इमरान खान के पीएम बनने पर लगा ग्रहण, भ्रष्टाचार में पाए गए संलिप्त
कभी भारत का अंग रहा हमारा पड़ोसी देश पाकिस्तान में कभी भी कुछ भी हो सकता हैं| दरअसल पाकिस्तान में कभी भी सरकार गिर जाती हैं| जी हाँ अभी हाल ही में पाकिस्तान में चुनाव हुये हैं| इस चुनाव में पूर्व क्रिकेटर और पीटीआई पार्टी के मुखिया इमरान खान 11 अगस्त को प्रधानमंत्री के पद की शपथ लेने वाले हैं | लेकिन शपथ लेने से पहले ही उनके ऊपर भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया गया हैं| इमरान पर सरकारी हेलिकॉप्टरों के गलत इस्तेमाल के मामले में भ्रष्टाचार रोधी निकाय ने समन भेजा है। मीडिया के मुताबिक इमरान के सरकारी हेलिकॉप्टरों के गलत इस्तेमाल से खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के खजाने को 21.7 लाख रुपये का नुकसान हुआ हैं।
अब इस मामले में राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (NAB) ने इमरान खान को 7 अगस्त को पेश होने को कहा। था| साल 2013 से खैबर पख्तूनख्वा में इमरान खान की पार्टी की प्रांतीय सरकार है। ऐसे में NAB प्रांतीय सरकार के राजकोष में 21.7 लाख रुपये के नुकसान की जांच कर रहा है। इससे पहले भी इमरान को इस मामले में 18 जुलाई को समन भेजा गया था, लेकिन वो चुनाव में व्यस्त थे| इस कारण इमरान के वकील ने एक अपील दायर किया था और NAB से 7 अगस्त तक की मोहलत मांगी थी| इस साल के चुनाव में इमरान की पार्टी सबसे बड़े दल के रूप में उभरी है।
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दूसरी ओर इमरान को पराजित करने के लिए पीएमएल नवाज, पीपीपी, एमएमए और एएनपी एकजुट हो गए हैं| ये पार्टियां इमरान खान की पार्टी पीटीआई को कड़ी टक्कर देने के लिए एकजुट हो गई हैं। पाकिस्तान की इन पार्टियां ने पीएम, स्पीकर और डिप्टी स्पीकर पद के लिए अपना उम्मीदवार मैदान में उतारने का फैसला कियाहै। हाल ही में पाकिस्तान में हुये चुनाव में इमरान खान की पार्टी ने 116 सीटों पर जीत दर्ज की थी। दूसरी ओर इमरान के खिलाफ एकजुट हो रही पार्टियों ने 119 सीटों पर कब्जा किया| लेकिन फिर भी दोनों पार्टियां बहुमत साबित नहीं कर पायी हैं|
हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान में सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को बहुमत के लिए 137 का कड़ा होना चाहिए। ऐसे में दोनो पार्टियां की कोशिश हैं की वो छोटे दलों और निर्दलीय उम्मीदवारों को भी अपने साथ मिला ले। अब इस कोशिश में जिसे सफलता मिलेगी वो ही पाकिस्तान में सरकार बना पाएगा| सेना का झुकाव इमरान की तरफ है और सेना चाहती हैं की इमरान ही पीएम की कुर्सी पर आसीन हो, लेकिन इन पार्टियों की एकजुटता ने इमरान और सेना दोनों के इरादो पर पानी फेरने का काम कर रही हैं| अब देखना होगा की हमारे पड़ोसी राज्य में किसकी सरकार बनती हैं|