Unique Temple : इस अनोखे मंदिर में भगवान गणेश फोन पर सुनते है भक्तों की फरियाद, होती हैं हर मनोकामना पूरी
Unique Temple : वैसे तो देशभर में विघ्नहर्ता भगवान गणेश (Lord Ganesha Temple) के कई ऐसे मंदिर है जो काफी रहस्यमयी और चमत्कारी (Miracal) है, जिनसे कई अजीबों-गरीब मान्यताएं और पौराणिक कथाएं (Stories) जुड़ी हुई है। लेकिन आज हम आपको बप्पा के एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे है, जिसके बारे में सुनकर आप चौंक जाएंगे। इस मदिर में बड़े ही अनोखे (Unique Temple) तरीके से भक्त भगवान तक अपनी मुराद (Wish) पहुंचाते है। दरअसल, यहां भक्त भगवान गणेश को अपनी फरियाद मोबाइल (Mobile) और चिट्ठी (Letter) के जरिए सुनाते है। इस मंदिर की मान्यता है कि भगवान अपने भक्तों की मनोकामना भी पूरी करते है। यह मंदिर देश के विभिन्न राज्यों के साथ ही विदेशों में भी प्रसिद्ध (Famous) हैं। तभी तो देश के विभिन्न राज्यों के अलावा विदेशों से भी भक्त भगवान को फोन (Call) कर अपनी मनोकामना बताते हैं। तो चलिए जानते है कि ये मंदिर कहां स्थित है और इस मान्यता के पीछे क्या रहस्य है…
Unique Temple : यहां स्थित है ये मंदिर
यह अनोखा मंदिर (Unique Temple) इंदौर (Indore) के जूनी क्षेत्र में स्थापित है, इन्हें चिंतामन गणेश कहते है। यह मंदिर 1300 साल पुराना है। सन् 2005 से गणपतिजी को उनके भक्त मोबाइल फोन (Mobile) से फरियाद कर रहें है। एक माह में 150 से 200 काल भगवान के लिए देश विदेश (foreign) से आती है। इससे पहले करीब 45 सालों से यहॉं भक्तों की चिठ्ठियां आती रही है। भक्त अपनी निजी समस्याओं को भगवान को सुनाते है जिनमें नौकरी से लेकर शादी और और अन्य मुरादे होती है।
भक्तों की मुराद होती है पूरी
वहीं क्षेत्रीय लोगों के अनुसार मंदिर में मांगी गई मुराद पूरी होती है। बताया जाता है कि मंदिर का एक भक्त जर्मनी में बस गया था और वहीं से वह भगवान को पत्र लिख कर भगवान से निवेदन का सिलसिला शुरू हुआ। बाद में उसने ही 2005 में पुजारी से मोबाइल फोन पर अपनी कहीं पुजारी यहॉं आने वाली कालों को गणेश जी के कानो में लगा कर भक्त की फरियाद भगवान तके पहुंचा देते है। …
देश-विदेश से आती है काल और चिट्ठी
इस अनोखे मंदिर (Unique Temple) के पुजारी के अनुसार भगवान से अपनी प्रार्थना करने के लिए जर्मनी, आस्ट्रेलिया, अमेरिका, न्यूयार्क, USA के अलावा देश के हरियाणा, नेपाल, कोलकत्ता, बैंगलुरू, मुंबई, दिल्ली सहित अन्य राज्यों से भक्तों के फोन और चिट्ठी आती है। विदेशों में रहने वाले कई भक्त ऐसे हैं जो पहले इंदौर में ही रहते थे, मगर अब वे विदेश में रह रहे हैं।
32 साल पहले शुरू हुआ था चिठ्ठी का सिलसिला
उन्होंने बताया करीब 32 साल पहले भगवान गणेश को चिट्ठी भेजने का सिलसिला शुरू हुआ। धार में पंक्चर बनाने वाले एक व्यक्ति ने सबसे पहले भगवान गणेश को पोस्टकार्ड भेजा था, जिसमें उन्होंने अपनी परेशानी लिखकर उसे दूर करने और परेशानी दूर होने पर सवा पाव लड्डूओं का प्रसाद चढ़ाने की मनोकामना की थी। परेशानी दूर होते ही कुछ माह बाद ही उनका दूसरा पोस्टकार्ड आया। इसमें उन्होंने फिर मनोकामना की कि वे उन्हें प्रसाद चढ़ाने मंदिर आ सके।
भगवान ने उनकी यह मनोकामना भी पूरी की और वह व्यक्ति इंदौर में भगवान के मंदिर पहुंचा और भगवान को प्रसाद अर्पित किया। इसके बाद जब इस बात का प्रचार हुआ तो भक्त अलग-अलग स्थानों से भगवान पहले पोस्टकार्ड फिर चिट्ठी भेजने लगे। इसके बाद 2007-2008 में भक्त मोबाइल फोन के माध्यम से भगवान गणेश को अपनी मनोकामना सुनाने लगे। तब से यह सिलसिला चला आ रहा है।
ऐसे पहुंचती है भगवान के पास भक्तों की मनोकामना
मंदिर (Unique Temple) के पुजारी के पास भक्तों के फोन आते हैं। फोन आने पर वे फोन लेकर भगवान के गर्भगृह में भगवान गणेश की प्रतिमा के पास जाते हैं और वहां पहुंचकर भक्तों को उनकी मनोकामना कहने को बोलते हैं। इसके बाद वे फोन भगवान के समीप ले जाते हैं और भक्त अपनी मनोकामना भगवान गणेश को सुनाते हैं। उन्होंने बताया कि रोजाना करीब 5 से 6 फोन उनके पास आते हैं, जबकि कोरोना काल में जब मंदिर बंद थे, तब कई भक्तों ने वीडियो कॉल के माध्यम से भगवान के दर्शन भी किए और उनके समक्ष अपनी मनोकामना भी सुनाई।
देवी अहिल्याबाई भी आती थीं दर्शन करने
मंदिर के पुजारी ने बताया कि यह मंदिर परमारकालीन है। मंदिर में देवी अहिल्याबाई होलकर भी यहां दर्शन करने आया करती थीं। इसके अलावा यहां छत्रपति शिवाजी और उनके गुरु समर्थ रामदास भी यहां आ चुके हैं। समर्थ रामदास द्वारा इस मंदिर में भगवान हनुमान की प्रतिमा भी प्रतिष्ठित की है। पुजारी ने बताया औरंगजेब भी इस मंदिर में लूटपाट करने आया था, लेकिन भगवान के चमत्कार के आगे कुछ न कर सका।
मनोकामना होती है पूरी
एक भक्त ने बताया कि वे बीते पांच सालों से हफ्ते में दो बार दर्शन करने के लिए मंदिर आ रहे है। उन्होंने बताया कि यहां भक्तों की मनोकामना पूरी होती है। वहीं एक अन्य भक्त ने कहा कि वे बीते 13 सालों से भगवान गणेश के दर्शन करने आ रहे हैं। यहां भक्तों की मनोकामना पूरी होती है।