Reading During Pregnancy: प्रेग्नेंसी में माँ पढ़ेंगी ऐसी किताबें तो गर्भ में ही शिशु को मिलेंगे अच्छे संस्कार
Reading During Pregnancy | कहा जाता है कि किताबें मनुष्य की सबसे अच्छी मित्र होती है, शायद ये बिल्कुल सही बात भी है कि क्योंकि किताबों से ही इंसान को बहुत सी अच्छे बातें सीखने को मिलती है। किताबें पढ़ने से हमें बहुत सी प्रेरणादायक बातें सीखने के साथ-साथ देश और दुनिया से जुड़ी बेहद जानकारी भी प्राप्त होती है। इसके अलावा कहा जाता है कि गर्भवती महिलाओं को किताबें पढ़ने से बहुत फायदा मिलता है।
गर्भावस्था में महिलाओं को किताबों को पढ़ने (Reading During Pregnancy) से ना केवल तनाव दूर होता है बल्कि किताबों को पढ़ने से उन्हें बेहद अच्छी नींद भी आती है। विशेषज्ञों के अनुसार किताबों को पढ़ने से गर्भ में पल रहे नवजात को भी अच्छे संस्कार मिलते है, आज हम आपको ये बताने जा रहे है कि कौन सी किताबों को पढ़ने से गर्भवती महिलाओं के गर्भ में पल रहे बच्चे को अच्छे संस्कार मिल सकते है।
Reading During Pregnancy
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विशेषज्ञों के मुताबिक गर्भ में पल रहे बच्चें का तीसरे महीने में दिमाग का विकास होने लगता है और वो बच्चा अपनी मां के द्वारा ही शरीर के बाहर होने वाली सभी हरकतों को महसूस करता है। इसके अलावा वो अपनी मां के द्वारा किये जाने वाली गतिविधियों से भी काफी कुछ सीखता है, यहां तक कि उसकी मां के बुरे एवं अच्छे स्वभाव का असर भी नवजात पर पड़ता है। जैसाकि हम पहले भी जान चुके है कि गर्भावस्था के दौरान किताबें पढ़ने से गर्भवती महिलाओं का तनाव दूर होता है और गर्भ में पल रहे शिशु को अच्छे संस्कार मिलते है।
गर्भावस्था में किताब पढ़ने से क्या-क्या होते हैं फायदे
गर्भावस्था के दौरान अच्छी किताबों को पढ़ने से गर्भवती महिलाओं को किसी भी तरह की उदासी, स्ट्रेस या एंग्जायटी नहीं होती है। इसके अलावा डिलीवरी होने के बाद भी किसी तरह के डिप्रेशन होना का खतरा कम रहता है, अक्सर प्रेगनेंसी के दौरान हार्मोन्स में बदलाव होता है जिसकी वजह से गर्भवती महिलाओं का मूड स्विंग होता रहता है। ऐसे में आपने मूड को ठीक रखने के लिए ऐसी किताबें पड़नी चाहिए जो आपको सकारात्मक रहने में मदद कर सके।
किताब पढ़ने से बेहद ही अच्छी नींद आती है जिसकी वजह से गर्भ में पल रहे भ्रूण और उसकी मां को बेहद ही आराम मिलता है। अक्सर डॉक्टर के द्वारा भी गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान मन शांत रखने के लिए भी आध्यात्मिक और सकारात्मक विचारों वाली किताबों को पढ़ने के लिए कहा जाता है।
Reading During Pregnancy: किस तरह की पढ़नी चाहिए किताबें
महाभारत में भी जब धर्नुधारी अर्जुन अपनी पत्नी को चक्रव्यूह भेदने का रहस्य बता रहे थे तो उनकी पत्नी के गर्भ में पल रहे शिशु अभिमन्यु ने ये रहस्य सुन लिया था। इसलिए ही कहा जाता है कि प्रेगनेंसी के दौरान ऐसी किताबें ही पढ़नी चाहिए जिनका शिशु पर सकारात्मक प्रभाव हो। गर्भावस्था के समय श्रीमद्भागवत गीता, रामायण या भगवान गणेश से जुड़े ग्रन्थ पढ़े जा सकते है, इसके अलावा सकारात्मक ऊर्जा वाली किताबे, उपन्यास, कहानियां, आयुर्वेदिक गर्भ संस्कार पढ़ना भी बेहद लाभकारी होते है।