Home isolation में रहकर कोरोना से कैसे बचें, जानें क्या कहती हैं AIIMS की डॉक्टर Ginni Bharti
Health Desk | देश में कोरोना से हाहाकार मचा है। हर दिन नए कोविड केस का रेकॉर्ड बन रहा है। मौतों का आंकड़ा भी बढ़ रहा है। दूसरी तरफ अस्पताल बेड और ऑक्सिजन की कमी से जूझ रहे हैं। वक्त पर समुचित इलाज नहीं मिल पाने के कारण मरीज दम तोड़ रहे हैं। ऐसे में डाक्टर, लोगों को शुरुआती लक्षणों में होम आइसोलेशन (Home isolation) में रहने की सलाह दे रहे हैं। इसी बीच दिल्ली के एम्स अस्पताल की एक डाक्टर गिन्नी भारती ने विडियो जारी किया है, जिसमें उन्होंने खुद के कोविड पाज़िटिव होने की बात बताई है। इसकी साथ ही वो बता रही हैं की कैसे होम आइसोलेशन (Home isolation) में रहकर वो खुद का इलाज कर रही है। और लोगों को होम आइसोलेशन की गाइडेंस दे रही है। आइए जानते हैं होम आइसोलेशन की महत्वपूर्ण बातें
Ginni Bharti ने बताया Home isolation गाइडेंस
कोरोना के आम लक्षण
- सूखी खांसी, सूखा गला, बुखार और जुकाम कोविड-19 महामारी के शुरुआती लक्षण हैं।
- कई मरीजों में सूंघने और स्वाद लेने की शक्ति भी खत्म हो जाती है। उन्हें सरदर्द और बदन दर्द होता है और जबर्दस्त थकान होती है।
- ऐसे लक्षण दिखने पर तुरंत टेस्ट करवाएं।
- पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर डॉक्टर की सलाह के बाद ही खुद को होम आइसोलेट लेट करें।
- डॉक्टरों के परामर्श के अनुसार ही दवा खाएं।
- समय-समय पर डॉक्टरों को अपनी सेहत की जानकारी देते रहें।
Home isolation करते समय किन बातों का रखें ध्यान
- होम आइसोलेशन के लिए ऐसे कमरे का चुनाव करें जहां वेंटिलेशन अच्छा रहता हो।
- घर के सदस्यों के साथ बर्तन, बिस्तर या तौलिये जैसा कोई भी जरूर सामान साझा न करें।
- खांसते या छींकते वक्त मुंह पर रुमाल रखें।
- घर में भी मास्क पहनकर रहें। जिसे हर 6-8 घंटे में बदलना चाहिए।
- नाक या मुंह पर हाथ लगाने के बाद हाथों को अच्छे से सैनिटाइज करना बिल्कुल न भूलें।
- साबुन और पानी से हाथ को 40 सेकेंड तक धोना चाहिए।
कैसी हो डाइट
- कोरोना के मरीजों के लिए घर पर ताजा और सादा भोजन बना होना चाहिए।
- कोरोना के मरीज मौसमी, नारंगी और संतरा जैसे ताजे फल और बीन्स, दाल जैसे प्रोटीन से भरपूर आहार अपनी डाइट में शामिल करें।
- कोरोना के मरीजों का खाना कम कॉलेस्ट्रॉल वाले तेल में पकाना चाहिए।
- कोरोना के मरीजों को मैदा, तला हुआ भोजन या जंक फूड नहीं खाना चाहिए।
ऑक्सीजन की करते रहें जांच
- संक्रमित मरीज को दिनभर में 4 से 5 बार ऑक्सीमीटर से ऑक्सीजन की जांच करते रहना चाहिए।
- अगर ऑक्सीमीटर में 94 या उससे कम लेवल दिखा रहा हो तो दो से तीन बार दुबारा जांच करें।
- ऐसा करने पर आप प्रोनिंग पोजीशन को फॉलो करें।
- इसके बाद भी अगर ऑक्सीजन लेवल नहीं उठता है तो डॉक्टर से संपर्क करें।
Home isolation की अवधि
- आमतौर पर होम आइसोलेशन की अवधि 14 दिनों तक रहती है।
- अगर मरीज को आखिरी 10 दिनों में बुखार या अन्य कोई लक्षण नहीं है, तो वो डॉक्टर से पूछकर होम आइसोलेशन खत्म कर सकते हैं।
- आइसोलेशन खत्म होने के बाद भी व्यक्ति को कोरोना गाइडलाइन का पालन करना होगा, जिससे दोबारा ये संक्रमण उस तक न पहुंच सके।