Gupt Navratri 2021: नए काम की शुरुवात, खरीदारी व निवेश के लिए बेहद शुभ हैं गुप्त नवरात्र के 7 मुहूर्त
Gupt Navratri 2021 | वैसे तो साल में नवरात्र वर्ष में दो बार आते है लेकिन क्या आप जानते है कि साल में एक बार गुप्त नवरात्र भी आते है, गुप्त नवरात्र की शुरुआत बीते रविवार यानी 11 जुलाई से हुई है। गुप्त नवरात्र शुभ कार्यों के लिए बड़े ही शुभ माने जाते है, इन दिनों में देवी मां की पूजा अर्चना करने के साथ-साथ स्थिर, अमृत, सिद्धि और अन्य शुभ योग बन रहे है। ये गुप्त नवरात्र (Gupt Navratri) में कुल मिलाकर 7 शुभ मुहूर्त बन रहे है जिनमें किसी तरह की प्रॉपर्टी खरीदना, रियल एस्टेट में पैसे निवेश करना और नए कामों की शुरुआत करना बहुत ही शुभ माना जाता है।
गुप्त नवरात्र के सातवें दिन यानी सप्तमी पर कर्क संक्रांति पड़ने के कारण इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करना और उसके बाद दान करना बहुत शुभ और पुण्य देने वाला माना गया है। नवरात्र के आखिरी दिन भडली नवमी होने के साथ ही एक अबूझ मुहूर्त है जिस दिन बहुत से विवाह भी संपन्न होते है। इन दोनों तिथियों पर शुभ कार्य करने से बहुत पुण्य की प्राप्ति होती है।
Gupt Navratri 2021: गुप्त नवरात्र के शुभ मुहूर्त
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जैसाकि हम बता चुके है कि इन गुप्त नवरात्र (Gupt Navratri) में कुल 7 विशेष योग है जिनमें प्रोपर्टी से जुड़े कार्य करने से बहुत शुभ लाभ मिलता है।
1. 11 जुलाई को है रविपुष्य और सर्वार्थसिद्धि योग
2. 13 जुलाई को गुरु-चंद्रमा का दृष्टि संबंध, राजयोग और सिद्धि योग
3. 14 जुलाई को गजकेसरी राजयोग और स्थिर योग
4. 15 जुलाई को उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र से मातंग योग और पूर्णा तिथि
5. 16 जुलाई को हस्त नक्षत्र से अमृत योग और शिव योग
6. 17 जुलाई को सिद्ध नाम का शुभ योग और जया तिथि
7. 18 जुलाई को भडली नवमी और रवियोग
Gupt Navratri 2021: सप्तमी तिथि को होगा सूर्य का दक्षिणायन
16 जुलाई को गुप्त नवरात्र (Gupt Navratri) के सातवें दिन सूर्य मिथुन राशि से निकलकर कर्क राशि में प्रवेश कर लेगा और सूर्य राशि दक्षिणायन में बदल जाएगी। ज्योतिषियों के अनुसार दक्षिणायन होने के बाद अगले 6 माह के लिए सूर्य की उपस्थिति दक्षिणी गोलार्द्ध में देखी जाएगी। शास्त्रों में ऐसी परिस्थिति को देवताओं की रात की संज्ञा दी गई है, इस वजह से सूर्य के दक्षिणायन होने के दौरान किसी भी तरह के मंगल कार्य, विवाह और गृह-प्रवेश करने की पूरी तरह से मनाही होती है लेकिन इस काल के दौरान खरीदारी करने पर कोई प्रतिबंध नहीं होता है।
स्नान-दान के लिए ये दो पर्व है बेहद खास
शुक्रवार 16 जुलाई को जब सूर्य दक्षिणायन की तरफ प्रस्थान करेगा तो उसी दिन कर्क संक्रांति मनाई जाएगी, इस दिन पवित्र नदियों के जल में स्नान करना बेहद ही शुभ माना जाता है। स्नान के बाद जरूरतमंद लोगों को अन्न का दान करने से जीवन में किये गए सभी पापों का प्रायश्चित हो जाता है। इसके पश्चात 18 जुलाई को भड़ली नवमी होने की वजह से ये एक ऐसा मुहूर्त बनाता है जिस दिन शादी जैसे मांगलिक कार्य किये जाते है। इस दिन भी स्नान-दान की विशेष परंपरा है और इस दिन किये मांगलिक कार्यों का बहुत शुभ फल प्राप्त होता है।