Sindoor Khela Rituals : सिंदूर खेला के दौरान मां को अर्पित करें ये पांच चीजें, मिलेगा अखंण्ड सौभाग्य का वरदान
Sindoor Khela Rituals : नवरात्रि के नौ दिनों के पावन पर्व के बाद विजयदशमी यानी दशहरा के दिन मां दुर्गा की विदाई की जाती है। इस दिन बंगाली समुदाय के लोगों द्वारा एक विशेष रस्म निभाई जाती है, जिसे सिंदूर खेला (Sindoor Khela Rituals) कहते है। जिसका विशेष महत्व होता है, सभी पूजा पंडालों में मां की विदाई से पहले इस रस्म का निर्वहन बड़े ही रिति-रिवाज के साथ किया जाता है। इस वर्ष विजय दशमी 5 अक्टूबर को मनाया जाएगा और इसी दिन ये रस्म भी निभाई जाएगी। मान्यता है कि इस दिन महिलाएं पति की दीर्घायु के लिए मां को सिंदूर अर्पित कर इस रस्म को (Sindoor Khela Rituals) निभाती है। ज्योतिषि के अनुसार इस रस्म को निभाने के दौरान देवी को पांच चीजें जरूर अर्पित करनी चाहिए, जिससे मां प्रसन्न होकर अखंण्ड सौभाग्य का वरदान देती है। तो आइए जानते इस परंपरा और उन पांच चीजों के बारें में जो मां को चढाई जानी चाहिए…
Sindoor Khela Rituals : 450 वर्ष पुरानी परंपरा
बता दें कि सिंदूर खेला की ये परंपरा (Sindoor Khela Rituals) 450 वर्ष पहले पश्चिम बंगाल से शुरू हुई थी। तब से अब तक इस रस्म को निभाया जा रहा है। नवरात्रि के इस आखिरी दिन बंगाली समुदाय के लोग धुनुची नृत्य से मां को प्रसन्न करते हैं और इसी दिन सुहागिन महिलाएं सिंदूर खेला कर मां को विदाई देती है। इस परंपरा का निर्वहन करने से महिलाओं को सौभाग्यवती होने का वरदान मिलता है।
मां को सिंदूर अर्पित कर दी जाती है विदाई
बंगाली समाज द्वारा ‘सिंदूर खेला’ की रस्म देवी मां की विदाई से पहले निभाई जाती है। बंगाल से लेकर काशी तक सभी पूजा पंडालों में इस रस्म को पूरे विधि विधान से मनाया जाता है। बंगाली रीति रिवाज के अनुसार षष्ठी को मां का पट खुलने के बाद से दुर्गा पूजा का आरंभ होता है। मान्यताओं के अनुसार इस दिन मां दुर्गा (Goddess Durga) अपने पुत्र कार्तिकेय और गणेश के साथ धरती पर आती हैं। पांच दिनों तक शक्ति की पूजा उपासना करने के बाद विजयदशमी को मां को सिंदूर अर्पित कर विदा किया जाता है। इसी को सिंदूर खेला कहा जाता है।
सिंदूर चढ़ाने से पति होता है दीर्घायु
ज्योतिषाचार्य के अनुसार सिंदूर को हमारे शास्त्रों में सौभाग्य द्रव्य कहा जाता है, इसलिए विदाई के वक्त देवी को सिंदूर चढ़ा कर सुहागिन महिलाओं को इसे अपने माथे पर लगाना चाहिए। इससे न सिर्फ उनका सौभाग्य बना रहता है बल्कि उनके पति की आयु भी दीर्घायु होती है।
ये पांच चीजें करनी चाहिए अर्पित
ज्योतिषि के अनुसार ‘सिंदूर खेला’ की रस्म (Sindoor Khela Rituals) के दौरान देवी को पांच चीजें जरूर अर्पण करनी चाहिए। इसमें सिंदूर,आलता, श्रृंगार का सामान, पान और तेल शामिल है। ऐसी मान्यता है कि इससे देवी प्रसन्न होती हैं और सुहागिन महिलाओं को अखंड सौभाग्य का वर देती हैं।
इन चीजों को भी करें अर्पित
इसके अलावा देवी के विदाई के वक्त उन्हें दही मिश्री या चीनी भी जरूर खिलाना चाहिए। इन सब के अलावा देवी को इन पांच सामान अपित करने के बाद उन्हें अपने रिश्तेदारों और जानने वालों को सिंदूर भी लगाना चाहिए। साथ ही अपनो से बड़ों को सिंदूर लगाकर उनका आशीर्वाद लेना चाहिए, जिससे देवी का आशीर्वाद हमेशा उन पर बना रहता है।
हमसे जुड़े तथा अपडेट रहने के लिए आप हमें Facebook Instagram Twitter Sharechat Koo App YouTube Telegram पर फॉलो व सब्सक्राइब करें