पहली बार किसी आईएएस ने लिया था विदेश से ऑनलाइन चार्ज, जानें इनके बारे में और बातें
देश की सबसे चर्चित आईएएस अधिकारी बी चन्द्रकला की पोस्टिंग उत्तर प्रदेश राज्य में है| इस राज्य में सत्ता सपा की या फिर बसपा की रही हो वो अपनी छवि की वजह से हमेशा ही महत्वपूर्ण पदों पर रही हैं| दरअसल आपने सोशल मीडिया पर उनकी बहुत सारी तस्वीरे और विडियों देखि होंगी जिसमें वो अधिकारियों को फटकार लगाते नजर आती हैं| वो अधिकारियों की जरा सी लापरवाही बर्दाश्त नहीं करती और उन्हें उसी जगह पर फटकार लगा देती हैं| उनके इस अंदाज को लोग खूब पसंद करते हैं और उनके काम की भी लोग जम कर सराहते हैं|
यह भी पढ़ें : इस बार नए साल पर पीएम मोदी ने दिया देशवासियों को बड़ा तोहफा, सुनकर खुशी से झुम उठेंगे आप
बी चन्द्रकला का जन्म तेलंगाना के करीमगनर जिले मे हुआ था| उन्होने केंद्रीय विद्यालय से 12 कक्षा पास की और इसके बाद उन्होने स्नातक की पढ़ाई हैदराबाद के कोटी महिला कॉलेज से की थी| कॉलेज की पढ़ाई खत्म होने पर उनके घर वालों ने उनकी शादी कर दी लेकिन उन्होने शादी के बाद भी डिस्टेंस एजुकेशन से अर्थशास्त्र में पोस्ट ग्रेजुएशन किया|
चन्द्रकला को उनके पति ने सपोर्ट किया और उन्होने यूपीएससी की परीक्षा में 409 रैंक से पास हुयी| इतना ही नहीं वो 12 साल की एक बेटी की माँ भी हैं और उनके इस सफलता में उनके पति का बहुत बड़ा योगदान रहा| बी चन्द्रकला 2008 बैच की यूपी कैडर की आईएएस अधिकारी हैं|
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 15 अक्टूबर 2015 आईएएस अधिकारी बी चन्द्रकला का ट्रांसफर मथुरा से बुलंदशहर में कर दिया गया था और वो उस समय मथुरा की डीएम थी| लेकिन जब उनका ट्रांसफर किया गया तब वो दुबई में अपने परिवार के साथ छुट्टियाँ मना रही थी और उन्होने दुबई से ही अपना चार्ज फैक्स और ईमेल के जरिये लिया था और इस तरह चार्ज लेने वाली पहली डीएम थी| दरअसल उस समय तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने निर्देश जारी किया था कि सभी अधिकारी आदेश जारी होने की रात ही अपना चार्ज संभाल लेंगे|
बता दें कि उन्होने सोशल मीडिया पर दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पीछे छोड़ दिया था| बी चन्दकला ने अपने करियर में इलाहाबाद के सीडीओ (मुख्य विकास अधिकारी) और एसडीएम के पद पर रह चुकी हैं| इसके बाद वो बुलंदशहर की डीएम बनी और फिर वो इस पद पर रहते हुये चर्चा में आयी| दरअसल भ्रष्टाचार की आशंका पर अधिकारियों व ठेकेदारों को सरेआम फटकार लगाने की उनकी छवि ने बहुत जल्द सोशल मीडिया पर एक दमदार डीएम की छवि बना दी|
इसके बाद वो केंद्र सरकार के उपसचिव पेयजल के पद पर रही और फिर वो केंद्र सरकार के स्वच्छता मंत्रालय से भी जुड़ीं। इसके बाद उन्हें केंद्रीय राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति का प्राइवेट सेक्रेटरी नियुक्त कर दिया गया। मार्च 2018 में यूपी सरकार ने उन्हें अपने मूल कैडर में वापस बुला लिया और उन्हें लखनऊ में विशेष सचिव माध्यमिक शिक्षा बना दिया गया| बी चन्द्रकला के ऊपर भी भ्रष्टाचार के आरोप लग चुके हैं|