अब QR Code बताएगा दवा असली है या नकली, जान लें पूरा तरीका
QR Code For Medicine : आजकल हर दूसरे घर में आपको कोई न कोई शख्स किसी न किसी बीमारी से ग्रसित मिलेगा। वहीं बीमारी से ठीक होने के लिए लोग दवा (Medicine) का सहारा लेते है, क्योंकि दवाएं ही बीमारी से रिकवर करने में मदद करती है। लेकिन आप जो दवाएं मेडिकल स्टोर से खरीद रहें या ऑनलाइन मंगा रहे वो असली है या नहीं ये एक बड़ा प्रश्न है। क्योंकि अक्सर नकली दवाओं (Counterfeit Medicine) के बेचे जाने की सूचना सामने आती रहती है। इन नकली दवाओं को पहचान पाना आम आदमी के लिए मुश्किल है, लेकिन सरकार जल्द ही इसका तोड़ लेकर आ रही है, जिससे आप बस एक QR Code की मदद से तुरंत पता लगा सकेंगे कि दवा असली है या नकली। तो चलिए जानते कि कब से शुरु होने वाला ये नियम…
दवाओं पर QR Code होंगे प्रिंट
सरकार इन नकली दवाओं को पहचाने के लिए QR Code प्रिंट कराएगी, जिसकी सहायता से आप दवाओं की गुणवत्ता के बारे में पता लगा सकेंगे। सरकार दवा कंपनियों के लिए अपनी दवाओं के पैकेट पर बार कोड या QR Code प्रिंट करना अनिवार्य करने वाली है। शुरुआत में टॉप सेलिंग 300 ब्रांड्स की दवाओं पर बार कोड या QR Code प्रिंट होंगे। जिन्हें दवा खरीदने वाला अपने मोबाइल से स्कैन करके मेडिसिन के असली या नकली होने का खुद भी पता लगा सकेगा।
कुछ हफ्तों में ये नियम होगा लागू
सरकार के इस कदम के पीछ का मकसद है बाजार में बिकने वाली इन नकली दवाओं पर नकेल कसना, क्योंकि दवा विक्रेता अपने मुनाफे के लिए लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करते है। वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की एक रिपोर्ट के अनुसार विश्व में बिकने वाली नकली दवाओं में से 35 प्रतिशत मेडिसिन भारत में बनी होती है। मिली जानकारी के अनुसार सरकार द्वारा सभी तैयारियां कर ली गई हैं और अगले कुछ हफ्तों में इस नए नियम को लागू कर दिया जाएगा।
पहले कुछ सेलेक्टिव दवाओं पर लगेगा QR Code
सरकारी अधिकारी के अनुसार आने वाले समय में दवाओं पर बारकोड प्रिंट करना अनिवार्य होगा, इसे स्टेप बाई स्टेप लागू किया जाएगा। पहले कुछ सेलेक्टिव दवाओं पर बार कोडिंग करके बाजार में उतारी जाएगी और फिर इस नियम को पूरी फार्मा इंडस्ट्री पर लागू किया जाएगा। इसके लिए इंडस्ट्री से जुड़े लोगों से चर्चा की जा रही है। पहले फेज में 300 ब्रांडों की लिस्ट जारी की जाएगी जो QR Code या बार कोड को अपनाएंगे।
पहले फेज में इन दवाओं पर लगेगा QR Code
इन ब्रांडों में भारतीय फार्मा बाजार में सबसे ज्यादा बिकने वाली लोकप्रिय दवाएं जैसे एलेग्रा, डोलो, ऑगमेंटिन, सेरिडोन, कैलपोल और थायरोनॉर्म शामिल हैं। एक बार जब पहला फेज सही ढंग से पूरा हो जाएगा तो फिर इसकी समीक्षा के बाद लगभग सभी ज्यादा से ज्यादा बिकने वाली दवाओं के लिए यह अनिवार्य कर दिया जाएगा। बता दें कि सरकार पूरी फार्मा इंडस्ट्री के लिए एक बार कोड प्रदाता केंद्रीय डेटाबेस एजेंसी की संभावनाएं भी तलाश रही है।
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