जन्माष्टमी 2020: आखिर कैसे राधा रानी का श्राप बन गया श्रीकृष्ण के जन्म का कारण
Youthtrend Religion Desk : श्रीकृष्ण विष्णु जी का ही एक अवतार हैं, जब भी श्रीकृष्ण का नाम लिया जाता हैं तो उनके साथ राधा रानी का नाम अवश्य लिया जाता हैं हमेशा श्रीकृष्ण से पहले राधा जी का नाम लिया जाता हैं तभी तो कृष्ण जी को राधेकृष्ण के नाम से भी जानते हैं, श्रीकृष्ण से राधा रानी का प्रेम तो अटूट था लेकिन इतना प्रेम होने के बाद भी वो कभी एक ना हो सकें। कहा जाता हैं कि श्रीकृष्ण का धरती पर जन्म राधारानी के एक श्राप के कारण हुआ था पर क्या आप जानते हैं कि क्या था वो श्राप, जानिए आज के हमारें इस लेख में।
जब गौलोक में श्रीकृष्ण से रूठ गई थी राधारानी
ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार धरतीलोक पर आने से पहले राधा रानी श्रीकृष्ण के साथ गौलोक में निवास करती थी, कहा जाता हैं कि एक बार राधा जी किसी बात से श्रीकृष्ण से नाराज हो गई और गौलोक से कहीं चली गई, राधा रानी के जाने के बाद श्रीकृष्ण को अकेला देखकर राधा जी की एक सखी मौका देखकर श्रीकृष्ण के पास आ गई, कुछ समय बाद राधा जी वहां वापस आ गई तो अपनी सखी विरजा को श्रीकृष्ण के पास देखकर राधा रानी को काफी क्रोध आ गया और उन्होंने श्रीकृष्ण और अपनी सखी को काफी खरी खोटी सुनाई।
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गुस्से में आकर दें दिया था राधारानी ने श्राप
जब राधा रानी ने गुस्से में श्रीकृष्ण और सखी विरजा को बहुत सुनाया तो उनकी सखी नदी के रूप में बहने लगी, ये देख कर भी राधा जी का क्रोध शांत नहीं हुआ तो वो श्रीकृष्ण को बहुत ही कटु वचन सुनाने लगी थी, ये सारी घटना वहां मौजूद सुदामा नाम के एक गोप ने देख ली थी, तब उन्होने राधिका रानी को बहुत समझाने की कोशिश की थी लेकिन समझने की जगह उन्होंने सुदामा को श्राप दिया कि वो अगले जन्म में राक्षस की योनि में जन्म लेंगे, तब सुदामा को गुस्सा आ गया तो उन्होंने राधा रानी को श्राप दिया कि उनका अगला जन्म धरती पर होगा जहां वो श्रीकृष्ण वियोग में तड़पेंगी।
श्रीकृष्ण ने किया था राधा के साथ पृथ्वी पर जन्म लेने का वादा
सुदामा के द्वारा श्रीकृष्ण की विरह और वेदना का श्राप मिलने के बाद राधा रानी बहुत दुखी हो गई थी, तब श्रीकृष्ण ने उन्हें ये कहकर सांत्वना दी कि जब भी राधारानी का पृथ्वीलोक पर जन्म होगा तो वो भी उनका साथ देने के लिए पृथ्वीलोक पर जन्म लेंगे, श्रीकृष्ण का राधा रानी को दिए गए वादे अनुसार द्वापर युग में श्रीकृष्ण और राधा रानी का जन्म हुआ था।