जब IPS अधिकारी ने गरीब बेटी को बनाया अपना जीवन साथी
“प्रेम न देखे जात पात प्रेम न देखे रंग प्रेम बिना न ज़िंदगी प्रेम बिना न उमंग प्रेम ही आधार है ,प्रेम ही जीवन सार है , प्रेम सबसे करो तो जीवन है इक स्वर्ग” यदि आपने भी जीवन में किसी से सच्चा प्रेम किया होगा तो यह लाइन तो अवश्य सुनी होगी जिसका सीधा और साफ़ अर्थ है, जाति और धर्म के बंधन से ऊपर है प्रेम का बंधन है। इस बता से हम सभी बेहतर वाकिफ हैं कि अपने सपने को पूरा करने का एक ही सूत्र है, मेहनत। चाहे वह सपना अपना कॅरियर बनाने के हो या फिर अपना जीवन साथी चुनने का, कुछ ऐसा ही वाकया हुआ एक IPS अधिकारी के साथ।
IPS अधिकारी ने पेश की मिसाल
उस परिस्थिति में इस तरह के निर्णय लेने में तब ओर ज्यादा सतर्कता व सावधानी रखना जरूरी है कि जब शादी अन्तरजातीय हो। असल में यह कथन है नयाबास सुजानगढ़ के वर्ष 2019 में चयनित आईपीएस सत्यनारायण प्रजापत (28) का, जिन्होंने अभी तत्काल में ही अन्तरजातीय शादी की है। लेकिन यहाँ पर ख़ास ये नहीं है कि यह विवाह अंतरजातीय है बल्कि ख़ास ये है कि प्रजापत ने इसी मोहल्ले के बेहद ही साधारण परिवार के तृतीय श्रेणी के सरकारी शिक्षक सुरेन्द्र वर्मा की पुत्री शोभा (26) से विवाह किया है।
जानकारी के लिए बता दें कि शोभा वर्मा अभी जीएसटी में निरीक्षक है। वो भुवनेश्वर में नियुक्त है। हुआ कुछ यूँ कि 10 दिसम्बर को सत्यनारायण के घर कोविड-19 एडवाइजरी करते शादी का संक्षिप्त समारोह हुआ। वैसे शादी के लिए कोर्ट में पंजीयन जून 2020 को ही करा लिया था। आईपीएस सत्यनारायण भी साधारण परिवार से है जिनके पिताजी जगदीश प्रसाद राज मिस्त्री है। सत्यनारायण व शोभा ने अपनी शादी बेहद साधारण तरीके से करते हुए अपने मोहल्ले और समाज में एक मिसाल भी कायम की है।