वाराणसी : Google में जॉब करते करते ऐसा क्या हुआ जो संन्यासिनी बन बैठी ये युवती
स्वामी विवेकानंद के मन में एक इच्छा थी कि वे चाहते थे कि उन्हें साक्षात ईश्वर के दर्शन हों। इस इच्छा को मन में लिए वे 49 से 50 गुरुओं के पास गए लेकिन उनकी सहायता किसी ने नहीं की। उसके बाद सबसे अन्तिम में स्वामी रामकृष्ण परमहंस जी ने उनकी सहायता की और उन्हें ईश्वर के दर्शन कराए। उसके बाद ही विवेकानन्द के मन की इच्छा पूरी हुई और उनकी यात्रा सफल हुई।
आज हम आपको बताने वाले हैं एक ऐसी सख्स के बारे में जो बिल्कुल विवेकानंद जी की तरह ही इच्छा रखती थीं। उनके भी मन में ये इच्छा थी कि वे ईश्वर के दर्शन करें, उन्हीं की तरह ये भी कई सारे गुरुओं के पास गई लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। फिर एक दिन वो मां श्वेतेशांभरी से मिली और उन्होंने ही उन्हें ईश्वर के दर्शन कराए। आईए उस सख्स के बारे में बताते हैं कि वो कहा कि हैं और कौन हैं। ब्रह्मवादिनी देविस्कंद जो कि वाराणसी के धर्म संसद में पहुंची थीं । वे दिल्ली में डेढ़ साल तक Google में जॉब कर चुकी हैं और अब सन्यासिनी बन गई हैं, आज परिस्थिति ये है की अब वो अध्यात्म को ही सब कुछ मानती हैं।
ईश्वर को देखने की इच्छा ले गई सन्यास की ओर
ब्रह्मवादिनी से हुई बातचीत के दौरान बताया कि वो दिल्ली की रहने वाली हैं और वहीं के स्कूल से बीकॉम करने के बाद उन्होने कंपनी सिक्रेटी का कोर्स किया। फिर कुछ समय बाद उन्होने गूगल में डेढ़ साल तक जॉब किया उसके बाद उन्होने सन्यास ग्रहण कर लिया। उन्होंने बताया कि उनकी मां का रुझान शुरू से ही अध्यात्म में था, तभी से उनका भी मन विवेकानंद की तरह ही ईश्वर देखने का था।
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पिता डरे हुए थे आज के साधु समाज से
ब्रह्मवादिनी के परिवार में वो उनके माता पिता और उसका एक भाई है, उनका कहना है कि उनकी मां ये हमेशा से चाहती थीं कि उनकी एक संतान धर्म के रास्ते पर चले। उनके पापा और भाई को ये नहीं पसंद था क्यूंकि उनके पापा को इस साधु समाज से थोड़ा डर था, क्यूंकि अभी जो साधु समाज से निकल रहे हैं उनका कुछ अलग ही रूप देखने को मिल रहा है।
सामाजिक मुद्दों को भी उठाया
ब्रह्मवादिनी ने परम धर्म संसद के बारे में कहा कि ये बहुत बड़ी बात है कि यहां आयोजित किया गया है। आज के समय में समाज में बहुत सारी दिक्कतें आती हैं लेकिन इस पर कोई भी ध्यान नहीं देता। उन्होंने कहा कि धर्म संसद में उन सारे मुद्दों के बारे में बातें होंगी जिन पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है जैसे की गो हत्या और अन्य मुद्दे। उन सब का सॉल्युशन किया जाएगा।