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Yog Namaskar : शरीर में Oxygen लेवल बढ़ाने के लिए मददगार हैं योग की ये आसान सी क्रियाएं

Health Desk | कोरोना वायरस की दूसरी लहर अब मौत की ऐसी आंधी में बन गई है जिसे रोक पाना मुश्किल होता जा रहा है। इसी बीच देशभर में आक्सीजन की समस्या गंभीर होती जा रही है। ऑक्सीजन की कमी से मरने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। मौजूदा हालात को देखते हुए लोग अपना ऑक्सीजन लेवल (Oxigen Level) बढ़ाने के लिए दवाइयों का सहारा ले रहे हैं। पर क्या आप जानते हैं योग एक ऐसा उपाय हैं जो प्राकृतिक रूप से आपके ऑक्सीजन लेवल को बढ़ाने में सहायता करता है। हम आपको बताने जा रहे हैं ऐसे चार योग, जिनको उसी क्रम में करने से आपके शरीर में सांस लेने की क्षमता तुरंत बढ़ जाती है। इन योगासनों (Yog Namaskar) को हॉस्पिटल के मरीज, होम आइसोलेटेड मरीज या फिर एक स्वस्थ व्यक्ति भी कर सकता है।

Yog Namaskar: योगासन से बढ़ाएं ऑक्सीजन लेवल

प्रणव उच्चारण : ये पहला योगासन है, मानसिक तनाव आपकी सांस लेने की क्षमता को कम कर देता है। सर्वप्रथम आपको खुद को शांत करना होगा। इसके लिए प्रणव उच्चारण सबसे अच्छा उपाय है।

ऐसे करें प्रणव उच्चारण

Yog Namaskar: योगासन से बढ़ाएं ऑक्सीजन लेवल
  • यह प्राणायाम किसी एकांत जगह पर करें।
  • पद्मासन या सुखासन में बैठे जिसमें सिर, गर्दन, पीठ, कमर सीधी एक रेखा में रहे।
  • अब आंखें बंद करके सांसो को अंदर की ओर खींचे
  • सांस की कुछ समय के लिए ऐसे ही रोके रहे।
  • अब धीरे- धीरे सांस छोड़ते हुए ‘ओम’ का उच्चारण करें।
  • ये क्रिया को 3 बार दोहराएं।

बालासन : यह दूसरा आसन है। यह पूरे शरीर में रक्त के सही प्रवाह को बढ़ावा देता है। यह प्रक्रिया आपके सांस लेने के तरीके में सुधार करता है और शरीर और दिमाग दोनों को शांत करता है।

ऐसे करें बालासन

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  • जमीन पर पेट के बल लेट जाएं।
  • अपने बाएं हाथ को सीधा और दाएं हाथ को गर्दन के पास 90 डिग्री में रखें।
  • दाएं पैर को घुटने तक मोड़ ले।
  • इसी स्थिति में 5 मिनट तक लेट कर लंबी-लंबी सांसें ले।
  • अब दूसरी दिशा में इसी क्रिया को 5 मिनट तक दोहराएं।

भुजंगासन:- ये तीसरा आसन है। इससे फेफड़ों, कंधों, सीने और पेट के निचले हिस्से को अच्छा खिंचाव होता है और फेफड़ों और हार्ट की नसों के ब्लॉकेज खोलने में भी मदद मिलती है।

ऐसे करें भुजंगासन

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  • पेट के बल जमीन पर लेट जाएं। अपनी दोनों हथेलियों को जांघों के पास जमीन की तरफ करके रखें। ध्यान रखें कि आपके टखने एक-दूसरे को छूते रहें।
  • इसके बाद अपने दोनों हाथों को कंधे के बराबर लेकर आएं और दोनों हथेलियों को फर्श की तरफ करें।
  • अब अपने शरीर का वजन अपनी हथेलियों पर डालें, सांस भीतर खींचें और अपने सिर को उठाकर पीठ की तरफ खींचें। ध्यान दें कि इस वक्त तक आपकी कुहनी मुड़ी हुई है।
  • इसके बाद अपने सिर को पीछे की तरफ खीचें और साथ ही अपनी छाती को भी आगे की तरफ निकालें। सिर को सांप के फन की तरह खींचकर रखें। लेकिन ध्यान दें कि आपके कंधे कान से दूर रहें और कंधे मजबूत बने रहें।
  • इसके बाद अपने हिप्स, जांघों और पैरों से फर्श की तरफ दबाव बढ़ाएं।
  • शरीर को इस स्थिति में करीब 15 से 30 सेकेंड तक रखें और सांस की गति सामान्य बनाए रखें। ऐसा महसूस करें कि आपका पेट फर्श की तरफ दब रहा है।
  • इस क्रिया को भी 3 बार दोहराएं।
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विश्राम आसन:- अब अंत में चौथी स्थिति के लिए अपने हाथों को तकिया बनाकर उसपर सर रखकर आराम की मुद्रा में लेट जाएं। दोनों पैरों खोल दें। अब आप स्वयं महसूस कर पाएंगे कि चौथी स्थिति में आने तक आपके सांस लेने की क्षमता (Oxigen Level) पहले की अपेक्षा बढ़ गई है। इन योगासनों (Yog Namaskar) को इसी क्रम में करना है तभी इनका लाभ मिलेगा।