बोर्ड एग्जाम में CBSE की लापरवाही से पीएम मोदी खफा, 24 लाख स्टूडेंट्स पर होगा इसका असर
सीबीएसई पिछले 13 दिन से क्वेश्चन पेपर लीक होने को बात को नकारता आ रहा था मगर अब हर तरफ से इस बात का खुलासा हो जाने के बाद आखिरकार बुधवार को बोर्ड ने 10वीं और 12वी के पेपर को रद्द कर दिया। बता दें की छात्रों को 10वी के गणित और 12वीं के इकोनॉमिक्स की परीक्षा फिर से देनी होगी। फिलहाल बोर्ड ने अभी रीएक्जाम की तारीख़ बताये नही है पर जल्द ही वो इनकी घोषणा अपने साइट पर करेगी।
असल में वाट्सएप्प पर हाथ से लिखे गए नोट फारवर्ड किये जा रहे थे जिसकी जांच करने पर पता चला की बोर्ड के एग्जाम में भी हूबहू वही प्रश्न आये जिससे पेपर लीक की बात सामने आई। इससे पहले 15 मार्च को हो चुके एकाउंट्स का पेपर लीक होने की भी खबर आई थी जिसे बोर्ड ने खारिज कर दिया था। फिलहाल दिल्ली पुलिस ने पेपर लीक होने की कंप्लेन दर्ज कर ली है और एसआईटी जॉइंट कमिशनर के नेतृत्व में ये केस सुलझाने की कोशिश की जाएगी।
दिल्ली के बिजनेसमैन पुलकित शर्मा का नाम आया सामने
पंजाबी बाग के मादीपुर इलाके में रहने वाले एक कोचिंग टीचर ने पुलिस को ये जानकारी दी कि उसके कोचिंग में पढ़ने वाले बच्चों को हाथ से लिखे क्वेश्चन पेपर मिले हैं। पुलिस ने सबसे पहले बच्चों से इस विषय मे बात की। उसके बात जब प्रश्न पत्र मिलाया गया तो प्रश्न बिल्कुल समान थे। जांच में दिल्ली में रहने वाले पुलकित शर्मा का नाम सामने आया है। पुलिस ने उसके तलाश में देर रात दिल्ली के कई इलाकों में छापेमारी की।
तेरह दिनों पहले अकाउंट का पेपर वाट्सअप पर वायरल हुआ था। 26 को इकोनॉमिक्स और मंगलवार को मैथ्स के पेपर भी ऐसे ही सामने आए। सभी प्रश्नपत्र बिलकूल असली पर्चे जैसे ही थे। इन्हें हाथ से लिखकर डाला गया था। इसका असर सीधे बोर्ड दे रहे बच्चों पे पड़ेगा।10वीं के 16.38 लाख और 12वीं के 8 लाख को फिर से परीक्षा देनी पड़ेगी।