जानेंं, फानी ने मचाई कितनी तबाही और अब सरकार कैसे करेगी पीड़ित राज्यों की मदद
ओडिशा में भारी तबाही मचाने के बाद तूफ़ान फानी रविवार को पश्चिम बंगाल होते हुए बांग्लादेश निकल गया। तीसरे दिन ये तूफ़ान धीमा हो गयी इसकी वजह से पश्चिम बंगाल के शहरों में मध्यम गति की 30-40 किमी प्रतिघंटा की हवा के साथ भारी बारिश हो रही है। हालाँकि बांग्लादेश पर से इसका खतरा अब पूरी तरह से टल चुका है लेकिन रविवार को मध्यम त्रीव्रता के तूफ़ान और बारिश ने फसलों का काफी नुक्सान कर दिया है। आईएमडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कल बताया कि रविवार को जिन जिलों में चक्रवात गुजरा है, वहां किसी के हताहत या बड़े नुकसान की कोई रिपोर्ट नहीं है।। लेकिन भारत के उत्तर पश्चिमी राज्य ओडिशा में इस तूफ़ान ने भारी नुक्सान पहुँचाया है। पुरी जिसे मंदिरों का शहर कहा जाता है इस चक्रवात से सबसे अधिक प्रभावित हुआ। आज ओडिशा में हालत का जायज़ा लेने के लिए प्रधानमंत्री मोदी वहां पहुंचें।
फानी की तबाही के बाद सरकार की तरफ से मिली सहायता
चक्रवात फानी की वजह से अब तक कुल 34 लोगो की मृत्यु की आधिकारिक पुष्टि हो सकी है। ओडिशा में मरने वालों की संख्या में 21 सिर्फ पुरी से है। राज्य सरकार ने रविवार देर शाम को बताया कि 34 मौतों में से 21 पुरी, मंदिर जिले की हैं, अपुष्ट स्रोतों का हवाला देते हुए मृत्यु की संख्या को 39 पर रखा गया है। अगले 48 घंटों में सभी प्रभावित जिलों का आकलन करने के बाद इस संख्या में वृद्धि होने की संभावना है, हालांकि।
तूफ़ान के बाद अभी भी एनडीआरएफ की छह टीमें अभी भी रहत और बचाव कार्य में लगी हुयी हैं। अधिकारियों ने रविवार को प्राथमिकता पर घरों और बुनियादी ढांचे के पुनर्निर्माण का फैसला भी किया है। इसके लिए ओडिशा सरकार प्रत्येक परिवार को 95,000 रुपये की सहायता प्रदान करेगी जिनके घरों को नुकसान हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आज होने वाले दौरे के बाद पीड़ितों की वित्तीय राहत बढ़ सकती है।
कैबिनेट सचिव पी.के.सिंह ने रविवार को ओडिशा, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिवों से मिलकर राज्यों की स्थिति का आकलन करने के लिए बात की और उनकी मदद का वादा किया। उन्होंने तीनों राज्यों को दूरसंचार, बिजली और अन्य बुनियादी ढांचे के पुनर्निर्माण को प्राथमिकता देने के लिए कहा है। पानी और बिजली कनेक्शन बहाल करने को प्राथमिकता देने को कहा गया क्यूंकि तूफ़ान से 25 लाख लोगो के घरों में बिजली आपूर्ति ठप्प थी और तूफ़ान से लगभग 21,000 प्रभावित हुए थे। बांग्लादेश सरकार ने आज फानी की तबाही पर अपने आँकड़ों की समीक्षा की, जिससे क्षतिग्रस्त फसल की सीमा 1.55 लाख एकड़ से अधिक बताई गयी है। लगातार के कारण फसलों को इतना नुक्सान पहुंचा है।