Makar Sankranti 2020: मकर संक्रांति पर बन रहा 2 शुभ योग, पीली कौड़ी से कर लें ये उपाय जागेगा सोया हुआ भाग्य
सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने से मकर संक्राति का त्यौहार की तैयारी शुरू हो चुकी है। रामचरितमानस में तुलसीदास ने भी इस बात का वर्णन किया है कि शिष्य ऋतु में सूर्य देव के दर्शन के लिए मकर संक्रांति का दिन सबसे शुभ है और इसी दिन दिव्यलोक में देवताओं का दिन भी शुरु होत है। उत्तरायण काल को देवताओं का दिन माना जाता है और दक्षिणायन को रात। इसी के साथ शुभ काम भी शुरू हो जाएंगे।
संक्रांति के दिन सूर्य उत्तरायण से दक्षिणायन होते हैं, सूर्य जब एक राशि से दूसरी राशि में जाते हैं तो उसे संक्रांति कहते हैं। सूर्य जब धनु राशि को छोड़कर मकर राशि में प्रवेश करते हैं तो इसे मकर संक्रांति करते हैं। इस साल इसे महोदर के नाम से जाना जाएगा। बुधवार के दिन पूर्वाफागनी नक्षत्र में मकर संक्रांति मनाई जाएगी और इस योग में दान करने से कई पुण्यों की प्राप्ति होती है।
मकर संक्रांति पर करें पीली कौड़ी का उपाय
इस बार सूर्य और बुध एक साथ आ रहे हैं। बुध आदित्य योग बना रहे हैं। उत्तरफागनी नक्षत्र होने से वर्धमान नाम का शुभ योग बन रहा है। इस दिन तिल से सूर्य देव की पूजा की जाती है और दूसरे दिन तिल का सेवन किया जाता है। इस दिन विष्णु भगवान ने धरती से असुरों का सर्वनाश किया था। माघ मास में रवि जब मकर राशि में आता है तो उस समय तीर्थ स्थान पर स्नान करना शुभ माना जाता है। मकरसंक्रांति 14 जनवरी की मध्य रात के बाद 2.08 मिनट पर आ रही है सब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगे।
महत्वपूर्ण समय
मकर संक्रांति तिथि- 15 जनवरी 2020
शुभ मुहूर्त- सुबह 7 बजकर 19 मिनट तक
पुण्यकाल मुहूर्त- सुबह 7 बजकर 19 मिनट से दोपहर 12 बजकर 31 मिनट तक
महापुण्यकाल मुहूर्त- सुबह 7 बजकर 19 मिनट से सुबह 9 बजकर 3 मिनट तक
मुहुर्त की कुल अवधि- एक घंटा 45 मिनट
संक्रांति स्नान- प्रात काल
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क्या करें और क्या ना करें
इस दिन तिल और गुड के लड्डू बनाने चाहिए और खिचड़ी बनाना, खाना और दान करना शुभ होता है।
इस दिन गंगा स्नान कर दान करना चाहिए। आप घर पर भी सभी तीर्थ स्थलों का नाम मन में रखकर भी स्नान कर सकते हैं। लेकिन ध्यान रहें अगर तबीयत ठीक है तो आपको गर्म पानी से स्नान नहीं करना है।
स्नान करने से पहले शरीर पर तिल का उपटन लगाएं और तब स्नान करें इससे आरोग्य में वृधि होती है।
इस दिन स्नान करने से पहले आपको कुछ खाना नहीं चाहिए।
इस दिन आपको दुर्गा सप्तशती का पाठ करना चाहिए।
इस दिन आपको ब्रुश, नाखुन, दाढ़ी, स्त्रीयों को बाल नहीं धुलने चाहिए।
इस दिन ख्याल रखें की आप सबसे प्रेम से ही बातें करें।
इस दिन पेड़ की कटाई नहीं करनी चाहिए। सूर्य देव की कृपा पाने के लिए आपको सूर्य अस्त के बाद भोजन नहीं करना चाहिए। साथ ही किसी भी प्रकार के नशे से दूर रहना चाहिए।
इस दिन आपको मूंग दाल की खिचड़ी और तिल का सेवन करना चाहिए।
इस दिन पशु का दूध नहीं निकालना चाहिए और फसल को काटना नहीं चाहिए।
जब सूर्य पूर्व से उत्तर की ओर चलता है तो इस समय सिद्दी प्राप्ती होती है।
कौड़ियों के उपाय
आध्यात्मिक क्रियाओं से जुड़े लोग रात को 10 बजे के बाद लाल कपड़े पहन कर 10 पीली लक्ष्मी की कोड़ियों को पहले से लाकर उन्हें 27 रात्री सिद्धी करनी चाहिए। कोड़ियों के साथ तेल का दिया जलाकर पूर्व दिशा में मुंह करके बैठ जाए और प्रत्येक कोड़ी को सिंदुर लगाकर ओम् महा लक्ष्मी नम: बोलना है। आपको ओम् हिर्म शिर्म शिर्य का जाप भी करना चाहिए।
इस दिन आपको ब्राह्मण या फिर किसी गरीब को दान देना चाहिए।
तिल मिश्रत जल से स्नान, तिल के तेल का शरीर पर लगाना, पित्रों के लिए तिल युक्त जल को अर्पण करना, अग्नि में तिलों का हवन करना, ब्राह्मण या बहन बेटी को तिलों से बने पदार्थ देना, और तिल खाने से सुख समृद्धि प्राप्त होती है।
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मकर संक्रांति का राशियों पर प्रभाव और उपाएं
मेष
मेष राशि वालों को धन लाभ होगा। आपको तिल गुड़ का दान करना चाहिए इससे उच्च पद की प्राप्ति होगी।
वृषभ
वृषभ राशि वालों को कार्य में सिद्धि प्राप्ती होगी। आपको जल में तिल डालकर अर्घ्य देने से बड़ी जिम्मेदारी मिलेगी।
मिथुन
मिथुन राशि वालों को विजय मिलेगी। जल में तिल और पुष्प मिलाकर सूर्य को अर्घ्य दें इससे आपको धन प्राप्ति होगी।
कर्क
कर्क राशि वालों को आर्थिक हानि होगी। आपको चावल मिश्री का दान करने से कलह से छुटकारा मिलेगा।
सिंह
सिंह राशि वालों को शुभ समाचार मिलेगा। तिल, गेंहू, गुड और सोना दान करने से अच्छे संकेत प्राप्त होंगे।
कन्या
कन्या राशि वालों को आत्मसंतोष होगा। जल में पुष्प डालकर सूर्य को अर्घ्य दें इससे शौर्य की प्राप्ति होगी।
तुला
तुला राशि वालों को धन लाभ होगा। सफेद चंदन, दूध और चावल का दान देने से शत्रु दूर होंगे।
वृश्चिक
वृश्चिक राशि वालों को कलह का सामना करना पड़ेगा। कुमकुम और गुड का दान करने से विदेश कार्यों से लाभ होगा।
धनु
धनु राशि वालों को ज्ञान में वृद्धी होगी। जल में हल्दी, पुष्प मिलाकर सूर्य को अर्घ्य देने से परेशानियों का दौर समाप्त होगा।
मकर
मकर राशि वालों को यश और किर्ति बढ़ेगी। तिल में पुष्प मिलाकर अर्घ्य देने से अधिकार की प्राप्ति होगी।
कुम्भ
कुंभ राशि वालों को सम्मान मिलेगा। तेल और तिल का दान देने से विरोधी परास्त होंगे।
मीन
मीन राशि वाले भयग्रस्त हो सकते हैं। जल में हल्दी, केसर, पीले पुष्प मिलाकर सूर्य को अर्घ्य देने से आपका मान सम्मान बढ़ेगा।