महिला दिवस विशेष: वाराणसी में चल रही महिलाओं की ‘ग्रीन गैंग’, बेहद ख़ास है इसका उद्देश्य
8 मार्च, यह दिन विश्वभर में मौजूद किसी भी महिला के लिए एक ख़ास महत्त्व रखता है क्योंकि यह दिन अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन महिलाओं को उनके कार्यों के अनुसार मान सम्मान दिया जाता है जो अपनी लाख परेशानियों को पड़े रखकर अपने लक्ष्य को हासिल किया है। महिलाएं एक शक्ति का रूप होती है इसी तरह की कुछ महिलाओं के बारे में आज हम आपको बताएंगे जो कि दूसरे महिलाओं के लिए काफी प्रेरणा स्रोत है। वाराणसी में महिलाओं की ‘ग्रीन गैंग’ एक्संगठन चलती हैं जो बहुत ही मशहूर है इस संगठन का उद्देश्य है शराब से मुक्ति दिलाना।
क्या है ये ‘ग्रीन गैंग’
वाराणसी के महिलाओं का यह ‘ग्रीन गैंग’ काफी सक्रिय है इस ग्रीन गैंग में 25 महिला सदस्य काम कर रही है यह महिलाएं अपने आसपास के गांवों में जाकर सबके घरों में उन लोगों से बात करती हैं और उन लोगों से यह अपील करती है कि वह लोग शराब से दूर रहे उनसे हाथ जोड़कर नम्र निवेदन भी करती है शराब से मुक्ति के लिए। महिलाओं का यह कदम बहुत ही सराहनीय है। यह महिलाएं उन गांव में जाकर वहां की महिलाओं को भी इस संगठन के प्रतिजागरूक करती है और उन्हें हिम्मत भी देती है ताकि वह भी इसके खिलाफ खड़े हो सके।
बंदेपूर, खुशियारी गाँव
खुशियारी गांव में सबसे ज्यादातर मजदूर लोग ही रहते हैं, इस गांव की पूरी आबादी लगभग 67,100 है। ज्यादातर मजदूर लोगों के रहने से गांव के पास ही शराब का ठेका है और अक्सर ही मजदूर लोग हर शाम शराब पी कर आते हैं और घर में मारपीट करते हैं, जिस वजह से यहां की महिलाओं ने अपने निजी संस्था के मदद से अपना एक संगठन बनाया और उस संगठन का नाम दिया “ग्रीन गैंग” और उन्होंने अपने पूरे गांव को शराब से मुक्त करने को भी ठान लिया।
‘ग्रीन गैंग’ का उद्देश्य शराब से मुक्ति
बंदेपुर खुशियारी गांव के महिलाओं का ग्रीन गैंग संगठन शराब मुक्ति के अभियान में आगे आई महिलाओं का उद्देश्य था की गांव के जितने भी पुरुष है उनको शराब मुक्ति के तरफ जागरूक करना। जहां हर कोई शराबबंदी की मांग कर रहा है वही इन महिलाओं ने इस गांव के पुरुषों को इसके प्रति जागरूक करने का प्रयास किया है। यह लोग गीत गाकर एवं हाथ जोड़कर लोगों से अपील करते नजर आए। इन्होंने पुरुषों को शराब से दूर रहने के लिए अपील की शराब से होने वाले दुष्प्रभाव को बताया इन्हें यह उम्मीद थी कि इनके यह अभियान से कहीं ना कहीं सफलता जरूर मिलेगी और कभी न कभी वह पूरे गांव को शराब मुक्त कर लेंगी। वाराणसी के इस संस्था की महिलाएं शराब के खिलाफ रोजाना मुहिम चला रही है, यह काफी मेहनत भी कर रही है इस संगठन को लेकर ताकि जितना जल्द हो सके वह इस गांव को शराब से मुक्ति दिला सके।