ऐसी लड़कियां साक्षात होती हैं माता लक्ष्मी का रूप, जिस घर में रहती हैं रंक भी बन जाता हैं राजा
भगवान ने इस दुनिया को चलाने के लिए अपनी सर्वश्रेष्ट कृति स्त्री और पुरुष को बनाया, जो की इस दुनिया को चलाते हैं। कहा जाता है की एक स्त्री किसी घर को बना भी सकती हैं और बिगाड़ भी सकती हैं। यदि किसी पुरुष को एक अच्छी स्त्री पत्नी के रूप में मिल जाए तो उसकी किस्मत बदल सकती हैं। कहा भी जाता हैं की एक पुरुष के कामयाबी के पीछे एक स्त्री का हाथ होता हैं। हर पुरुष एक अच्छी पत्नी चाहता हैं, लड़कियां को प्राचीन समय से माता लक्ष्मी का रूप माना जाता हैं।
ऐसी लड़कियां साक्षात होती हैं माता लक्ष्मी का रूप
पुराणों में भी कहा गया हैं ‘यत्र नारी पूज्यन्ते तत्र देवता रमन्ते’ अर्थात जहां नारियों की पुजा की जाती हैं वहाँ देवता निवास करते हैं| इसलिए जिस घर में नारियों का सम्मान होता हैं वहाँ अपने आप हीं माँ लक्ष्मी का वास होता हैं, परंतु यदि जिस घर में स्त्रीयों को सताया जाता हैं वहाँ हमेशा अशांति बनी रहती हैं।
आज हम आपको स्त्रीयों के कुछ ऐसे गुणो के बारे में बताएँगे जिनके होने पर आप रंक से राजा बन सकते हैं। आइए जानते हैं स्त्रीयों के उन गुणों के बारे में।
(1) यदि किसी महिला के तलवे पर त्रिकोण का निशान बना होता हैं तो वह स्त्री काफी बुद्धिमान होती हैं, इसके साथ ही यदि उसके पैर पर सर्पाकर कठिन हो तो वह स्त्री उस घर की सुख-समृद्धि की प्रतीक मानी जाती हैं।
(2) कुछ स्त्रीयों के माथे के बीचोबीच में तिल होता हैं, यदि ऐसी स्त्री से किसी पुरुष का विवाह हो जाए तों वह व्यक्ति बहुत सुखी और धनी बन जाएगा।
(3) जिस स्त्री का मुख चंद्रमा के समान गोल, शरीर का रंग गोरा, आंखें थोड़ी बड़ी और होंठ हल्की सी लालिमा लिए हुए हों तो वह स्त्री अपने जीवन काल में सभी सुखी जीवन व्यतीत करती है।
(4) जिस स्त्री की उंगुलियां लंबी, गोल, सुंदर और पतली हो तो वह शुभ फल प्रदान करती हैं।
(5) किसी महिला के नाभि के आस-पास किसी भी प्रकार का तिल या मस्सा हो तो वह महिला अपने दाम्पत्य जीवन में काफी सुख प्राप्त करती हैं और साथ ही परिवार के लोगों की किस्मत बदल देती हैं।
(6) जो स्त्री गोरी अथवा सांवले रंग की हो, मुख, दांत व मस्तक चिकना हो तो वह भी बहुत भाग्यवान होती है और अपने कुल का नाम बढ़ाने वाली होती है।
(7) जिस स्त्री के शरीर का रंग सोने के समान हो और हाथों का रंग कमल के समान गुलाबी हो तो वह हजारों पतिव्रताओं में प्रधान होती है।
(8) जिस भी स्त्री की आँखें काफी बड़ी यानि हिरण के समान होती हैं तो इस प्रकार की लड़कियां काफी सौभाग्य लेकर आती हैं। यदि जिस व्यक्ति का इनसे विवाह होते हैं उनके भी सौभाग्य स्वयं प्राप्त होती हैं।
(9) जिस स्त्री के हाथ की रेखा लाल, स्पष्ट, गहरी, चिकनी, पूर्ण और गोलाकार हो तो वह स्त्री भाग्यशाली होती है। वह अपने जीवन के सारे सुख पाती है।
(10) जिस स्त्री के अंग कोमल तथा नेत्र, जांघ और पेट हिरण के समान हो तो वह स्त्री दासी के गर्भ से उत्पन्न होकर भी राजा के समान पति को प्राप्त करती है।
(11) जिन स्त्रीयों के दोनों नेत्र हल्की लाल, पुतली का रंग काला, सफेद भाग गाय के दूध के समान तथा बरौनी (भौहें) का रंग काला हो वह स्त्री सुलक्षणा होती है।
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