सावधान! अगर आपको भी अपना पर्स पैंट की पीछे वाली जेब में रखने की आदत हैं तो उसे तुरंत बदल दें
आप को शायद यह जानकर हैरानी होगी कि पैंट की पिछली जेब में पर्स रखना भी हो सकता है आपके लिए बेहद हानिकारक। हम अक्सर छोटी छोटी गलतियों के कारण अनेक बीमारियों को निमन्त्रण दे जातें हैं। अगर आप भी उन व्यक्तियों में से हैं जो अपना वालेट या पर्स पैंट की पिछली जेब मे रखते हैं तो हो जाइए सावधान क्योंकि इससे हो सकती है एक गम्भीर बीमारी। इस बीमारी को “यरी फोरमिस सिन्ड्रोम” कहते हैं जो अत्यधिक असहनीय होती है। तो आइये आपको बताते हैं यह बीमारी कैसे और क्यों होती है।
आज ही बदल लें पैंट की पीछे वाली जेब में पर्स रखने की आदत
यरी फोरमिस सिन्ड्रोम होने का कारण
पर्स या वालेट को ज्यादा समय के लिए पैंट की पिछली जेब मे रखना या फिर इसके साथ घण्टो बैठे रहना इस बीमारी का कारण है। डॉक्टर्स की माने तो उनके अनुसार यदि हम घण्टो तक पर्स को रखे बैठे रहें तो हमारी पायरी फोर्मिस मसल्स दब जाती है जिनकी वजह से हमारे पैरो में तेज दर्द होता है। न्यूरो सर्जरी के अनुसार यरी फोरमिस सिन्ड्रोम बीमारी से ग्रसित 8 से 10 मरीज़ लगभग हर रोज़ आतें हैं। आजकल के युवा इस बीमारी का हिस्सा सर्वाधिक बनते हैं। मोबाइल कम्प्यूटर का देर समय तज इस्तेमाल करने वाले इन युवाओं को खबर भी नही होती कि वे इस तरह की घातक बीमारी को न्योता दे रहें हैं।
सावधानी व उपाय
यरी फोरमिस सिन्ड्रोम बीमारी से बचने के लिए अपने वालेट या पर्स को अपनी पैंट की पिछली जेब में कम से कम रखने की कोशिश करें। बेहतर होगा यदि आप अपने पर्स को अपनी पैंट के आगे वाली जेब मे रखें। ऐसी छोटी सी आदत को बदल कर आप इस बीमारी से बच सकतें हैं। क्योंकि एक बार यह हो जाती है तो बिना सर्जरी के ठीक नही होती। और इन सर्जरी में खर्च भी बहुत होता है। हमेशा छोटे आकार के पर्स ही इस्तेमाल करने चाहिए।
सावधान रहें
क्योंकि यरी फोर्मिस सिन्ड्रोम मसल्स के दबे रहने के कारण होती है तो घण्टो तक बैठने वाले रहिये सावधन। यह बीमारी उन्ही को अक्सर घर लेती है जिनका कार्य देर तक बैठने वाला होता है। बैंक कर्मचारी हों, सरकारी अफसर या आप कम्यूटर पर अपना कार्य करने वाले हों। यहां बात उन लोगोँ के लिये है जिनको काम देर तक बैठ कर करना होता है। उनमे ही यह बीमारी होने की आशंका रहती है। ऐसे में हमारी यही सलाह है कि आप अपने पर्स को अपनी पैंट के पीछे पॉकेट में न रखें।