River Cruise : काशीवासी जल्द ही क्रूज से कर सकेंगे बनारस से असम तक का सफर, मिलेंगी ये सुविधाएं
River Cruise : जल्द ही काशीवासियों को एक और क्रूज (Cruise) की सौगात मिलने वाली है। अब लोग बनारस से असम तक का सफर क्रूज से भी तय कर सकेंगे, क्योंकि बहुत जल्द बनारस से असम तक के लिए एक क्रूज शुरू होने वाली है। इस बारे में केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल के बताया कि इस प्रोजेक्ट पर तेजी से काम चल रहा है और अगले साल फरवरी 2023 तक इसे कम्पलीट कर लिया जाएगा। बता दें कि, यह क्रूज देश का सबसे लंबा वाटरवेज (Longest River Cruise) होगा, जो 4,000 किलोमीटर से ज्यादा का सफर पूरा करेगा। आइए जानते है कि कैसा होगा ये क्रूज और इसमें क्या-क्या सुविधाएं पर्यटकों को मिलेगी।
River Cruise: टूरिज्म को मिलेगा बढ़ावा
पोर्ट व जलमार्ग मंत्रालय से मिली जानकारी के अनुसार यह Cruise वाराणसी से असम के बोगीबील तक जाएगा। इस क्रूज के चालू होने से काशी में टूरिज्म सेक्टर को बढ़ावा मिलेगा। वहीं असम के डिब्रूगढ़ जिले स्थित बोगीबील ब्रिज के आसपास और कई प्रोजेक्ट हैं जो लांच किए जा रहे हैं।
तैयार किए जांएगे तैरते हुए घाट
केद्रीय मंत्री ने बताया कि बोगीबील और गुइझन पर तैरते हुए घाट तैयार किए जाएंगे, जिसका शिलान्यास भी हो चुका है। वहीं क्रूज के सफर (River Cruise) करने वाले टूरिस्टों के लिए बोगीबील रिवरफ्रंट पैसेंजर घाट भी बनेंगे, जो बोगीबील ब्रिज के पास ही बनाया जाएगा। इसका निर्माण नॉर्थईस्ट फ्रंटियर रेलवे करेगा।
8.25 करोड़ की लागत से बनेंगे ये घाट
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि, असम के डिब्रूगढ़ (Dibrugarh) जिले में बोगीबील के पास और तिनसुकिया जिले में गुइझन के पास जो दो तैरते हुए घाट बनाए जा रहे हैं। इसमें एडवांस टेक्नॅालजी का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके अलावा इसमें ओपन प्लेटफॉर्म, रेस्तरां, आठ बायो टॉयलेट और 6 टिन शेड बनाए जाएंगे। बता दें कि यह सभी निर्माण बोगीबील ब्रिज के आसपास किए जाएंगे। इसकी लागत 8.25 करोड़ रुपये है और इस प्रोजेक्ट फरवरी, 2023 तक कंप्लीट कर लिया जाएगा।
सोनोवाल ने आगे बताया कि वहीं प्रधानमंत्री (PM Modi) के सपने को मूर्त रूप देने के लिए गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान के तहत देश में कई जलमार्ग (Waterway) बनाएं जा रहे हैं, जिससे माल ढुलाई का खर्च घटाने में मदद मिलेगी।
देश का ग्रोथ इंजन बनाने में मददगार
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार ऐसे जलमार्गों के विकास पर ज्यादा जोर दे रही है जो River Cruise टूरिज्म के साथ माल ढुलाई में मददगार साबित हो सकें। इससे जलमार्ग यातायात की क्षमता बढ़ेगी और पूर्वोत्तर तक सफर भी आसान होगा। यह प्रोजेक्ट आर्थिक अवसर भी बनाएगा, जो पूर्वोत्तर भारत को देश के विकास का इंजन बनाने में मददगार साबित होगा। वहीं गति शक्ति प्लान का असली उद्देश्य जलमार्ग यातायात को विकसित करना है।
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