कोरोना से मौत का आंकड़ा 1 लाख से पार, क्या ये मानव जाति के अंत की शुरुवात है
COVID 19 यानी कि कोरोनावायरस जो कि एक बहुत ही खतरनाक और जानलेवा वायरस है और अब इसकी वजह से दुनिया भर में मरने वालों का आंकड़ा शुक्रवार की मध्य रात्री तक एक लाख के पार हो गया। 9 जनवरी को पहली मौत चीन के उसी वुहान में हुई थी, जहां से कोरोनावायरस के संक्रमण की शुरुआत हुई थी। इसके ठीक एक महीने बाद यानी 9 फरवरी को दुनियाभर में कोरोना से मौत का आंकड़ा एक हजार पर था। दो महीने और बीत चुके हैं और दुनियाभर में इस वायरस से जान गंवाने वालों की संख्या सौ गुना बढ़कर 1 लाख 260 हो चुकी है।
क्या ये मानव जाति के अंत की शुरुवात है
जिस तरह के नतीजे लगातार देखने को मिल रहे हैं उससे ऐसा कहना गलत नहीं होगा कि अब मानव जाति पर बहुत बड़ा खतरा मंडरा रहा है। विश्व के विकसित देशों तक की हालत ख़राब हो चुकी है और इतना डरावना आंकड़ा सामने आने के बाद भी अभी तक इसका कोई भी पुख्ता इलाज नही मिल पाया है। शुक्रवार को दूसरी चौंका देने वाली खबर न्यूयॉर्क से आई। जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के आंकड़ों के मुताबिक, न्यूयॉर्क में 1 लाख 62 हजार 807 लोग कोरोना पॉजिटिव हैं। न्यूयॉर्क ने इस मामले में दुनिया के उन देशों को भी पीछे छोड़ दिया है, जो कोरोनावायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं।
स्पेन (1 लाख 57 हजार 22), इटली (1 लाख 43 हजार 626), फ्रांस (1 लाख 18 हजार 790) और जर्मनी (1 लाख 18 हजार 235) में न्यूयॉर्क से कम मामले सामने आए हैं। वहीं, अमेरिका में अब तक 4 लाख 66 हजार 396 लोग संक्रमित हो चुके हैं। दूसरी तरफ, इटली में लॉकडाउन 3 मई तक बढ़ा दिया गया है।
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न्यूयॉर्क के पास ब्रोंक्स आईलैंड पर बड़े पैमाने पर कब्रें बनाई गई हैं। इनमें ऐसे शवों को दफनाया जा रहा है जिनकी पहचान नहीं हो सकी है। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, इसके लिए मजदूरों को काम पर रखा गया है। स्पेन में गुरुवार और शुक्रवार के बीच यानी 24 घंटे में 605 लोगों की मौत हुई। डेथ रेट के हिसाब से देखें तो गुरुवार तक यह 4.7 था। शुक्रवार को यह 4 फीसदी हो गया।