Lord Shiva Tallest Statue : जल्द ही होगा विश्व की सबसे ऊंची शिव प्रतिमा का लोकार्पण, निर्माण में लगा 10 साल
Lord Shiva Tallest Statue : बहुत जल्द ही महादेव के भक्तों को उनकी सबसे ऊंची और भव्य प्रतिमा के दर्शन प्राप्त करने का सौभाग्य मिलने वाला है, जिसे देख बाबा के भक्त अभिभूत हो उठेंगे। दरअसल, राजस्थान के नाथद्वारा में श्रीनाथ जी की पावन धरती पर दुनिया की सबसे ऊंची शिव प्रतिमा ‘विश्वास स्वरूपम’ (Lord Shiva Tallest Statue) का लोकार्पण होने वाला है। यह शहर अब दुनिया की सबसे ऊंची शिव प्रतिमा (Statue of Lord Shiva) के लिए भी जाना जाएगा। भोलेनाथ की यह प्रतिमा 351 फीट ऊंची है, जिसका लोकार्पण महोत्सव 29 अक्टूबर से 6 नवम्बर तक आयोजित किया जाएगा। इसका अनावरण संत मोरारी बापू करेंगे। बाद दें कि संत मोरारी बापू ने ही दस साल पहले इस प्रतिमा की नींव रखी थी।
तो चलिए जानते है कि महादेव की इस विशाल प्रतिमा (Lord Shiva Tallest Statue) के बारे में विस्तार से… श्रीनाथ जी की नगरी नाथद्वारा में राजसमन्द जिला मुख्यालय से 15 किमी दूर यह प्रतिमा स्थित है। पर्यटकों के लिए उदयपुर स्थित महाराणा प्रताप इंटरनेशल एयरपोर्ट से यहां की दूरी करीब 40 से 45 किमी है।
Lord Shiva Tallest Statue : दुनिया की सबसे ऊंची शिव प्रतिमा है
इस शिव प्रतिमा (Lord Shiva Tallest Statue) का निर्माण काफी भव्य तरीके से किया गया है, ये देखने में काफी अद्भुत है। यह आपको बीस किलोमीटर दूर से ही दिखाई देगी। यह भगवान शिव की एकमात्र ऐसी मूर्ति है जिसमें लोगों के बैठने के लिए लिफ्ट सीढ़ियां, हॉल बनाया गया है। पहले इस मूर्ति की ऊंचाई 251 फीट रखी जानी थी लेकिन बाद में इसे बढ़ाकर 351 फीट करने का फैसला किया गया।
भगवान शिव की प्रतिमा से देख सकेंगे अरवाली पहाड़ी
यह शिव प्रतिमा (Lord Shiva Tallest Statue) बेहद ही खास है। इसके कंधे तक लिफ्ट के जरिए पहुंचा जा सकता है। यानी 280 फीट की ऊंचाई तक जाने पर भगवान शिव के कंधे पर लगी खिड़कियों से अरावली की पहाड़ियों को देखा जा सकता है। वहीं प्रतिमा के अंदर सबसे ऊपरी हिस्से में जाने के लिए 4 लिफ्ट और तीन सीढ़ियां बनाई गई हैं। प्रतिमा के निर्माण में 10 साल का समय और 3000 टन स्टील और लोहा, 2.5 लाख क्यूबिक टन कंक्रीट और रेत का इस्तेमाल किया गया है। इसका निर्माण 250 वर्षों की स्थिरता को ध्यान में रखते हुए किया गया है।
प्रतिमा पर की गई है जिंक की कोटिंग
बता दें कि भगवान शिव की इस प्रतिमा (Lord Shiva Tallest Statue) को 250 किमी रफ्तार से चलने वाली हवाएं भी प्रभावित नहीं कर सकेंगी। मूर्ति की डिजाइन का विंड टनल टेस्ट (ऊंचाई पर हवा) आस्ट्रेलिया में हुआ है। बरसात और धूप से बचाने के लिए इस पर जिंक की कोटिंग कर कॉपर रंग दिया गया, प्रतिमा को ‘तत पदम्’ संस्थान ने बनवाया है।
प्रतिमा पर होगा शिव स्तुति की महिमा प्रसारण
शिव प्रतिमा पर विशेष रूप से लाइट एंड साउंड के थ्री डी इस्तेमाल से शिव स्तुति का प्रसारण होगा। जो टूरिस्ट के लिए आकर्षण का केंद्र होगा। सुरक्षा मानकों का भी विशेष ध्यान रखा गया है। फायर सेफ्टी की पूरी व्यवस्था की गई है। प्रतिमा के अंदर पानी के टैंक बनाए गए हैं साथ ही अग्निशमन के साधनों की पूरी व्यव्स्था की गई है। पर्यटकों के लिए गोल्फ कार्ट की सुविधा भी उपलब्ध करवाई गई है।
प्रतिमा स्थल के पास ले सकेंगे खेल और मनोरंजन का लुत्फ
प्रतिमा स्थल पर पर्यटकों की सुविधाओं और मनोरंजन का भी विशेष ध्यान दिया गया है। इसके लिए बंजी जम्पिंग बनाया गया है। यह ऋषिकेश के बाद दूसरी सबसे बड़ी बंजी जम्पिंग होगी, जिसका लुत्फ उठाने के लिए देश-विदेश के सैलानी यहां आएंगे। साथ ही फूडकोर्ट, गेम जोन, जिप लाइन, गो कार्टिंग, एडवेंचर पार्क, जंगल कैफे भी बनाया गया है। जहां पर्यटक दिनभर इसका आनंद ले सकेंगे।
29 नवंबर को होगा शिव प्रतिमा का लोकार्पण महोत्सव
जानकारी के अनुसार इस भव्य लोकार्पण महोत्सव में 9 दिनों तक धार्मिक व सांस्कृतिक आयोजन किए जाएंगे। देश दुनिया से लाखों लोग इस भव्य लोकार्पण के साक्षी बनेंगे। श्रीजी की नगरी में स्थापित भगवान शिव की यह अद्भुत प्रतिमा (Lord Shiva Tallest Statue) लोगों के आकर्षण के साथ ही देश और राजस्थान के पर्यटन को बढ़ावा देगी। इस महोत्सव का नजारा महाकुंभ से कम नहीं होगा।
लोकार्कपण महोत्सव के लिए बना डेढ़ लाख स्क्वायर फीट का पंडाल
इस दौरान श्रीनाथ जी की पावन की धरती पर श्रद्धालुओं का जनसैलाब जुटेगा। बता दें कि बड़े ही जोरों से लोकार्पण महोत्सव की तैयारियां चल रही है। आयोजन के लिए करीब डेढ़ लाख स्क्वायर फीट का पंडाल लग रहा। करीब 2 लाख स्क्वायर फीट में भोजनशाला का पंडाल लगाया गया है। जर्मन टेक्नीक से यह पंडाल बनाए जा रहे हैं। दीपावली महोत्सव से ही यहां लाइटिंग की व्यवस्था हो जाएगी, जिससे पूरा इलाका लाइटिंग की जगमग से चमक उठेगा।
10 लाख लोग ग्रहण करेंगे प्रसाद
जहां एक ओर लोग शिव की भव्य प्रतिमा (Lord Shiva Tallest Statue) के दर्शन करेंगे, वहीं दूसरी ओर महोत्सव के दौरान रोजाना करीब 50 से 60 हजार श्रद्धालु मुरारी बापू को सुनने के लिए इक्ठ्ठा होंगे। प्रतिदिन यहां एक लाख लोग भोजन प्रसाद ग्रहण करेंगे।
हमसे जुड़े तथा अपडेट रहने के लिए आप हमें Facebook Instagram Twitter Sharechat Koo App YouTube Telegram पर फॉलो व सब्सक्राइब करें