विवाह में हो रही है देरी तो सावन के सोमवार को करें बेलपत्र का ये उपाय, जल्दी होगी शादी
Youthtrend Religion Desk : सावन का महीना ना केवल शिव भक्तों को बल्कि खुद भगवान शिव को भी प्रिय हैं, कहा जाता हैं कि सावन के महीने में महादेव खुद धरती पर आते हैं, सावन के महीने में अगर भगवान शिव की सच्चे दिल से आराधना की जाए तो भगवान भोलेनाथ आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी कर देते हैं। जो भी कुंवारी लड़कियां होती हैं उन्हें सावन के महीने का हर साल इंतज़ार रहता हैं, मनचाहे जीवन साथी की इच्छा पूर्ति के लिए सावन सोमवार को शिवजी की विशेष पूजा का विधान हैं आज हम आपकों सावन के महीने में किये जाने वाला एक विशेष उपाय बताने जा रहें हैं जिसको करने से कुंवारी कन्याओं को मनचाहे वर की प्राप्ति होती हैं।
भगवान भोलेनाथ होते हैं बेल पत्र से जल्द प्रसन्न
भगवान भोलेनाथ बहुत ही भोले हैं वो अपने भक्त की भक्ति से बड़ी ही जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं, शिवशंकर को बेलपत्र बहुत ही प्रिय हैं इसलिए शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाए जाते हैं बेल के पेड़ की पत्तियों को ही बेलपत्र कहा जाता हैं बेलपत्र के बिना भगवान शिवशंकर की पूजा कभी भी पूर्ण नहीं होती हैं, बेलपत्र या बिल्वपत्र और जल के द्वारा भगवान भोलेनाथ का मस्तिष्क शीतल रहता हैं और इसके प्रयोग से भगवान बहुत ही जल्द प्रसन्न रहते हैं।
किस तरह करने चाहिए भगवान भोलेनाथ पर बेलपत्र अर्पण
सावन में सोमवार के दिन भगवान शिवशंकर पर 108 बेलपत्र चढ़ाने चाहिए, बेलपत्र को चढ़ाने से पहले उस पर सफेद या पीले चंदन से भगवान राम का नाम लिखिए और शिवलिंग पर चढ़ा दीजिए, अब आप ये सोचेंगे कि भगवान शिव शंकर पर चढ़ाएं जाने वाले बेलपत्र पर भगवान राम का नाम क्यों लिखना हैं, तो हम आपकों बताना चाहेंगे कि भोलेनाथ को भगवान राम बहुत प्रिय हैं और एक दूसरे के आराध्य हैं इसलिए बेलपत्र पर राम नाम लिखा जाता हैं।
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क्या सावधानियां बरतनी चाहिए भोलेनाथ पर बेलपत्र चढ़ाते समय
जिस प्रकार बेलपत्र चढ़ाने से महादेव खुश हो जाते हैं उसी प्रकार अगर सही विधि विधान से बेलपत्र ना चढ़ाएं जाए तो भोलेनाथ रूष्ट भी हो सकते हैं, ध्यान रहें कि कभी भी खंडित या कटा-फटा बेलपत्र ना अर्पण करें, बेलपत्र वही ले जो साथ तीन बेलपत्र होते हैं, उन्हें अच्छे से धोकर उस पर चंदन से राम नाम लिखना चाहिए, राम नाम हमें बेलपत्र की उल्टी तरफ लिखना हैं, अब सोमवार के दिन सुबह के समय शिवलिंग पर जल और दुग्धाभिषेक करने के बाद बेलपत्र चढ़ा दें और भोलेनाथ के समक्ष अपनी मनोकामना कह दें, इस उपाय के करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।