Tulsi Plant: मुरझा रही है घर में लगी तुलसी तो हो जाएं सतर्क! जरुर कर लें ये काम
तुलसी (Tulsi Plant) के पौधे का महत्व हिंदू धर्म के अनेक ग्रंथों और पुराणों में बताया गया है। तुलसी के पौधे की कई विशेषताएं पद्मपुराण, ब्रह्मवैवर्त, स्कंद पुराण, भविष्य पुराण और गुरुड़ पुराण में बताई हैं। मान्यताओं के अनुसार तुलसी दल के बिना भगवान विष्णु और श्रीकृष्ण की कोई भी पूजा अधूरी होती है। इसके साथ ही पुराणों में बताया गया है कि तुलसी का पौधा (Tulsi Plant) घर के आंगन में लगाने से इंसान के पहले के जन्म के सारे पाप नष्ट हो जाते हैं। इतना ही नहीं आयुर्वेद और विज्ञान में भी तुलसी के पौधे (Tulsi Plant) का खास महत्व बताया गया है। विज्ञान के अनुसार नियमित रूप से तुलसी के पौधे के पत्ते खाने से ऊर्जा का प्रवाह शरीर में नियंत्रित होता है साथ में इंसान की उम्र भी बढ़ती है। इसमें एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटीबायोटिक गुण पाए जाते हैं, जो शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं।
Tulsi Plant: तुलसी के अचूक फायदे
यौन रोगों के इलाज में
पुरुषों में शारीरिक कमजोरी होने पर तुलसी (Tulsi) के बीज का इस्तेमाल काफी फायदेमंद होता है इसके अलावा यौन-दुर्बलता और नपुंसकता में भी इसके बीज का नियमित इस्तेमाल फायदेमंद रहता है।
अनियमित पीरियड्स की समस्या
अक्सर महिलाओं को पीरियड्स में अनियमितता की शिकायत हो जाती है। ऐसे में तुलसी के बीज का इस्तेमाल करना फायदेमंद होता है।
सर्दी में खास
अगर आपको सर्दी या फिर हल्का बुखार है तो मिश्री, काली मिर्च और तुलसी के पत्ते को पानी में अच्छी तरह से पकाकर उसका काढ़ा पीने से फायदा होता है।
दस्त होने पर
अगर आप दस्त से परेशान हैं तो तुलसी के पत्तों का इलाज आपको फायदा देगा। तुलसी के पत्तों को जीरे के साथ मिलाकर पीस लें। इसके बाद उसे दिन में 3 से 4 बार चाटते रहे, दस्त रुक जाएगी।
चोट लग जाने पर
अगर आपको कहीं चोट लग गई हो तो तुलसी के पत्ते को फिटकरी के साथ मिलाकर लगाने से घाव जल्दी ठीक हो जाता है।
Tulsi Plant: तुलसी लगाने का तरीका
तुलसी का पौधा अक्सर लगाने के कुछ समय बाद सूख जाता है। इसका सबसे बड़ा कारण है पौधे को सही प्रकार से नहीं लगाना। आइए जानते हैं तुलसी का पौधा लगाने की सही विधि
- पौधा लगाते समय 70% मिट्टी और 30% रेत का इस्तेमाल करें।
- पौधे में ज्यादा पानी ना डालें। ज्यादा पानी से पौधे की जड़ों में फंगस लग जाती है।
- खाद के तौर पर शुद्ध गोबर ही पौधे में डालें। इससे पौधा तेजी से बढ़ता है।
- तुलसी के पौधे को गहरे गमले में ही लगाएं।
- गमले में कम से कम दो छेद रखें।
पौधे में समय-समय पर नमक पानी का छिड़काव करते रहे। से पत्तियां हरी भरी रहती हैं।
वास्तु शास्त्र का है खास महत्व
मान्यताओं के अनुसार वास्तु संबंधी दोष उन घरों में नहीं होते हैं जिन घरों मं तुलसी का पौधा होता है। इसलिए ये पौधा लगाते समय कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए
- घर के उत्तर और पूर्व कोने में तुलसी के पौधे को लगाना शुभ माना गया है।
- घर के दक्षिणी हिस्से में तुलसी के पौधे को नहीं लगाना चाहिए।
- तुलसी की पत्तियों को कभी रविवार, अमावस्या, चतुर्दशी और द्वादशी पर न तोड़ें।
- सूर्यास्त के बाद तुलसी की पत्तियों को ना तोड़े।
- यदि तुलसी का पौधा सूख गया है तो उसे किसी नदी में प्रवाहित कर दें। तुलसी का सूखा पौधा घर में रखना अशुभ माना जाता है।