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Women’s Day Special: आज की नारियों में होने चाहिए ये विशेष गुण

हमारे समाज में महिलाओं के प्रति सभी का अलग- अलग नजरिया है, उनकी शिक्षा, परवरिश ,रहन-सहन सब कुछ समाज के अनुसार ही बदलता है परंतु अब वक्त के साथ महिलाएं भी खुद को बदल चुकी है, उनके सोच में काफी सकारात्मक बदलाव देखने को मिला है। अब वह दूसरों के लिए नहीं बल्कि खुद के लिए भी जीती है, अब वह अपने प्रति पहले से काफी उदार भी हुई है। ‘8 मार्च’ यानि वह दिन जब हम सभी “महिला दिवस” (Women’s Day Special) मनाते हैं, आइये जानते हैं महिलाओं के कुछ विशेष गुण के बारे में जो विशेष रूप से हर महिला के अन्दर होने चाहिए।

Women’s Day Special: हर स्त्री में हो ये विशेष गुण

Women's Day Special

कार्यों के प्रति जिम्मेदारी

आजकल महिलाएं अपने कामों के प्रति काफी जिम्मेदार है वह जितनी जिम्मेदारी अपने कंधों पर लेती है। अपनी प्राथमिकता अनुसार उसको पूरा भी करती है वह उतना ही जिम्मेदारी अपने कंधों पर लेती है जितना वह अच्छी तरह से उस काम को कर सके, अब महिलाएं दूसरों की खुशी के लिए अधिक काम का बोझ नहीं लेती है।

अभिव्यक्ति

आजकल की महिलाएं अपने विचारों को सबके सामने खुल कर रखती है अगर उन्हें किसी की कोई बात पसंद आती है तो वह तारीफ करने में कभी पीछे नहीं हटती, परंतु अगर वही बात उन्हें नापसंद हो तब वह बेझिझक उनके सामने बोल देती है।

शिक्षित

आजकल की महिलाएं शिक्षित है, अब अधिकतर महिलाएं शिक्षित है और  उन्हें प्रत्येक विषयों का ज्ञान है वह आधुनिकता एवं सभ्यता दोनों को लेकर चलती है किसी के प्रति आभार व्यक्त करना और अपनी गलती होने पर तुरंत उसे स्वीकार करना और माफी मांगना आधुनिक महिला की आदत में शामिल है।

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अपडेट रहना

आजकल की महिलाएं हमेशा अपडेट रहती हैं वह नई-नई चीजें एवं टेक्नोलॉजी  को भी सिखती है वह मोबाइल, स्मार्टफोन, नेट बैंकिंग, कंप्यूटर, लैपटॉप जैसे जितने भी टेक्नोलॉजी है उसका उपयोग अपने जीवन में करती है, वह नई चीजों को भी सीखने की लालसा रखती है।

बाटकर काम करना

आधुनिक महिलाएं अपना काम बांट कर करती है क्योंकि वह जानती हैं कि सारा काम वह अकेले नहीं कर पाएंगी वह घर, बाहर, बच्चों और परिवार के सारे काम अकेले नहीं देख पाएगी इसलिए वह सारे काम को अलग-अलग सदस्यों में बांटना जानती है।

अपना ख्याल रखना

आजकल महिलाएं अपना ख्याल खुद रखती है वह खुद से ही प्यार करती है परिवार के साथ-साथ वह खुद का भी बखूबी ध्यान रखती है और खुद का सम्मान भी  करती है।

गलत के खिलाफ आवाज उठाना

अब महिलाएं किसी भी अत्याचार को चुपचाप सहन नहीं करती है और ना ही दूसरे को सहने देती है अपने प्रति हो रहे गलत व्यवहार पर अब वे आवाज उठाती है और खुद अपने पैरों पर खड़े होने का प्रयास करती है वक्त आने पर वह अपने गैर जिम्मेदार पति को छोड़ कर अकेले रहने का भी साहस रखती है।

अपने लिए समय निकालना

अब महिलाएं अपने लिए भी समय निकालती है अब वह परिवार के साथ हमेशा घिरे रहना पसंद नहीं करती वह अब खुद के लिए समय निकालकर दोस्तों के साथ घूमना दोस्तों के साथ वक्त बिताना अपनी मनपसंद चीजें खाना अपने मनपसंद गतिविधियों में भाग भी लेतीं हैं।