बेटे की शादी की तैयारी कर रहा था परिवार, सरहद से आई शहादत की खबर, चार साल पहले फ़ौज में हुआ था भर्ती
Youthtrend News Desk : एक पिता पर उस वक़्त क्या गुजरती होगी जब उसे कहबर मिलती है कि उसका जवान बेटा सीमा पर शहीद हो गया है। हिमालच के हमीरपुर जिले का एक और लाल आतंकवादियों से मुठभेड़ में शहीद हो गया। यह मुठभेड़ जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर में हुई। जिसमें हमीरपुर जिला के गलोड गांव के रहने वाले रोहिन कुमार (24 साल) सपुत्र रसील कुमार को आतंकवादियों की गोली लगी।
गलोड गांव का लाल शहीद
संवाददाता ने बताया कि, रोहिन के घरवाले उसकी शादी की तैयारी कर रहे थे। मगर उसके शहीद होने का समाचार मिलते सारा गांव गमगीन हो गया। घर पर मातम पसर गया है। परिजनों के मुताबिक, रोहिन की नवंबर में शादी होनी थी। रोहिन चार साल पहले ही सेना में भर्ती हुआ था। अब रोहिन के पार्थक शरीर के देर शाम तक गांव में पहुंचने की उम्मीद है और उसके बाद गांव के ही शमशानघाट में रोहिन का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
चार साल पहले हुआ था भर्ती
शहीद रोहिन के पिता रसील कुमार ने बताया कि बेटे ने बचपन से ही फौज में जाने का सपना मन में पाले हुए थे। अब वह हमारे बीच नहीं रहा। हमें बेटे की शहादत पर गर्व है। परिवार के लोग उसकी बहादुरी के किस्से जानते थे।
परिजनों की पीड़ा
रोहिन के चाचा अनिल वर्मा बोले कि, भतीते के शहीद होने से हमें बहुत चोट पहुंची है और पूरा परिवार सदमे में है। सरकार आर-पार की लडाई की बात करती है, लेकिन ऐसा असल में होता नहीं है। इसलिए, आए दिन कहीं न कहीं हमारे फौजी शहीद हो रहे हैं।