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AC का टेंपरेचर 24 डिग्री पर ही क्यों सेट होता है, वजह जानकार आप भी सोच में पड़ जायेंगे

AC Temperature : आजकल आप ज्यादातर घरों-ऑफिसों में AC लगा हुआ देख सकते है, क्योंकि इसी ठंडी-ठंडी हवा लोगों को गर्मी से राहत दिलाने का काम करती है। वहीं आपने देखा होगा कि लोग ज्यादा कूलिंग के लिए AC के Temperature को 16-18 डिग्री-नीचे की ओर से सेट करते है। लेकिन क्या आप जानते है कि एयरकंडीशनर का नॅार्मल टेंपरेचर कितना होना चाहिए जो हमें नुकसान न पहुंचा सके। वहीं सरकार ने भी इसे लेकर कुछ साल पहले एसी का डिफाल्ट Temperature 24 डिग्री पर सेट करने के लिए कहा गया था, लेकिन आप जानते है ऐसा क्यों? तो चलिए पता करते है इसके पीछे कि वजह…

इस वजह से 24 पर सेट रहता है AC का टेंपरेचर

बता दें कि गर्मियों से बचने के लिए लोग एयर कंडीशनर (AC) का सहारा लेते है। वहीं अपने AC के टेंपरेचर को ज्यादा लो पर चलाते है, जिससे की ये ज्यादा कूलिंग दे। अब बात करते हैं 24 डिग्री डिफाल्ट सेल्सियस की, इसे लेकर 2-3 साल पहले ऊर्जा मंत्रालय ने भी सुझाव दिया था। लेकिन अब सोचने वाली बात ये है कि आखिर ऐसा करके क्या होगा जब हम ज्यादा कूंलिग का आनंद ही ना ले सकें। आपने अक्सर बहुत से लोगों को नोटिस किया होगा कि वो रूम में घुसते ही अपने एसी का टेंपरेचर डाउन कर के चलाते है।

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दरअसल, सरकार ने भी 24 डिग्री तापमान रखने को इसलिए कहा क्योंकि इसके पीछे की असली वजह एनर्जी को बचाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करना था। वहीं इसे लेकर सरकार चाहती है कि जागरुकता अभियान चलाया जाए, जिसके जरिए लोग इसके फायदे जाने और इसे लेकर जागरुक हो।

आने वाले साल 2050 में होंगे ये हालात

वहीं अगर एनर्जी एजेंसी की रिपोर्ट को देखा जाए तो इसके अनुसार 2016 तक दुनिया में 16.22 अरब एयर कंडीशनर (AC) मौजूद थे। वहीं आने वाले साल 2050 तक इस आंकड़े में करीब 40 अरब की बढ़त होने की संभावना है, लेकिन रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर AC को लेकर कोई सुधार नहीं हुआ तो हालात ऐसे ही होंगे।

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इससे हम सीधा अनुमान लगा सकते है कि दुनिया में एसी की मांग जितनी बढ़ेगी, तो बिजली की Consuming में उतना ही इजाफा होगा। रिपोर्ट के मुताबिक Energy की अनुमानित मांग पर गौर किया जाए तो 2050 तक ये 1997 से बढ़कर 6205 टेरावॉट/घंटे हो जाएगी।

यहां होगी AC की सबसे ज्यादा मांग

बता दें कि, इंटरनेशनल एनर्जी एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2050 तक दुनिया में AC की सबसे ज्यादा Demand इंडिया से होगी। रिपोर्ट के अनुसार AC की खरीद में 4206% की बढ़ोत्तरी होगी। वहीं INDIA के बाद दूसरे नंबर पर इंडोनेशिया का नंबर आता है, जहां 1845% की दर से बढ़त होगी।

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दुनिया के दूसरे देशों में AC न्यूनतम तापमान

दुनिया के दूसरे देशों की बात करें तो एसी के तापमान को लेकर जागरुकता अभियान चलाए गए हैं। जापान भी इस लिस्ट मुल्कों में शामिल है वहां 2005 से कंपनियों और घरों में तापमान 28 डिग्री सेल्सियस रखने को लेकर जोर दिया जाता है। अमेरिका की बात करें तो कैलिफॉर्निया में गर्मियों के दौरान 25.6 डिग्री सेल्सियस से कम नहीं रख सकते।

बता दें कि एसी का डाउन टेंपरेचर आपको जरूर राहत देता होगा, वहीं दूसरी ओर ये आपके हेल्थ को बड़ी बुरी तरह से प्रभावित करता है। दरअसल, एसी कमरे में मौजूद नमी को सोखता है, इसलिए इसका आपके हेल्थ पर नेगेटिव इफेक्ट पड़ता है। वहीं आपके आपकी स्किन को भी ये प्रभावित करता है।

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