Rajdeep Sardesai को भ्रामक व झूठा ट्वीट करने की मिली सजा, इंडिया टुडे ग्रुप ने किया ऑफ़ एयर, काटी 1 माह की सैलरी
यह पहली बार हुआ है जब निर्धारित सोशल मीडिया दिशानिर्देशों के बार-बार उल्लंघन के लिए इंडिया टुडे ग्रुप ने अपने स्टार एंकर को दंडित करके एक मिसाल कायम की है।
बता दें कि 26 जनवरी को, जब किसान राजधानी में आए थे और शहर टूटने की कगार पर था, उस दौरान मशहूर न्यूज एंकर और इंडिया टुडे के कंसल्टिंग एडिटर राजदीप सरदेसाई ने ट्वीट किया कि पुलिस की गोलीबारी में एक युवा किसान की मौत हो गई।
Rajdeep Sardesai पर इंडिया टुडे ग्रुप ने की कार्यवायी
यह खबर तूफ़ान की तरह देश में फ़ैल गया। सरदेसाई इंडिया टुडे पर लाइव भी गए, जिसमें बताया गया कि युवा किसान को पुलिस द्वारा गोली कैसे मारी गई और यह वास्तव में एक बड़ा आंदोलन बन जाएगा क्योंकि देशभर के किसान “जस्टिस फॉर नवरीत” की मांग करने लगते। हालांकि, दिल्ली पुलिस ने इस बात को बतंगड़ बनने से पहले ही इस घटना का एक वीडियो जारी किया, जिसमे साफ़ देखा जा सकता था कि किसान ट्रैक्टर को ओवरस्पीड करते हुए एक इसे बैरिकेड के ऊपर से चलाया और ट्रैक्टर अंततः बुरी तरह से पलट गया। ट्रैक्टर चला रहे किसान ने बाद में दम तोड़ दिया और पुलिस ने उसे गोली नहीं मारी, जैसा कि सरदेसाई ने दावा किया था।
वैसे आपको बता दें कि यह पहला उदाहरण नहीं था, जब सरदेसाई, जिनके पास लगभग तीन दशकों का पत्रकारिता का अनुभव है, फर्जी खबरें फैलाते पाए गए। एक दिन पहले, वह सोमवार को राष्ट्रपति भवन में स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस के चित्र के अनावरण के लिए एक झांसे में आ गए। हालाँकि इन ट्वीट्स को बाद में सरदेसाई ने हटा दिया था। इंडिया टुडे, जहां सरदेसाई कंसल्टिंग एडिटर और प्राइम टाइम एंकर के रूप में काम करते हैं, ने आखिरकार गुरुवार को उनके खिलाफ कार्रवाई की और उन्हें दो सप्ताह के लिए शो से हटाने का फैसला किया। इसके अलावा चैनल ने उनका एक महीने का वेतन भी काट लिया। वहीं संपर्क करने पर, सरदेसाई ने इस मामले पर कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।