30 साल बाद रक्षाबंधन पर बना रहा है ये महासंयोग, ये है राखी बांधने का सबसे शुभ मुहूर्त
Youthtrend Religion Desk : हर वर्ष की भांति इस बार भी रक्षाबंधन का पर्व श्रावण माह की पूर्णमासी के दिन मनाया जाएगा, इस बार राखी 3 अगस्त को हैं, इस बार रक्षाबंधन का पर्व सावन के आखिरी सोमवार के दिन हैं, रक्षाबंधन के अलावा इस त्यौहार को राखी, श्रावणी, सावनी या सलूनों के नाम से भी पहचानते हैं। बहन के द्वारा भाई को बांधे जाने वाली राखी को प्रेम का धागा भी कहा जाता हैं, राखी के इस धागे से भाई बहन को उसकी रक्षा करने का वादा करता हैं, इस वर्ष राखी का पर्व वैसे भी शुभ संयोग में हैं क्योंकि इस बार 29 साल बाद राखी के दिन अमृत सिद्धि योग बनता हुआ दिखाई दे रहा हैं।
क्यों विशेष हैं इस बार का रक्षाबंधन
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिस योग में इस बार रक्षाबंधन का पर्व आ रहा हैं ऐसा शुभ संयोग पिछली बार वर्ष 1991 में आया था, इस बार राखी बांधने का शुभ मुहूर्त पूरे दिन के लिए हैं, भद्रा काल के खत्म होने के बाद सुबह 08:28 से लेकर रात 08:20 तक बहनें अपने भाइयों को राखी बांध सकती हैं। इस बार राखी पर पूर्णिमा तिथि के साथ-साथ शनि का सप्तक योग, सर्वार्थ सिद्धि योग, सोमवती पूर्णिमा, श्रवण नक्षत्र, उत्तराषाढ़ा नक्षत्र, आयुष्मान योग और प्रीति योग भी हैं।
राखी पर हैं शुभ संयोग और शुभ मुहूर्त
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक इस वर्ष राखी पर भद्रा बहुत ही आंशिक हैं जिस वजह से पूरा दिन राखी बांधी जा सकती हैं इस बार राखी पर सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ दीर्घायु आयुष्मान योग भी हैं, रक्षाबंधन पर सूर्य शनि समसप्तक योग होने से भी रक्षाबंधन का शुभ फल मिल सकता हैं। रक्षाबंधन के दिन आयुष्मान दीर्घायु योग होने से भाई-बहन की उम्र लंबी हो जाएगी, इसके अलावा ऐसा बहुत ही कम होता हैं कि सावन के दिन रक्षाबंधन का पर्व हो और इस बार रक्षाबंधन सावन के आखिरी सोमवार को हैं।
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रक्षाबंधन पर भी हैं कोरोना की मार
इस समय पूरी दुनिया में कोरोना का काल छाया हुआ हैं इसलिए दूर-दूर रहने वाले भाई-बहन इस बार रक्षाबंधन पर एक-दूसरे से नहीं मिल पाएंगे, ऐसे में दूर रहकर भी रक्षाबंधन का पर्व मनाया जा सकता हैं, ऐसी स्थिति में बहनें अपने भाई को वीडियो कॉल करके उन्हें देखते हुए भगवान श्रीकृष्ण को अपना भाई मानकर उनकी मूर्ति या तस्वीर को राखी बांध कर या राखी रख कर भी ये पर्व मना सकती हैं।