DM से कैबिनेट सेक्रेटरी के पद पर काम करता है एक IAS Officer, ट्रेनिंग पीरियड के पहले महीने नहीं मिलती कोई सैलरी
IAS Officer Salary : UPSC CSE परीक्षा में हर साल लाखों उम्मीदवार भाग लेते हैं, लेकिन उनमें से कुछ ही लोगों को सफलता मिल पाती है। क्योंकि यह परीक्षा देश की सबसे कठिन परीक्षा में से एक मानी जाती है। UPSC परीक्षा में पास होने वाले उम्मीदवार आगे जाकर IAS, IPS, IFS, IRS जैसे पदों पर चयनित होते हैं। हालांकि इन सभी अधिकारियों के बीच सबसे ज्यादा चर्चा आईएएस के पद को लेकर होती है। वहीं कुछ उम्मीदवार ही इस परीक्षा के जरिए IAS बन पाते हैं। वहीं इसमें सफल होकर नौकरी पाने वाले अधिकारियों को काफी सम्मान मिलता है, हो भी क्यों न एक IAS, IPS बनाना एक गर्व की बात होती है। एक आईएएस के लिए कैबिनेट सेक्रेटरी का पद सबसे ऊंचा होता है। वहीं तरह-तरह के पदों पर काम के लिए उन्हें सैलरी भी अलग-अलग मिलती है। लोगों के मन में कई बार IAS Officer की Salary के संबंध में सवाल रहता है, कि इन्हें कितनी सैलरी मिलती होगी। ऐसे में आज हम आपको एक IAS Officer को अलग-अलग लेवल पर मिलने वाले सैलरी के बारे में बताएंगे।
सबसे पहले बता दें कि, यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा (UPSC Civil Services Exam) पास करने के बाद फाइनल कट ऑफ के आधार पर एक आईएएस ऑफिसर का सेलेक्शन होता है। सेलेक्ट होने वाले उम्मीदवारों को मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री ट्रेनिंग एकेडमी (LBSNAA) में ट्रेनिंग के लिए बुलाया जाता है जहां से उनका आईएएस (IAS Officer) का सफर शुरू होता है। वहीं आपको शायद ही पता हो कि ट्रेनिंग पीरियड (IAS Training Period) के पहले महीने में आईएएस अफसरों को कोई सैलरी नहीं मिलती है।
UPSC IAS ट्रेनिंग के बाद
- यूपीएससी क्लियर करने के बाद आईएएस अधिकारी अपने करियर की शुरुआत लाल बहादुर शास्त्री एकेडमी मसूरी में ट्रेनिंग के बाद आवंटिक कैडर में जिला प्रशिक्षण से करते हैं.
- इसके बाद राज्य प्रशासन में वो उप जिलाधिकारी (एडीएम) के रूप में काम शुरू कर देते हैं, उन्हें एक जिले या तहसील का प्रभार दिया जाता है.
- अगर एसडीएम की नियुक्ति दी गई तो ऑफिसर को तहसील की कानून व्यवस्था का काम सौंपा जाता है.
- जिला प्रशिक्षण के बाद आईएएस ऑफिसर तीन महीने के लिए केंद्र सरकार में सहायक सचिव के रूप में कार्यरत होते हैं.
- उसके बाद उन्हें जिलाधिकारी या अन्य पद पर नियुक्तियां मिलती हैं.
- आईएएस अफसर सरकारी विभागों या मंत्रालयों में भी नियुक्त किए जा सकते हैं. यहां कार्य के दौरान उन्हें डेपुटेशन पर वर्ल्ड बैंक, इंटरनेशनल मानेट्री फंड, एशियन डेवलपमेंट बैंक, द एशियन इंफ्रास्ट्रक्चर इनवेस्टमेंट बैंक और यूनाइटेड नेशंस और उसकी एजेंसियों में तैनात किया जा सकता है.
आपको बता दें कि एक IAS सिर्फ आईएएस के पद तक ही सीमित नहीं रहता है, बल्कि वे आगे जाकर डीएम (District Magistrate) से लेकर कैबिनेट सेक्रेटरी (Cabinet Secretary) के रूप में भी कार्य करते है।
कितनी होती है आईएएस की सैलरी (IAS Officer Salary)
अक्सर देखा जाता है कि अधिकतर उम्मीदवार IAS बननी की चाह रखते है. IAS, IPS, IFS, IRS की तुलना करें तो ज्यादातर लोग IAS को प्राथमिकता देते हैं. वहीं बात अब आपसे एक IAS को मिलने वाले वेतन के बारे में कर लेते हैं. एक आईएएस अधिकारी की प्रतिमाह बेसिक सैलरी 56, 100 रूपये प्रतिमाह होती है. वहीं IAS को घर, गाड़ी सहित अन्य भत्ते की भी सुविधा दी जाती है.
SDM अवर सचिव / सहायक सचिव
SDM अवर सचिव / सहायक सचिव का वेतन 56,100 रूपये प्रतिमाह होता है.
अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (ADM)
बात अब अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट यानी कि ADM को मिलने वाले वेतन की करते हैं. ADM को 67,700 रुपये प्रतिमाह मिलते हैं.
जिला मजिस्ट्रेट/संयुक्त सचिव / उप सचिव
जिला मजिस्ट्रेट/संयुक्त सचिव / उप सचिव की प्रतिमाह सैलरी 78,800 रुपये होती है.
जिला मजिस्ट्रेट विशेष सचिव निदेशक
वहीं जिला मजिस्ट्रेट विशेष सचिव निदेशक को हर माह 1,18,500 रुपये का भुगतान किया जाता है.
डिविज़नल कमिश्नर/ सचिव-सह-आयुक्त
डिविज़नल कमिश्नर/ सचिव-सह-आयुक्त की प्रतिमाह सैलरी 1,44,200 रुपये होती है.
प्रमुख सचिव अपर सचिव
प्रमुख सचिव अपर सचिव का वेतन प्रतिमाह 1,82,200 रुपये होता है.
अपर मुख्य सचिव वेतन (Cabinet Secretary Salary)
एक अपर मुख्य सचिव (Cabinet Secretary Salary) की सैलरी प्रतिमाह 2,05,400 रुपये होती है.
प्रमुख शासन सचिव/ सचिव
प्रमुख शासन सचिव/ सचिव का वेतन हर माह 2,25,000 रुपये होता है.
भारत के कैबिनेट सचिव
एक IAS अधिकारी को सबसे अधिक वेतन का भुगतान भारत के कैबिनेट सचिव के पद पर किया जाता है. भारत के कैबिनेट सचिव का वेतन प्रतिमाह 2,50,000 रूपये होता है.
IAS Officer को मिलने वाला विशेष विदेशी भत्ता
वहीं अवर सचिव के रूप में मंत्रालय में शामिल होने के समय एक आईएफएस का कुल वेतन लगभग 60,000 रुपये होता है। इसमें मूल वेतन + एचआरए + डीए + टीए + अन्य भत्ते शामिल हैं। यदि किसी उम्मीदवार को विदेशों में पोस्टिंग मिलती है, तो उसका वेतनमान अलग होता है। उम्मीदवार को विशेष विदेशी भत्ते के तहत 2.40 लाख रुपये का वेतन प्राप्त हो सकता है। यह वेतन भी पोस्टिंग वाले देश के आधार पर तय होती है।