RLD प्रमुख Ajit Singh का कोरोना से हुआ निधन, मोदी-योगी समेत कई राजनेताओं ने जताया शोक
News Desk | कोरोना वायरस की दूसरी लहर इस कदर हावी होते जा रह है कि इसके प्रकोप से आम इन्सान से लेकर बड़े बड़े नेता-अभिनेता कोई नहीं बच पा रहा। आज तडके जानकारी मिली कि राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री अजीत सिंह (Ajit Singh) का Covid-19 की वजह से निधन हुआ, इस बात कि पुष्टि उनके बेटे जयंत चौधरी ने आज गुरुवार की। वह 82 वर्ष के थे। अजीत सिंह ने 20 अप्रैल को Covid-19 के लिए परीक्षण कराया था जिसमें उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
Ajit Singh के निधन पर जताया शोक
![RLD Chief Ajit Singh](https://youthtrend.in/wp-content/uploads/2021/05/ajit-singh.jpg)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा, “पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजित सिंह जी की मृत्यु से दुखी हूँ। वे हमेशा किसानों के हितों के लिए समर्पित थे।”
पश्चिमी यूपी के एक प्रमुख नेता व आरएलडी प्रमुख अजित सिंह (Ajit Singh) को मंगलवार को फेफड़ों में संक्रमण के कारण हालत बिगड़ने के बाद गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनके बेटे जयंत चौधरी ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा, अजीत सिंह ने अपनी हालात से अंत तक संघर्ष किया। जयंत चौधरी ने ट्वीट किया, “चौधरी अजित सिंह जी को 20 अप्रैल को कोविड परिक्षण में सकारात्मक पाया गया। उन्होंने अपनी स्थिति को बहुत अंत तक कायम रखा और आज सुबह अंतिम सांस ली।”
पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के पुत्र, चौधरी अजीत सिंह, भागलपुर, यूपी से सात बार संसद सदस्य थे। उन्होंने देश के नागरिक उड्डयन मंत्री के रूप में भी कार्य किया। अजीत सिंह भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर और इलिनोइस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, शिकागो के पूर्व छात्र थे। उन्होंने वर्ष 1979 में छह साल तक देश में अपने पिता की राजनीतिक विरासत को संभालने के लिए 15 साल तक अमेरिका में कंप्यूटर उद्योग में काम किया था। वह पहली बार 1986 में राज्यसभा के लिए चुने गए थे।
अजीत सिंह ने सात बार लोकसभा में कार्य किया। उनकी पार्टी आरएलडी ने पश्चिमी यूपी में दशकों तक राजनीति में अपना दबदबा कायम रखा है। उनका राजनीतिक करियर लोकदल से कांग्रेस में चला गया और बाद में भाजपा और समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन किया।