख सकते है और लोकेशन के द्वारा देख सकते है कि आप इस समय कहा मौजूद है
5 बातें जो बनाती है इसे सबसे ज्यादा खतरनाक
- ये सॉफ्टवेयर जीरो क्लिक पर काम करता है यानी जिसका फोन हैक करना होता है उसके लिए उस यूजर से किसी भी चीज पर क्लिक करवाने की जरूरत नहीं रहती बल्कि एक मिस्ड कॉल या मात्र एक मैसेज से भी ये सॉफ्टवेयर काम करने लगता है।
- जिस किसी के फोन में ये Pegasus Spyware सॉफ्टवेयर इंस्टाल हो जाता है तो उस यूजर को कभी भी इस बात की जानकारी नहीं मिल सकती कि उसका फोन हैक हो चुका है।
- ये Pegasus Spyware अपने आप नष्ट भी हो सकता है, जैसेकि इस सॉफ्टवेयर का काम पूरा हो गया हो या फिर हैकर को इस बात की जानकारी लग जाए कि फोन फॉरेंसिक लैब में जा सकता है तो भी ये सॉफ्टवेयर अपने आप नष्ट हो जाता है। इसके अलावा जब Pegasus Spyware को अपने कमांड सेंटर से कमांड नहीं मिलती तो भी ये अपने आप नष्ट हो जाता है।
- Pegasus Spyware एंड्रॉइड और Apple फोन के लिए काम करता है।
- Pegasus Spyware के द्वारा फोन का पूरा नियंत्रण हैकर के पास पहुंच जाता है।
Pegasus Spyware से कैसे बचें
इस खतरनाक Pegasus Spyware से बचने के लिए कोई भी रास्ता नही है, इससे बचने के लिए आपके पास सिर्फ एक ही विकल्प है कि आप फोन का इस्तेमाल करना बंद कर दे। अपने स्मार्टफोन को तोड़कर कचरे के डिब्बे में फेंक दीजिये और इसके अलावा इससे बचने का कोई विकल्प नहीं है।