सावन 2019: आज से लग रहा है पंचक, भूल से भी न करें ये चीजें
पवित्र माह सावन की शुरुआत हो चुकी हैं और इस पवित्र माह में पंचक भी शुरू हो चुका हैं| दरअसल पाँच नक्षत्रों के योग से बनने वाले मेल को पंचक कहा जाता हैं अर्थात पाँच दिनों तक चंद्रमा धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद और रेवती से होकर गुजरता हैं तो यह पंचक कहलाता हैं| बता दें कि पंचक की शुरुआत 19 जुलाई से हो चुकी हैं और यह 24 जुलाई तक रहेगी, शुक्रवार के दिन पंचक पड़ने के कारण इसे चोर पंचक कहा जा रहा हैं| पंचक के दिनों में यात्रा करने के अलावा धन संबंधी लेन-देन की भी मनाही होती हैं और यदि ये कार्य किए जाये तो धन की हानी होती हैं|
सावन के पंचक नक्षत्र में ना करे ये काम
(1) हिन्दू धर्म में मान्यता हैं कि पंचकों के दिनों में चारपाई नहीं बनवाना चाहिए और यदि आप पंचक के दिनों में चारपाई बनवाते हैं तो आपके और आपके परिवार वालों के ऊपर संकट आ सकता हैं| इसलिए संकटों से बचने के लिए पंचक के दिनों में चारपाई ना बनवाए|
(2) अग्नि पंचक में जिस समय धनिष्ठा नक्षत्र हो उस समय आग लगने वाली चीजों को अपने घर में इकठ्ठा ना करे, आग लगने का डर होता हैं| ऐसा माना जाता हैं कि अग्नि पंचक वाला दिन आग का होता हैं|
(3) ज्योतिषशास्त्रियों के मुताबिक जब पंचक नक्षत्र में रेवती नक्षत्र चल रहा हो तो कोई शुभ कार्य यानि घर का निर्माण या फिर गृह प्रवेश नहीं करना चाहिए और यदि आप ऐसा करते हैं तो आपके घर में हमेशा क्लेश का वातावरण बना रहेगा|
(4) पंचक के दिनों में यात्रा बिल्कुल भी ना करे और यदि यात्रा पर जा रहे हैं तो दक्षिण दिशा की ओर ना जाए क्योंकि दक्षिण दिशा यम की दिशा मानी जाती हैं|
(5) पंचक के दिनों में यदि किसी की मृत्यु हो गयी हैं और उसका अंतिम संस्कार सही ढंग से ना किया जाए तो पंचक दोष लगता हैं, इस बारे में गरुड पुराण में विस्तार से बताया गया हैं| गरुड पुराण के मुताबिक यदि आप अंतिम संस्कार कर रहे हैं तो किसी जानकार पंडित की सलाह अवश्य ले और अंतिम संस्कार में शव के साथ आटे और कुश के पाँच पुतले अर्थी के साथ अवश्य रखे, जिस तरह से आप शव का अंतिम संस्कार करेंगे वैसे ही इन पुतलों का भी अंतिम संस्कार करे|
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आज है मृत्यु पंचक का आखिरी दिन ,भूलकर भी ना करें ये काम वरना आयेगा महासंकट