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अंकशास्त्र : क्या सच में नाम बदल लेने से बदल सकता है आपका भाग्य ?

Religion Desk | अक्सर हमने देखा है कि कुछ लोग या तो अपना नाम बदल लेते है या फिर अपने नाम में या तो अक्षरों को बढ़ा देते है या कम कर देते है, कहा जाता है कि कई बार नाम बदलने से या उसमें बदलाव करने से हमारी बंद किस्मत खुल सकती है और हमारा समय बदल सकता है। अगर आप फिल्म इंडस्ट्री में नाम बदलने के उदाहरण देखे तो जैसे राजीव भाटिया, अक्षय कुमार बन गए, यूसुफ खान, दिलीप कुमार बन गए। कहा जाता है कि अंकों का तात्पर्य ऊर्जा से होता है और उसी वजह से नाम में बदलाव करने की वजह से भाग्य बदल सकता है, कई बार देखा जाता है कि ज्योतिष शास्त्र में अंकशास्त्र (Numerology) के विशेषज्ञ, लोगों को उनके नाम में कुछ बदलाव करने की सलाह देते है ताकि उन व्यक्तियों का ऊर्जा के साथ संबंध करवाया जा सके।

अंकशास्त्र : हर नाम का होता है एक अंक

नाम बदलने से

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अंकशास्त्र के अनुसार हर नाम का अपना एक अंक होता है, हम अगर अपने नाम में आने वाले अक्षरों के अंकों को जोड़ेंगे तो आखिर में एक अंक सामने आता है तो वो अंक उस नाम का अंक कहलाता है। हर अंक हर ग्रह का भी प्रतीक होता है, उदाहरण के लिए अगर हम राहुल नाम के अंकों का जोड़ करेंगे तो आपके सामने इसका जोड़ 6 आएगा, अंक 6 शुक्र ग्रह का प्रतीक होता है।

ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक जिस व्यक्ति की कुंडली मे शुक्र ग्रह मजबूत स्थिति में होता है तो ऐसे में उस व्यक्ति के नाम का अंक उसके लिए बहुत भाग्यशाली साबित होता है तो वहीं ऐसा भी हो सकता है कि व्यक्ति के नाम के अंक के अनुसार शुक्र ग्रह कमजोर स्थिति में हो तो ऐसे में उसका खराब फल मिलता है। जिस वजह से नाम मे 6 अंक होने की वजह से बीमारी या कोई बाधा उत्पन्न होने लगती है।

नाम में बदलाव करने से मिल सकती है सफलता

कई बार जीवन में चल रही परेशानियों और बीमारियों को खत्म करने के लिए अंकशास्त्र विशेषज्ञों द्वारा नाम में बदलाव करने की सलाह दी जाती है जिससे कि आपके नाम के अंक में भी बदलाव आ जाता है। नाम बदलने से नाम मे नया अंक जुड़ जाता है और उस नए अंक से संबंधित लाभ व्यक्ति को होने लगते है। इसके अलावा अगर किसी देश, समाज या संस्था में अंक के प्रभाव में आकर कोई घटना घटित होती है तो ज्योतिष ज्ञान की मदद से उस घटना के प्रभाव को कम तो करा जा सकता है लेकिन उसके होने को टाला नहीं जा सकता है।

वक्र के सिद्धांत पर काम करता है अंकशास्त्र

नाम बदलने से

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार वास्तव में अंकशास्त्र वक्र के सिद्धांत पर ही कार्य करता है जिसके प्रभाव से घटनाएं घटित होती है इसी वजह से जब कोई अंक खास होता है तो उस अंक की वजह से एक जैसी घटनाएं होती है। मान कर चलिए कि अगर किसी व्यक्ति के लिए वर्ष 2001 काफी शुभ हो तो इस बात की पूरी संभावना है कि वर्ष 2019 भी उसके लिए लाभकारी होगा क्योंकि दोनों वर्षों का अंक 3 बन रहा है।

इसलिए कहा जाता है कि अगर कोई अंक आपको जीवन में शुभ परिणाम दे रहा है तो ये संभव है कि वो लगातार आपको शुभ परिणाम देता रहे, तो वही अगर कोई अंक आपके लिए अशुभ साबित हो रहा है तो हमें उसके प्रभाव को कम करने के लिए उचित प्रयास करने चाहिए।