Dev Deepawali 2022 : देव दीपावली पर काशी में दिखेगी अद्भुत छटा, 10 लाख दीपों से रोशन होंगे गंगा घाट
Dev Deepawali 2022 : दीपावली के ठीक 15 दिन बाद देव दिपावली (Dev Deepawali) का पर्व मनाया जाता है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन मनाए जाने वाले इस पर्व का हिंदू धर्म में विशेष महत्व बताया जाता है। वहीं धर्म व आध्यात्म की नगरी काशी में इसे बड़े ही भव्य तरीके से मनाने का विधान है। कहा जाता है कि इस दिन स्वर्गलोक से देवता स्वयं पृथ्वी लोक पर आकर दीपदान करते है। इस दिन काशी के सभी घाट दीपक की रोशनी से जगमगा उठते हैं, मानो जैसै की आसमान से सारे तारे उतरकर काशी के घाटों पर उतर आये हों। कोरोना काल के बाद इसे और भी शानदार तरीके से मनाने की तैयारी है। इसे लेकर मुख्यमंत्री योगी के दिशानिर्देश के अनुसार प्रशासन ने काशी में भव्य देव दीपावली (Dev Deepawali) के आयोजन की तैयारियां शुरू कर दी हैं। वहीं पर्यटन विभाग के अनुसार, इस साल देव दीपावली पर काशी के गंगा घाट लगभग 10 लाख दीपों से जमगमाएंगे। आइए विस्तार से जानते है कि देवदीपावली को लेकर प्रशासन की ओर से क्या-क्या तैयारियां और आयोजन होने वाले है….
Dev Deepawali 2022 : बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना
बता दें कि काशी की देव दीपावली पूरे विश्व में प्रसिद्ध है, इसकी भव्यता देखने के लिए देश-विदेश से पर्यटक यहां आते है। वहीं काशी विश्वनाथ कॅारिडोर बन जाने के बाद पर्यटन विभाग इस बार देव दीपावली पर बड़ी संख्या में पर्यटकों के काशी आने की संभावना जता रहा है। सावन के बाद अब Dev Deepawali पर बड़ी संख्या में पर्यटकों की आने संभावना को देखते हुए अभी से ही प्रशासन ने कमर कस ली हैं और तैयारियां शुरू हो गई हैं।
10 लाख दीपों से जगमग होंगे घाट
इस संबंध में वाराणसी व मिर्जापुर मंडल की पर्यटन उप निदेशक प्रीति श्रीवास्तव ने बताया कि इस वर्ष Dev Deepawali सात नवंबर को मनाई जाएगी। इस बार देव दीपालवी (Dev Deepawali) पर वाराणसी के अर्धचंद्राकार घाटों पट दस लाख दीये जलाए जाने की योजना है, जिसमें आठ लाख दीपक अर्धचंद्राकार घाटों पर जलेंगे और दो लाख दीये घाट के उस पार जलाए जाएंगे।
उस पार दीप जलाने के लिए फ्लोटिंग प्लेटफार्म का इस्तेमाल
उन्होंने आगे बताया कि घाट के उस पार रेत पर जलने वाले दीये पक्के घाटों पर आने वाले श्रद्धालुओं को नहीं दिखते, इसलिए उस पार फ्लोटिंग प्लेटफार्म या पांटून का इस्तेमाल कर दीपक जलाये जा सकते हैं। इसके अलावा श्री काशी विश्वनाथ धाम के गंगाद्वार से लेजर शो के प्रोजेक्शन की तैयारी भी है। उन्होंने बताया कि दीपों के अलावा घाटों पर फ्लड लाइट भी लगाई जाएगी। घाटों और शहर के विद्युत खंभों पर स्पाइरल लाइट लगाई जाएंगी।
उप निदेशक पर्यटन ने बताया कि श्री काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद पहली बार देव दीपावली पड़ रही है, ऐसे में बड़ी संख्या में पर्यटकों के आने की संभावना है। जिससे टूरिज्म इंडस्ट्री को एक बड़ा फायदा होगा। उन्होंने बताया कि दीपावली पर सावन की तरह रिकॉर्ड पर्यटकों के आने की संभावना को देखते हुए प्रशासन सभी तरह की व्यवस्थाओं की तैयारी में अभी से जुट गया है।
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