Surya Grahan/Chandra Grahan 2021: जानें कब-कब लगेगा ग्रहण, कैसा रहेगा असर
Religion Desk | हर साल की तरह इस साल भी कई खगोलीय घटनाएं ब्रह्मांड में घटने वाली है। इनमें सूर्यग्रहण (Surya Grahan) और चंद्रग्रहण (Chandra Grahan) भी शामिल है, आपके सामने यह प्रश्न जरूर उठ रहा होगा कि इस साल कितने ग्रहण पढ़ने वाले हैं और कौन सा ग्रहण भारत में दिखेगा। चलिए आपको बताते हैं कि इस साल भारत में कितने ग्रहण लगेंगे और कौन से ग्रहण दिखाई देंगे। सबसे पहले तो आपको बता दें कि इस बार साल 2021 में कुल 4 ग्रहण पड़ेंगे। इनमें से दो सूर्य और दो चंद्र ग्रहण (Surya Grahan/Chandra Grahan 2021) होंगे। इन सभी में सबसे पहले चंद्र ग्रहण पड़ने वाला है तो चलिए जानते हैं कि किन तारीखों पर यह ग्रहण लगने वाले हैं।
मई से शुरू होगा ग्रहण लगने का क्रम
ज्योतिषविदों की माने तो इस वर्ष में चार ग्रहण लगने वाले हैं। नए वर्ष में ग्रहणों की अद्भुत खगोलीय घटनाओं का सिलसिला मई में शुरू होगा। यानी शुरू के चार महीने में कोई भी ग्रहण नहीं है।
इस दिन लगेगा पहला सूर्य ग्रहण
26 मई, 2021 को पहला ग्रहण लगेगा, यह वर्ष का पहला चंद्र ग्रहण भी होगा। भारत में एक उपछाया ग्रहण के तौर पर देखा जा सकेगा। यह चंद्रग्रहण भारत में दिखेगा लेकिन देश के कुछ भागों के लोग ही इस ग्रहण को देख सकेंगे। भारत के उत्तर पूर्वी भागों में चंद्रोदय के समय जब ग्रहण का मोक्ष हो रहा होगा उस समय यह ग्रहण दिखेगा। इसके बाद 10 जून 2021 को साल का पहला सूर्य ग्रहण पड़ेगा। इसे भारत, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, एशिया और प्रशांत महासागर क्षेत्र में देखा जा सकता है। भारत में यह ग्रहण उपछाया चंद्रग्रहण होगा लेकिन, देश के बाहर सभी स्थानों पर पूर्ण चंद्र ग्रहण रहेगा।
इन तारीखों को पड़ेगा दूसरा और तीसरा ग्रहण
नवंबर के महीने में साल का दूसरा चंद्र ग्रहण पड़ेगा। ग्रहण की तारीख 19 नवंबर होगी। इस साल का ये अंतिम चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse 2021) होगा। ये आंशिक चंद्रग्रहण भारत के अलावा अमेरिका, उत्तरी यूरोप, प्रशांत महासागर और ऑस्ट्रेलिया में भी दिखाई देगा। जबकि 4 दिसंबर 2021 को साल का दूसरा सूर्य ग्रहण पड़ेगा। जो दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका, अंटार्कटिका और ऑस्ट्रेलिया में दिखाई देने वाला है। आपको बता दें भारत में यह नहीं दिखाई देगा।
आंशिक रूप से दिखेगा ये ग्रहण
मिली जानकारी के मुताबिक 10 जून को पड़ने वाला ग्रहण भारत में आंशिक रूप से दिखाई देगा। जो भारत, कनाडा, यूरोप, रुस, ग्रीनलैंड, एशिया और उत्तरी अमेरिका में दिखाई देगा। भारत के पूर्वोत्तर में अरुणाचल के कुछ भागों में और जम्मू-कश्मीर के कुछ भागों में ग्रहण समाप्त होने से पहले कुछ समय के लिए देखा जा सकता है। जबकि 19 नवंबर को पड़ने वाला चंद्र ग्रहण भी भारत समेत कुछ देशों में दिखाई देगा।
ग्रहण को लेकर ये है धार्मिक मान्यता
धार्मिक मान्यता के अनुसार किसी भी ग्रहण को अच्छा नहीं माना है। यही वजह है कि ग्रहण के दौरान कई कार्यों को वर्जित माना गया है। ग्रहण के दौरान पूजा-पाठ करना वर्जित माना गया है। इस दौरान देवी-देवताओं की मूर्तियों को स्पर्श नहीं किया जाता है। मंदिरों के कपाट भी बंद कर दिए जाते हैं। साथ ही गर्भवती महिलाओं को ग्रहण में विशेष सतर्कता बरतनी होती है। उनको ग्रहण देखने की मनाही होती है।