वाराणसी में कोरोना से स्थिति हुई बदतर, बार्डर हुए सील, जानें किसे और कितनी मिलेगी छुट
Varanasi Desk | कोरोना का प्रकोप दिन-प्रतिदिन और घातक होता जा रहा है, कई राज्यों में कोरोना से स्थिति बदतर होती जा रही है। कुछ ऐसे ही हालात इन दिनों वाराणसी में दिखाई दे रहे हैं। वाराणसी में बेकाबू कोरोना से 24 घण्टे में 6 लोगो की मौत हो गई। जबकि 2484 नए लोग बुधवार को कोरोना संक्रमित हुए हैं। नए मरीजों में कोरोना की पुष्टि के बाद जिले में ऐक्टिव मरीजों की संख्या 9776 हो गई है। कोरोना के बढ़ते आंकड़ों को देखते हुए वाराणसी के पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने जिले के सभी सीमाओं को सील कर चेक पोस्ट बना दिए हैं। जिले में बनाए गए इन चेक पोस्ट का उद्देश्य बेवजह वाराणसी आने वालों को शहर में प्रवेश करने से रोकना है।
पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने बताया कि आवश्यक सेवाओं के वाहनों को छोड़ दूसरे जिलों से बेवजह वाराणसी आने वाले लोगो को जिले में प्रवेश से रोकने के लिए 9 चेक पोस्ट बनाए गए है। इन चेक पोस्ट पर पुलिस की टीम चेकिंग के बाद ही लोगो को शहर में प्रवेश की अनुमति देगी। साथ ही बेवजह वाराणसी आने वालों को इन चेक पोस्ट से वापस भेजा जाएगा।
वाराणसी: इन जगहों पर बने हैं चेक पोस्ट
पुलिस कमिश्नर से आदेश के बाद अलग-अलग जिलों से वाराणसी शहर को जोड़ने वाले 9 प्रमुख मार्ग पर ये चेक पोस्ट बनाए गए हैं। जिनमें वाराणसी- गाजीपुर रोड, लेढुपुर, चंदौली रोड पर पड़ाव सुजाबाद, आजमगढ़ रोड पर रिंग रोड अंडरपास, मिर्जापुर के भींटी चौकी, चंदौली रोड पर पररिया, जौनपुर रोड पर भेल कम्पनी, प्रयागराज रोड पर पीएसी भुल्लनपुर गेट, अखरी पर कंदवा तिराहा और डाफी रोड पर डाफी चौकी शामिल हैं।
वाराणसी में सख्त हुए नियम
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिला मजिस्ट्रेट वाराणसी कौशल राज शर्मा ने महामारी अधिनियम और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत शक्तियों का प्रयोग करते हुए सार्वजनिक स्थानों पर प्रतिबंध लगा दिया है। प्रतिबंध 12 अप्रैल से 30 अप्रैल तक प्रभावी रहेंगा। डीएम के अनुसार, सभी सार्वजनिक पार्क और स्टेडियम शाम 4 बजे के बाद बंद रहेंगे और सुबह 6 बजे खोले जाएंगे। इसी प्रकार, इस अवधि के दौरान सभी घाटों पर आम जनता की आवाजाही प्रतिबंधित है। केवल गंगा आरती में लगे पुजारी, नाव की सवारी करने वाले नाविक और पर्यटक और दाह संस्कार के लिए जाने वाले लोगों को प्रतिबंध से छूट दी जाएगी। पर्यटकों को घाटों पर रुकने की अनुमति नहीं होगी, वे नावों की सवारी के लिए ही घाटों से गुजर सकते हैं। इसके अलावा जनता द्वारा कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने पर सख्त कार्रवाई होगी।
दिखानी होगी निगेटिव रिपोर्ट
काशी विश्वनाथ मंदिरों सहित वाराणसी में मंदिरों में जाने वाले भक्तों को अपनी नकारात्मक आरटी-पीसीआर रिपोर्ट दिखानी होगी। ये रिपोर्ट 72 घंटे से अधिक पुरानी नहीं होनी चाहिए। इसके साथ जिला प्रशासन ने देश भर के तीर्थयात्रियों और पर्यटकों से बुधवार को एक प्रेस रिलीज जारी कर अपील की है कि वे कोरोनोवायरस के मामलों में हालिया तेजी के बीच पवित्र शहर की यात्रा करने से बचें।