रविवार को करेंगे ये काम तो करियर के साथ साथ व्यापार में भी आ रही समस्याएं हो जाएंगी समाप्त
आज कल के इस वैज्ञानिक युग में हर कोई आगे बढ़ना चाहता है और अपने जीवन में ढेर सारा धन कमाना चाहता है जिससे वो अपना और अपने परिवार का अच्छे से पालन पोषण कर सके और इसके लिए वो हर संभव प्रयास भी करता है जो भी उससे होता है ताकि वो अपना मुकाम हासिल कर सके| लेकिन कई बार ऐसा होता है की हमारी लाख किशिशो के बाद भी हम अपनि मंजिल तक नही पहुच पते और बहुत परेशांन हो जाते है और आगे बढ़ने की बजे हम पीछे ही छुट जाते है| लेकिन आप को परेशान होने की जरूरत नही है आज कल के इस कम्पटीशन के दौर में अगर आप भी सफलता पाना चाहते है और अपनी मंजिल तक पहुचना चाहते है तो आप को हमारे बताये गए रविवार के इस उपाय ओ धयान से पढ़िए और इसे अपनाइए|
रविवार को अवश्य करें ये काम
शास्त्रों के अनुसार रविवार को सूर्य उपासना करने का विधान माना गया है और शास्त्रों में बताए विशेष मंत्र का स्मरण करन सफलता के साथ व्यक्ति को यशस्वी भी बनाता है। इस उपासना से त्वचा संबंधी रोगों से मुक्ति मिलती है। किसी भी क्षेत्र में सफलता के लिए प्रयास कर रहे व्यक्ति के लिए सूर्य मंत्र का स्मरण कामना और सिद्धि प्रदान कर सकता है। चाहे वो करियर हो या व्यापार इसमें आ रहा तनाव हमेशा के लिए समाप्त हो सकता है।इसके लिए बस आप को हमारे बताये गए इस उपाय को अपनाना होगा इसको ध्यान से पढ़िए|
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हमारे हिन्दू धर्म में सूर्य को ब्राम्हण की आत्मा कहा गया है और इनकी पूजा सुबह सुबह करना बहुत ही फलदायी माना गया है और देखा जाये तो सूर्य को हिन्दू धर्म में पंचदेवो में सबसे प्रमुख देवता माना जाता है| और इनकी उपासना करने से हर सुख की प्राप्ति होती है| इसके लिए सबसे पहले आपको रविवार को सुबह जल्दी उठकर प्रात: स्नान करना है और इसके बाद लाल कपड़े पहनना है तथा सूर्य देव का ध्यान कर पवित्र जल में कुमकुम मिलाकर अर्घ्य देना है। पूजा घर में नवग्रह के चित्र अथवा पारद शिवलिंग पर घी का दीपक जलाएं। चमेली की गंध वाली अगरबत्ती जलाएं। सूर्य देव और शिवलिंग पर लाल चंदन चढ़ाएं। लाल कनेर के फूल अर्पित करें। सूर्यदेव को लड्डू यां गुड़ का भोग लगाएं। पूर्व दिशा की ओर मुख कर किसी लाल आसन पर बैठकर इस मंत्र का लाल चंदन की माला से जाप करें।
सूर्य का मंत्र जाप
मंत्र: ह्रीं सूर्याय सर्वभूतानां शिवायार्तिहराय च। नम: पद्मप्रबोधाय नमो वेदादिमूर्तये।।
मंत्र समाप्ति के बाद सूर्य के चित्र की प्रदक्षिणा करें तथा उपाय स्वरुप किसी बैल अथवा सांड को गुड़ और गेहूं खिलाएं। रविवार को उपवास करें और यथासंभव सूर्यास्त से पहले नमक का सेवन न करें।ऐसा करने से आपके जीवन में खुशियां आएँगी और आपका घर ध से भरा रहेगा और कोई तनाव भी नही होगा|
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