नए साल में वाराणसी को मिला 600 करोड़ का कैंसर संस्थान, पूर्वोत्तर भारत को मिलेगा इसका लाभ
वाराणसी के साथ साथ यूपी तथा पूर्वोत्तर भारत के लोगों के लिए हम काफी अच्छी ख़बर ले कर आए हैं। ऐटमीक एनर्जी कमिशन ने 600 करोड़ की लागत से बना हुआ महामना मदन मोहन मालवीय कैंसर संस्थान का काम साल 2019 के जनवरी महीने से ही शुरू होने की निश्चित तिथि तय कर दी गई है। इसमें अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ साथ 350 बेडों का एक हॉस्पिटल शुरू किया गया है। इससे लोगों को कैंसर के बेहतर इलाज के लिए किसी अन्य बड़े शहरों में चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।
यूपी में भारत का सबसे बड़ा महामना कैंसर संस्थान बीएचयू कैंपस के 15 एकड़ के क्षेत्र में बना है। ये कैंसर संस्थान तीन ब्लॉक वाला है तथा पांच मंजिला है इस भवन को बनाने में केवल दस महीने लगे हैं। हमारे देश का ये पहला हॉस्पिटल है जिसका भवन प्री – फेब्रिकेशन तकनीक से बनाया गया है।
प्री-फैब्रिकेशन तकनीक से तैयार हो रही इमारत
बीएचयू में प्रस्तावित पं. मदन मोहन मालवीय कैंसर संस्थान अपनी तरह का देश का पहला ऐसा अकेला अस्पताल होगा, जिसके भवन का निर्माण प्री-फैब्रिकेशन तकनीक से किया जा रहा है। आपको बता दें की प्री-फैब्रिकेटेड बिल्डिंग के अधिकतर भाग को फैक्ट्रियों में पहले से ही तैयार कर लिया जाता है, जिसे कंस्ट्रक्शन साइट पर लाकर बस असेंबल करना होता हैं और इस तरह की बिल्डिंग के निर्माण में भी काफी कम समय लगता है।
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जनवरी से शुरू होगा कैंसर रोगियों का इलाज
सूत्रों के अनुसार इस मौके पर टाटा रिसर्च सेंटर के डॉक्टर भी मौजूद थे, वहां मौजूद डॉक्टर्स और एटमिक एनर्जी की टीम ने इस भवन के निर्माण के साथ ही नाभिकीय विद्युत ऊर्जा के लिए वहां की प्रौद्योगिकी तथा व्यवस्था का निरीक्षण किया और इसके साथ ही ये भी तय किया गया है कि उद्घाटन के साथ ही जनवरी के महीने से कैंसर के रोगियों का इलाज भी शुरू हो जाएगा। बाकी की अन्य चिकित्सकीय सुविधाएं भी अगले दो से तीन महीने के भीतर ही उपलब्ध करा दी जाएंगी।
वरदान साबित होगा बनारस में कैंसर संस्थान
बीएचयू के महामना कैंसर संस्थान में में सौ तरह के कैंसर की बीमारियों का इलाज संभव हो सकेगा। इसमें कैंसर से पीड़ित बच्चों तथा घातक ब्लड कैंसर के इलाज के साथ – साथ बोन मैरो ट्रांसप्लांट की सुविधा वहां के लोगों तथा खासकर बच्चों के लिए वरदान साबित होगी। इस अस्पताल में सबसे आधुनिक मशीनों से लैस ब्लड बैंक की भी सुविधा होगी। इसकी सबसे खास बात तो ये है कि इसमें कम खर्च में ही गरीबों के बेहतर इलाज ध्यान दिया जाएगा। बता दें कि भाभा कैंसर अस्पताल में केवल 46 रुपए जमा कर रजिस्ट्रेशन कराने पर इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
कम खर्च में मिलेगा बेहतर इलाज
वाराणसी में खुले कैंसर संस्थान में बहुत ही मामूली सी फीस पर गरीबों के लिए बेहतर इलाज पर विशेष रूप से जोर दिया जाएगा, असल में बड़े शहरों के प्राइवेट हॉस्पिटल की तुलना में यहां इलाज पर ढाई गुना कम खर्च होगा। इसके संचालन के लिए परमाणु उर्जा विभाग सालाना सौ करोड़ रुपये टाटा ट्रस्ट को देगा।