Pranayama Yog: खाली पेट ही क्यों करना चाहिए प्राणायाम, जानें योग विशेषज्ञों की राय व ध्यान मुद्रा के नियम
Pranayama Yog | प्राचीन काल से ही योगासन को मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए सर्वोत्तम माना गया है, योग के अनुसार अपने मन को शांत रखने के लिए ध्यान मुद्रा यानी मेडिटेशन को ही सबसे फायदेमंद माना जाता है। ध्यान मुद्रा प्राणायाम का ही एक हिस्सा है, इस शब्द का निर्माण संस्कृत भाषा के दो शब्द प्राण और यम से मिल कर बना है जिसका अर्थ अपने जीवन की ऊर्जा पर नियंत्रण करना है। मानसिक रोगों से पीड़ित लोगों के लिए मेडीटेशन करना एक तरह से वरदान माना जाता है।
जिस प्रकार योगासन के सभी आसन शरीर के लिए काफी फायदेमंद होते है उसी प्रकार प्राणायाम भी काफी फायदेमंद होता है। जिस प्रकार हर योग को करने का अपना ही नियम होता है उसी प्रकार प्राणायाम को भी अगर सही नियम से किया जाए तो इसका बहुत अधिक लाभ मिलता है। प्राणायाम (Pranayama Yog) को लेकर लोगों के मन में अक्सर ये सवाल जरूर उठता है कि प्राणायाम को खाली पेट ही क्यों करना चाहिए। आज हम आपके इस सवाल का जवाब ले कर आए है।
खाली पेट ही क्यों करना चाहिये Pranayama Yog
Yoga Benefits: नियमित योग से 30 की उम्र में भी दिखेंगे 20 वर्ष के जैसे, करें ये योगासन
योग विशेषज्ञों के अनुसार मन को स्थिर करने के लिए प्राणायाम (Pranayama Yog) सबसे उत्तम आसन है लेकिन उसके लिए आपको प्राणयाम को नियमानुसार करना बेहद जरूरी होता है। इस आसन के करने से शरीर में काफी ऊर्जा का संचार होता है, वैसे भी किसी भी व्यायाम या योगासन को भरे पेट नहीं करना चाहिए। इसके पीछे वजह ये है कि भरे पेट योगा या व्यायाम करने से हम ज्यादा समय तक अपनी एकाग्रता को बना कर नहीं रख सकते है।
योग या व्यायाम करने के लिए आपको ऊर्जा, एकाग्र और स्थिर मन की आवश्यकता होती है, भरे पेट कुछ भी करने से हमारी ऊर्जा जल्द खत्म हो जाती है और हमारी एकाग्रता भी जल्द ही भंग हो जाती है। इसी वजह से योगासन हमेशा खाली पेट ही करने की सलाह दी जाती है।
किस समय करना चाहिए प्राणायाम
योग के विशेषज्ञों के अनुसार व्यायाम और योग करने का एक निश्चित समय होता है इसलिए उस निश्चित समय में उसे करने से उसका अधिक लाभ मिलता है। प्राणायाम (Pranayama Yog) करने के लिए प्रातःकाल के समय को सबसे उपयुक्त समय माना गया है, इसके अलावा अगर आपको प्रातःकाल समय नहीं मिल पाता है तो अपने दैनिक कार्यों से मुक्त होकर भी आप प्राणायाम कर सकते है।
सुबह के समय प्राणायाम करने का सबसे बड़ा फायदा ये है कि सुबह के समय ध्यान लगाना और एकाग्रता बनाए रखना अन्य किसी समय के मुकाबले आसान रहता है। अगर आप दिन के समय प्राणायाम करना चाहते है तो कोशिश करे कि भोजन करने से 3 से 4 घंटे पहले ही आप प्राणायाम कर ले।
प्राणायाम करने के अन्य नियम
Back Pain After Delivery: डिलीवरी के बाद कमर दर्द कर रहा परेशान? तो घर पर ही करें ये उपाय
जैसेकि हम पहले ही ये जान चुके है कि मन की एकाग्रता और उसे शांत रखने के लिए प्राणायाम (Pranayama Yog) सबसे फायदेमंद योगासन होता है। लेकिन अगर आप प्राणायाम का पूरा लाभ प्राप्त करना चाहते है तो उसके सभी नियमों को जानना आपके लिए बेहद जरूरी है।
- हमेशा स्वच्छ और शांत जगह पर ही प्राणायाम करना चाहिए।
- प्राणायाम को करते समय सही मुद्रा में बैठना चाहिए।
- प्राणायाम करते समय अपनी श्वास को नियंत्रित करने का प्रयास कीजिये।
- ध्यान केंद्रित करने के लिए ॐ मंत्र का जाप भी कर सकते है।
- प्राणायाम करते समय बिल्कुल भी जल्दबाजी ना दिखाए