Corona Update: Home isolation में है कोरोना मरीज़ तो इन बातों का रखें खास ध्यान
Health Desk | कोरोना भारत में अपने पैर पसार चुका है। पूरे देश में इस वायरस की वजह से अफरा तफरी मची हुई है। रोज हजारों लोग मर रहे हैं, वहीं लाखों नए संक्रमित रोज आ रहे हैं। देश भर में दवा, अस्पताल, डाक्टरों की जैसे किल्लत हो गई है। ऐसे में कई लोग घर पर ही Home isolation अपने संक्रमित परिजनों की देखरेख करने पर मजबूर हैं। ज्यादातर मामलों में देखा जा रहा है कि होम आइसोलेट संक्रमित का पूरा परिवार ही इस वायरस के चपेट में आ जा रहा है। ऐसे में होमआइसोलेट व्यक्ति की देखभाल करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है जिससे ये खतरनाक वायरस आप को न हो। आइए जानते हैं कुछ विशेष बचाव…
Home isolation में बरते ये सावधानियां
सीमित रखें संपर्क
अगर आप Home isolation में किसी मरीज की देखरेख कर रहे हैं, तो उससे पर्याप्त दूरी रखें। ज्यादा आवश्यकता होने पर ही उसके पास जाएं और पास जाने के दौरान मुंह पर मास्क और हाथों में ग्लव्स जरूर पहनें। इसके अलावा यदि मरीज की हालत ज्यादा ख़राब है तो बिना पीपीई किट पहने मरीज के पास बिल्कुल न जाए।
साफ- सफाई का रखे खास ख्याल
Home isolation में साफ सफाई का पूरा ध्यान रखें। घर में जमीन के साथ – साथ कुर्सी, मेज, डोरबेल, नल को भी रोज अच्छी तरह से साफ करें। जिस कमरे में मरीज है वहां कम से कम 2 से 3 बार सेनिटाइजर का छिड़काव करें।
अलग कमरे में रहें
जहां तक संभव हो मरीज को एक अलग कमरे में रखें और अपना बाथरूम भी अलग रखें। मरीज के कपड़े और तौलिया भी अलग कर दें।
खाने में लाए बदलाव
मरीज के लिए बर्तन तय कर लें और उसी बर्तन में उसे खाना दे। मरीज के साथ बैठकर खाना न खाएं। इसके अलावा मरीज और अपने दोनों के खाने में विटामिन सी और प्रोटीन ज्यादा से ज्यादा शामिल करें। मरीज के खाना देते समय ग्लव्स जरूर पहनें।
Home isolation में हो उचित वैंटिलेसन
मरीज को खिड़की वाले कमरे में रखें जिससे कमरे में आक्सीजन का लेवल नार्मल रहे। घर के बाकी कमरों में भी खिड़की खोल कर ही रखें जिससे ज्यादा से ज्यादा प्राकृतिक हवा आ सके।
अपना स्वास्थ भी करें मोनिटर
मरीजों की देखभाल करने वालों को घर में रहकर खुद के स्वास्थ्य की भी निगरानी करनी चाहिए। अगर आपको कोरोना वायरस से जुड़े लक्षण, जैसे- बुखार, सांस लेने में परेशानी आदि की समस्या हो रही है, तो सतर्क हो जाएं। सांस लेने में परेशानी होना ज्यादा चिंता की बात हो सकती है।