दुखद : सामने आई डॉ. हाथी के पार्थिव शरीर की अंतिम तस्वीर, थोड़ी देर में होगा अंतिम संस्कार
छोटे पर्दे पर प्रसारित होने वाले मशहूर टी वी सिरियल ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ के डॉ. हाथी हंसराज का सोमवार को हार्ट अटैक से निधन हो गया। जानकारी के अनुसार आज मंगलवार, 10 जुलाई को 11.30 बजे उनका अंतिम संस्कार होना था मगर ताज़ा जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है की मुंबई में हो रही तेज बारिश के कारण अब जाकर डेड बॉडी घर लाई गई है। जिसकी कुछ तस्वीरें सामने आई हैं।
इन तस्वीरों मे आप देख सकते हैं की उनके मृत शरीर को एम्बुलेंस से बाहर निकाला जा रहा है ताकिउनके चहेते उनका अंतिम दर्शन कर सकें। आपको बता दें की मशहूर कवि कुमार के फ्यूनरल में “तारक मेहता…” शो की पूरी टीम मौजूद रहेगी। बताया जा रहा है की एक शादी में शामिल होने गए सासाराम, बिहार गए आजाद के पेरेंट्स भी मुंबई लौट आए हैं, बेटे का पार्थिव शरीर देख आजाद के पिता फूटफूटकर रो पड़े।
आपको बता दें की हार्ट अटैक आने से ठीक दो दिन पहले ही 7 जुलाई को आजाद ने अपने शूट सीक्वेंस का आखिरी शॉट दिया था। अपनी शूटिंग खत्म करने के बाद उन्होंने मेकर्स से कहा था कि वे वर्तमान सीक्वेंस के लिए बचे हुए बाकी के सभी शॉट भी जल्दी ही पूरी कर लेंगे। ये सारी बातें खुद शो के प्रोड्यूसर असित मोदी ने बताई।
बिहार के सासाराम के निवासी थे हंसराज
बताना चाहेंगे की मशहूर टीवी शो तारक मेहता का उल्टा चश्मा के जीवंत कलाकार आजाद, बिहार के सासाराम स्थित गौरक्षणी के रहने वाले थे। ऐसा बताया जाता है की कुमार को बचपन से एक्टिंग का शौक था, मगर बड़े होते-होते उनका शरीर बेतरतीब ढंग से बढ़ने लगा मगर उनके हौसले ने उनका साथ कभी नही छोड़ा और उन्होंने अपनी एक्टिंग के शौक को भी खत्म होने नहीं दिया।
आजाद बताते थे की वो भागकर मुंबई आ गए थे और उस वक़्त उनकी जेब में फूटी कौड़ी नहीं थी। कई-कई रातें उन्होने भूखे पेट फुटपाथ पर गुजारी थीं। हालांकि धीरे-धीरे उन्हें टीवी शो में छोटा-मोटा रोल मिलना शुरू हुआ मगर असली पहचान और लोकप्रियता उन्हे सन 2009 में मिली जब वो ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ शो से जुड़े थे।
सर्जरी से घटाया था 80 किलो वजन
तारक मेहता का उल्टा चश्मा में अपनी कॉमेडी से सभी का दिल जीतने वाले हंसराज हाथी यानी कवि कुमार आजाद का वजन काफी ज्यादा था। एक ऐसा भी वक़्त था जब उनका वजह करीब 250 किलो से भी ज्यादा हुआ करता था जिसकी वजह से अक्सर ही उन्हे चलने-फिरने में काफी तकलीफ होती थी। बाद में अक्टूबर, 2010 में उन्होंने बैरियाट्रिक सर्जरी करवाकर अपना वजन तकरीबन 80 किलो तक कम किया था।