Karwa Chauth : इन चीजों के बिना अधूरी मानी जाती है करवा चौथ की पूजा, थाली में शामिल करें ये सामग्री
Karwa Chauth : करवा चौथ (Karwa Chauth) का व्रत हिंदू धर्म में विशेष महत्व है, इस दिन सुहाहिंने अपनी पति की दीर्घायु व उत्तम स्वास्थ्य के लिए दिनभर निर्जला व्रत रखती है। इसके बाद शाम में भगवान शिव, माता पार्वती, भगवान गणेश और कार्तिकेय जी की पूजा अर्चना करती है, फिर चंद्रमा निकलने के बाद उसे अर्घ्य देकर अपने व्रत का पारण करती है। इस व्रत में करवा चौथ की थाली (Karwa Chauth Thali) का विशेष महत्व होता है, क्योंकि इसके बिना पूजा अधूरी मानी जाती है। इस थाली में सुहाग व पूजा की सभी जरुरी सामग्री होती है, सुहागिन महिलाएं कई दिन पहले से ही अपने Karwa Chauth व्रत की तैयारियां शुरु कर देती है, ऐसे में आपको मालूम होना चाहिए कि करवा चौथ की थाली में कौन-कौन सी चीजें शामिल होना जरुरी है, तो आइए जानते है…
Karwa Chauth : शुभ मुहूर्त
Karwa Chauth : थाली में रखें ये चीजें
- चतुर्थी तिथि प्रारम्भ – अक्टूबर 13, 2022 को 01:59 AM
- चतुर्थी तिथि समाप्त – अक्टूबर 14, 2022 को 03:08 AM
- करवा चौथ पूजा मुहूर्त – 05:54 PM से 07:09 PM
- अवधि – 01 घण्टा 15 मिनट्स
- करवा चौथ व्रत समय – 06:20 AM से 08:09 PM
- अवधि – 13 घण्टे 49 मिनट्स
- करवा चौथ के दिन चन्द्रोदय- 08:09 PM
करवा
करवी चौथ की थाली में मिट्टी का करवा सबसे महत्वपूर्ण होता है। बाजार से मिट्टी का करवा खरीदकर ले आएं इसके बाद चावल को पीसकर घोल बना लें और इसके चारों ओर इसका लेप लगा दें। वहीं कुछ लोग पीतल से बना करवा भी इस्तेमाल करते है, इसे भी शुभ माना जाता है।
दीपक
अब दूसरी आवश्यक सामग्री है मिट्टी का दीपक, थाली में 1-2 मिट्टी का दीपक अवश्य रखें। इसके अलावा आप आटे से बना भी एक दीपक शामिल करें।
लोटा
करवा चौथ के दिन चंद्रमा को अर्घ्य देने के लिए थाली में एक जल भरा लोटा का होना बहुत जरूरी हैं। इसके साथ ही थोड़ा सा पानी ग्लास में रख लें। जिसे पीकर ही व्रत खोलना शुभ माना जाता है।
कांस की तीलियां
करवा चौथ की थाली में कांस की तीलियों को भी शामिल करें, ये काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। इन्हें करवा के बने छेद में लगाया जाता है। इस्तेमाल करने के बाद इन्हें रख लिया जाता है और गोवर्धन पूजा के दिन गोबर से गोवर्धन बनाते समय शिखा पर इन्हें लगाया जाता है।
छलनी
करवा चौथ की थाला में छलनी का होना भी बहुत जरुरी है, क्योंकि इस दिन चंद्रमा को देखने के बाद पति को देखने के लिए छलनी का इस्तेमाल किया जाता है।
सिंदूर
करवा चौथ की थाली में सिंदूर जरूर शामिल करें, क्योंकि इसे चंद्र पूजन करने के दौरान चढ़ाया जाता है। इसके साथ ही पूजा करने के बाद पति पत्नी की मांग में भरता है।
मिट्टी की पांच डेलियां
करवा चौथ की थाली में मिट्टी की पांच डेलियों को रखें, क्योंकि गौरी जी के रूप में इसकी पूजा की जाती है। करवा चौथ की पूजा के दौरान इसका इस्तेमाल भी जरूर करें।
मिठाई
चंद्र देव की पूजा करने के साथ करवा में डालने के लिए अपनी थाली मेंं मिठाई भी जरूर रखें।
अक्षत
करवा की थाली में अक्षत को भी रखें, क्योंकि इसे चंद्र देव को चढ़ाया जाता है। करवे में अक्षत को रखें, इसके साथ ही एक सिक्का और थोड़ी सा आटे की लोई भी रखें।
Karwa Chauth : पूजा- विधि
- सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लें।
- स्नान करने के बाद मंदिर की साफ- सफाई कर ज्योत जलाएं।
- देवी- देवताओं की पूजा- अर्चना करें।
- निर्जला व्रत का संकल्प लें।
- इस पावन दिन शिव परिवार की पूजा- अर्चना की जाती है।
- सबसे पहले भगवान गणेश की पूजा करें। किसी भी शुभ कार्य से पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है।
- माता पार्वती, भगवान शिव और भगवान कार्तिकेय की पूजा करें।
- करवा चौथ के व्रत में चंद्रमा की पूजा की जाती है।
- चंद्र दर्शन के बाद पति को छलनी से देखें।
- इसके बाद पति द्वारा पत्नी को पानी पिलाकर व्रत तोड़ा जाता है।
हमसे जुड़े तथा अपडेट रहने के लिए आप हमें Facebook Instagram Twitter Sharechat Koo App YouTube Telegram पर फॉलो व सब्सक्राइब करें