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Giloy: डॉक्टरों ने किया आगाह, इम्यूनिटी बढ़ाने वाला गिलोय कर रहा लीवर को डैमेज

Giloy | हमारें देश में ऐसी बहुत सी जड़ी बूटियां है जिनकी मदद से बड़ी से बड़ी बीमारियों का इलाज किया जाता है। ऐसी ही एक जड़ी-बूटी है जिसे हम गिलोय के नाम से जानते है, वैसे तो हम सबने ये बहुत बार पढ़ा है कि गिलोय का सेवन सेहत के लिए बहुत लाभदायक होता है और इससे शरीर की इम्युनिटी को भी बढ़ाया जा सकता है। अभी हाल में ही गिलोय (Giloy) के इस्तेमाल को लेकर एक ऐसी रिपोर्ट सामने आई है जिसके अनुसार गिलोय का ज्यादा इस्तेमाल शरीर के लिए घातक हो सकता है। आइये जानतें है कि रिपोर्ट में आखिर गिलोय को लेकर क्या कहा गया है और इसके सेवन से क्या खतरा हो सकता है।

Giloy: ज्यादा सेवन लिवर के लिए नुकसानदायक

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फायदे ही नहीं गिलोय के नुकसान भी होते हैं | Side Effects of Giloy

कोविड-19 महामारी के दौरान शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए बहुत से लोगों ने गिलोय (Giloy) का सेवन किया था। ‘इंडियन नेशनल एसोसिएशन फॉर दी स्टडी ऑफ दी लिवर’ में लिवर को लेकर एक लेख प्रकाशित हुआ था जिसमें लिखा हुआ था कि पेट में तकलीफ होने के बाद एक 62 वर्षीय महिला को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था पर चार महीने बाद उस महिला की मृत्यु हो गई थी।

इसी दौरान उस महिला की बॉयोप्सी की गई थी जिसमें ये सामने आया कि गिलोय के सेवन की वजह से उनके लिवर में घातक इंजरी हो चुकी थी। लिवर ट्रांसप्लांट के एक विशेषज्ञ डॉक्टर के अनुसार गिलोय के सेवन से लिवर के डैमेज होने के 5 से 6 मामलें सामने आ चुके है जिनमें से एक मरीज की तो मौत भी हो गई थी।

कोरोना काल में खूब हुआ गिलोय का सेवन

विशेषज्ञों के अनुसार कोरोना काल में शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने हेतु बहुत से लोगों द्वारा गिलोय (Giloy) का सेवन एक ऑक्सीडेंट के रूप में किया गया था। इसके अत्यधिक सेवन की वजह से बहुत से लोगों में लिवर टॉक्सिटी की समस्या उत्पन्न हो गई थी लेकिन जैसे ही उन लोगों ने गिलोय का सेवन बंद हुआ तो वो लोग ठीक होने लगे और उनकी लिवर टॉक्सिटी की समस्या दूर हो गई थी।

आयुष मंत्रालय ने की थी गिलोय के सेवन की सिफारिश

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अलसी के औषधीय गुण, जानिये क्या है सेवन करने का सही तरीका

आयुष मंत्रालय ने खुद कोविड-19 महामारी के खिलाफ शरीर की इम्युनिटी को बढ़ाने के लिए गिलोय (Giloy) के सेवन की बात कही थी। गिलोय की पत्तियां देखने में बिल्कुल पान के पत्ते की तरह होती है, कहा जाता है कि गिलोय की पत्तियों में प्रोटीन, फास्फोरस, कैल्शियम प्रचुर मात्रा में होते है। इसके अलावा हमारें आयुर्वेद में भी गिलोय के सेवन का महत्व बताया गया है, आयुर्वेद में कहा गया है कि गिलोय हमारें शरीर को रोगों से लड़ने के लिए मजबूत बनाती है।

वैसे गिलोय के होते है बहुत से फायदे

आयुर्वेद में ही नहीं बल्कि विज्ञान जगत के बड़े-बडे विशेषज्ञों द्वारा भी गिलोय के महत्व को समझा गया है। गिलोय का सीमित मात्रा में सेवन करने से जुकाम, खांसी, बुखार, मेटाबॉलिज्म सिस्टम जैसी बहुत से बीमारियों से बचाव करता है। गिलोय का सेवन पानी मे उबाल कर, काढ़ा बना कर किया जाता है, पीलिया की बीमारी में गिलोय का सेवन लाभकारी होता है। गिलोय का सेवन चूर्ण के रूप में या गिलोय की पत्तियों को पीसकर शहद के साथ भी सेवन किया जा सकता है।