वाराणसी में बन रहा प्रदेश का सबसे बड़ा स्मार्ट सरकारी स्कूल, लिफ्ट से लेकर मिलेंगी ये सभी सुविधाएँ
Varanasi News | स्कूल एक ऐसी जगह होती है जहां से सबकी खट्टी-मीठी यादें जुड़ी होती है, जब भी हम स्कूल का नाम लेते है तो हमारे सामने स्कूल ग्राउंड, क्लास में रखें डेस्क, दीवार पर बना हुआ ब्लैक बोर्ड इत्यादि की तस्वीर आने लगती है। लेकिन जिस तरह से आजकल सब कुछ डिजिटलीकरण हो रहा है तो उसी प्रकार आजकल स्कूल भी स्मार्ट स्कूल हो गए है। कुछ ऐसा ही स्मार्ट स्कूल तैयार हुआ है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में, जहां एक ऐसा स्मार्ट सरकारी स्कूल बन कर तैयार हो चुका है जिसके बारें में जानकर आप भी खुद हैरान रह जाएंगे। देश के पीएम तो खुद अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के शिक्षा मॉडल की प्रशंसा कर चुके है। आइये जानते हैं कि ऐसा क्या खास है वाराणसी में बन कर तैयार हुए उत्तर प्रदेश के सबसे बड़ेस्मार्ट सरकारी स्कूल में।
काशी में तैयार हो रहा स्मार्ट सरकारी स्कूल
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अभी तक देश में शिक्षा देने के तौर-तरीकों पर बात हुई है लेकिन काशी नगरी में तैयार हो रहे इस स्मार्ट स्कूल की इमारत के द्वारा अब डिजिटल इंडिया की तरफ एक और कदम बढ़ा लिया गया है। ये स्मार्ट स्कूल वाराणसी के मछोदरी इलाके में तैयार किया जा रहा है और अब तक इसका लगभग 95 फीसदी काम पूरा हो चुका है और बाकी बचा काम सप्ताह भर के अंदर खत्म हो जाएगा। मछोदरी स्थित इस सरकारी स्मार्ट स्कूल में कैंटीन, प्रार्थना कक्ष, कॉमन हॉल, आरओ वाटर की सुविधा भी है तो स्कूल में रेन वाटर हार्वेस्टिंग और सोलर सिस्टम भी है।
जनपद का पहला स्मार्ट सरकारी स्कूल जिसमे लिफ्ट भी होगी
जल्द ही पूरी तरह से तैयार होने जा रहे इस स्मार्ट स्कूल में अब बच्चें पुराने ब्लैक बोर्ड की जगह डिजिटल ब्लैक बोर्ड से पढ़ाई करेंगे तो वही टीचर्स द्वारा बच्चों को माइक सिस्टम के द्वारा संबोधित किया जाएगा। फिलहाल स्कूल की इमारत में थोड़ा बहुत ही काम बचा है और स्कूल के लिए जरूरी फर्नीचर एवं अन्य सामानों का ऑर्डर दे दिया गया है और आने वाले समय में ये स्कूल में पहुंच जाएगा।
जिस जगह इस नए स्कूल की इमारत खड़ी की जा रही है उससे पहले यहां नगर निगम का जूनियर हाई स्कूल हुआ करता था जिसे तोड़कर ही इस स्मार्ट हाईस्कूल को बनाया जा रहा है। स्कूल के प्रधानाचार्य कहते है कि खुद उन्हें इस बात का कल्पना कभी नहीं करी थी कि यहां इस तरह का स्कूल खड़ा होगा। स्मार्ट क्लास रूम के अलावा आडिटोरियम, कंप्यूटर लैब, स्किल डेवलमेंट सेंटर, अग्नि शमन, सीसीटीवी कैमरा जैसी तमाम आधुनिक सुविधाएँ भी होंगी। इसमें कोई दो राय नहीं है कि जनपद का यह पहला ऐसा सरकारी विद्यालय होगा, जिसमें लिफ्ट की भी सुविधा होगी, जो अभी तक शायद ऐसा किसी भी प्राइवेट स्कूल में भी देखने को ना मिला हो।
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प्रिंसिपल अग्नि सिंह का कहना है कि इस सरकारी स्मार्ट स्कूल बनने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को श्रेय जाता है, पीएम मोदी की नेक नियत और इच्छा शक्ति तो वही सीएम योगी की लगातार इस तरफ अपनी नजर बनाए रखने की वजह से ये संभव हो पाया है। स्कूल 4500 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैला हुआ है, इसमें 14 कमरें ग्राउंड फ्लोर पर, 11 कमरें पहली मंजिल पर, 14 कमरें दूसरी मंजिल पर है। इसके अलावा ग्राउंड फ्लोर पर ही प्राइमरी क्लास और प्रशासनिक भवन बनाया गया है, जबकि पहली मंजिल पर द्वितीयक कक्षाएं एवं पुस्तकालय है तो दूसरी मंजिल पर कंप्यूटर रुम के साथ स्किल डेवलोपमेन्ट सेंटर बनाया गया है।